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कौन है योगी कांतीलाल अग्रवाल? आश्रम की आड़ में ढोंग का धंधा, मिले सेक्स टॉय और नशीली गोलियां

पुलिस ने आश्रम को तत्काल सील कर दिया है और वहां चल रहा निर्माण कार्य भी स्थगित करवा दिया गया है. अब यह इलाका जांच के अधीन है और हर एक दस्तावेज, हर एक गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है.

कौन है योगी कांतीलाल अग्रवाल? आश्रम की आड़ में ढोंग का धंधा, मिले सेक्स टॉय और नशीली गोलियां
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Updated on: 26 Jun 2025 11:29 AM IST

छत्तीसगढ़ की आध्यात्मिक नगरी डोंगरगढ़, जहां लोग प्रज्ञागिरी की शांति और तपोभूमि में आत्मिक शांति की तलाश में आते हैं, वहां बीते कुछ महीनों से एक ऐसा ढोंग पनप रहा था, जिसकी परतें जब खुलीं तो पुलिस भी चौंक गई. प्रज्ञागिरी पहाड़ियों के पास बने एक भव्य आश्रम को लेकर लंबे समय से स्थानीय लोगों में संदेह और फुसफुसाहटें चल रही थी.

यहां एक स्वयंभू बाबा, जो खुद को 'योग गुरु' कहता था, विदेशी पर्यटकों को योग सिखाने के नाम पर अनुचित गतिविधियां चला रहा था. बुधवार को जब पुलिस ने इस आश्रम पर रेड मारी, तो सारे संदेह हकीकत में बदल गए. पुलिस की रेड के दौरान जो कुछ भी मिला, उसने पूरे इलाके में सनसनी फैला दी.

आश्रम की आड़ में गलत काम

आश्रम के अंदर 2 किलो अवैध गांजा, सेक्स टॉय, नशीली गोलियां, वियाग्रा टैबलेट और यहां तक कि इंजेक्शन्स भी बरामद किए गए. ये कोई साधारण आश्रम नहीं, बल्कि एक धर्म और आस्था की आड़ में चल रहा नशे और अश्लीलता का ठिकाना बन चुका था. जिस बाबा को श्रद्धालु गुरु मान बैठे थे, वह असल में एक धोखेबाज़, साज़िशकर्ता और कानून का उल्लंघन करने वाला आरोपी निकला.

कौन है योगी कांतीलाल अग्रवाल?

आश्रम का स्वघोषित संचालक योगी कांतीलाल अग्रवाल नामक व्यक्ति है, जो खुद को इंटरनेशनल योग गुरु बताता है. पुलिस पूछताछ में उसने बताया कि वह 20 साल गोवा में रहा, वहां भी ऐसा ही आश्रम चलाता था. वह दावा करता है कि 100 से अधिक देशों की यात्रा कर चुका है, और 10 से ज्यादा NGO का डायरेक्टर भी है. पुलिस को उसके पास से कई विदेशी संस्थानों के योग सर्टिफिकेट भी मिले हैं, लेकिन अब इन सभी दस्तावेजों की वेरफिकेशन की जांच की जा रही है. आरोपी के अनुसार, वह 2 साल पहले डोंगरगढ़ आया और प्रज्ञागिरी पहाड़ी के पास जमीन खरीदकर यहां आश्रम का निर्माण शुरू किया.

आश्रम में पड़ी रेड

डोंगरगढ़ के एसडीओपी आशीष कुंजाम ने मामले की पुष्टि करते हुए कहा कि काफी समय से शिकायतें आ रही थीं कि आश्रम में संदेहास्पद गतिविधियां चल रही हैं. बुधवार को हमने टीम के साथ वहां कानूनी प्रक्रिया के तहत रेड की. जांच में जो सामग्री मिली, वह स्पष्ट संकेत देती है कि योग और ध्यान की आड़ में नशे का अवैध कारोबार हो रहा था. रेड के दौरान पुलिस ने दीवान में छिपाकर रखा गया गांजा बरामद किया और कई अन्य संदिग्ध चीजें भी जब्त की. फिलहाल आरोपी बाबा को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया गया है और उससे आगे की पूछताछ जारी है. पुलिस अब इस केस से जुड़े NGO नेटवर्क, विदेशी संपर्कों और आश्रम की फंडिंग की गहराई से जांच कर रही है.

सील हुआ आश्रम

पुलिस ने आश्रम को तत्काल सील कर दिया है और वहां चल रहा निर्माण कार्य भी स्थगित करवा दिया गया है. अब यह इलाका जांच के अधीन है और हर एक दस्तावेज, हर एक गतिविधि पर नज़र रखी जा रही है. डोंगरगढ़ की इस घटना ने एक बार फिर साबित किया है कि आस्था के नाम पर अंधविश्वास और धोखा देना कोई भी प्रयास अब नहीं चलेगा. कानून और प्रशासन ऐसे हर पाखंडी के खिलाफ अब कड़ा रुख अपनाए हुए है.

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