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AAP को 19 सीटों पर क्‍यों बदलने पड़े उम्‍मीदवार, पूर्वांचलियों पर BJP का दांव; कांग्रेस को वरिष्‍ठों पर भरोसा

दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले अरविंद केजरीवाल की AAP ने 19 सीटों के टिकट बदल दिए हैं. सत्ताधारी AAP ने 70 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए. सभी राजनीतिक दल महिला और मुसलमानों को अपने पाले में करने के लिए कोशिश कर रहे हैं. इस बीच आप ने टिकट में बदलाव किया है. पार्टी की कोशिश चुनाव में नए-पुराने दोनों चेहरों को जगह देने की है.

AAP को 19 सीटों पर क्‍यों बदलने पड़े उम्‍मीदवार, पूर्वांचलियों पर BJP का दांव; कांग्रेस को वरिष्‍ठों पर भरोसा
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( Image Source:  ANI )
निशा श्रीवास्तव
Edited By: निशा श्रीवास्तव

Updated on: 17 Jan 2025 10:37 AM IST

Delhi Elction 2025: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक और कड़ाके की ठंड पड़ रही है. वहीं दूसरी ओर राज्य में सियासी पारा हाई है. आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस अपनी तैयारी में लगी हुई है. पार्टियों में उम्मीदवारों के नाम भी जारी कर दिए हैं. इस बीच अरविंद केजरीवाल की AAP ने 19 सीटों के टिकट बदल दिए हैं.

हिन्दुस्तान लाइव की रिपोर्ट के मुताबिक, सत्ताधारी AAP ने 70 विधानसभा सीटों पर प्रत्याशी घोषित किए. वहीं बीजेपी ने 68 सीटों पर उम्मीदवारों के नाम घोषित किए और दो सीटों के नाम का एलान बाकी है. कांग्रेस ने अपने सभी प्रत्याशियों के नाम की घोषणा कर दी है. सभी राजनीतिक दल महिला और मुसलमानों को अपने पाले में करने के लिए कोशिश कर रहे हैं.

19 सीटों पर बदले टिकट

आम आदमी पार्टी ने पिछले विधानसभा चुनाव की तुलना में 19 टिकट बदले हैं. आप ने भाजपा और कांग्रेस से भी नेताओं को टिकट दिए हैं. पार्टी ने लास्ट में विधायक शरद चौहान को नरेला से फिर से मैदान में उतारा है. रणनीति के तहत AAP अपने विरोधियों को कमजोर करना चाहती है और पूर्वांचल के वोटर्स को अपने पाले में करना चाहती है. इसी दिशा में संजीव झा, अखिलेश पति त्रिपाठी, गोपाल राय, अनिल झा, दुर्गेश पाठक, विनय मिश्रा समेत 10 से ज्यादा पूर्वांचली मैदान में उतारे हैं.

भाजपा ने पदाधिकारी को नहीं दिए टिकट

बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में संगठन पदाधिकारियों पर भरोसा जताया था. उन्होंने योगेंद्र चंदोलिया, हर्ष मल्होत्रा, बांसुरी स्वराज और कमलजीत सहरावत को टिकट दिया गया था. वहीं विधानसभा चुनाव में प्रदेश महामंत्री, कोषाध्यक्ष से लेकर जिले के संगठन से जुड़े लोगों ने टिकट मांगा था, लेकिन उन्हें पार्टी ने टिकट नहीं दिया. भाजपा ने सिर्फ शाहदरा विधानसभा सीट से अपने जिलाध्यक्ष संजय गोयल को टिकट दिया है.

कांग्रेस को वरिष्ठ नेताओं पर भरोसा

दिल्ली में पिछले दो बार के विधानसभा में कांग्रेस की बुरी तरह हारी है. जनता ने उसे सत्ता से बाहर कर दिया. लेकिन फरवरी में होने वाले चुनाव को लेकर कांग्रेस ने कमर कस ली है. पार्टी ने पुराने नेताओं पर ही भरोसा जताया है. इनमें दो लोकसभा चुनाव भी जीत चुके हैं. वहीं संदीप दीक्षित को नई दिल्ली सीट से केजरीवाल के खिलाफ उतारा है. कृष्णा तीरथ को पटेल नगर से टिकट दिया है. जयकिशन कांग्रेस के प्रमुख दलित चेहरों में से एक हैं उन्हें सुल्तानपुर माजरा से टिकट दिया है.

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