पैसों से बढ़कर कुछ नहीं! मुंगेली में भाई-भाभी ने 7 साल के मासूम की दी नरबलि, प्रोपर्टी के लिए खौफनाक वारदात को ऐसे दिया अंजाम
Mungeli Crime News: मुंगेली जिले में संपत्ति के लिए 7 साल की मासून की नरबलि दी गई. उसके भइया और भाभी ने ही मासूम को माल डाला. पुलिस ने जांच शुरू की और 6 मई को गांव के ही एक खेत में मानव खोपड़ी और मानव अस्थियां मिली, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई. 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है.

Mungeli Crime News: सही कहा जाता है बाप बड़ा ना भैया, सबसे बड़ा रुपैया. आज के समय में रिश्तों से बढ़कर पैसा हो गया है. दौलत पाने के लिए लोग कुछ भी कर रहे हैं. छत्तीसगढ़ से एक दिल दहला देने वाला मामला सामने आया है, यहां संपत्ति के चक्कर में 7 साल की बच्ची की बलि दे दी गई. घटना के बाद से इलाके में तनाव बना हुआ है.
मुंगेली जिले के लोरमी थाना क्षेत्र की यह घटना बताई जा रही है. कोसाबाड़ी गांव के पास लाली हत्याकांडा का खुलासा हुआ. अप्रैल में एक बच्ची लापता हो गई थी. भाई और भाभी ने प्रोपर्टी की चाह में मासूम की नरबलि दी. आरोपियों का मानना था कि विधिवत पूजा करने के बाद नरबलि से मनचाही दौलत मिल जाती है.
क्या है मामला?
दौलत के लिए मासूम लाली उर्फ महेशवरी की नरबलि दी गई. 11 अप्रैल 2025 की रात को वह अपने घर से अचानक लापता हो गई. बेटी के न मिलने पर परिजन परेशान हो गए और पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने जांच शुरू की और 6 मई को गांव के ही एक खेत में मानव खोपड़ी और मानव अस्थियां मिली, जिससे इलाके में सनसनी फैल गई.
पुलिस ने डीएनए टेस्ट करवाया तो रिपोर्ट सुनकर सबके पैरों तले जमीन खिसक गई. रिपोर्ट में पता चला कि ये अवशेष लापता बच्ची लाली के हैं. फिर छानबीन में सामने आया कि अंधविश्वास और तंत्र पूजा करके बच्ची की नरबलि दी गई यानी उसकी हत्या कर दी गई.
बच्ची के शव को दफनाया
आरोपियों की पहचान ऋतु गोस्वामी और उसके पार्टनर के रूप में हुई है. उन्होंने बच्ची को अगवा किया फिर काले कपड़े पहनाकर बलि दी और शव को एक खेत में दफना दिया. बिलासपुर रेंज के आईजी डॉ. संजीव शुक्ला और मुंगेली एसपी भोजराम पटेल ने मामले को गंभीरता से लिया. एक टीम का गठन किया जो वारदात की जड़ तक पहुंचे.
पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, लोगों के बयान, ब्रेन मैपिंग और अन्य तरीकों से जांच की. बड़ी मशक्कत के बाद आरोपियों के पहचान हुई और 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया. सभी ने अपना गुनाह कबूल लिया. आरोपियों को विश्वास है कि नरबलि देने से धन की प्राप्ति होती है.
पु्लिस का बयान
इस मामले को लेकर पुलिस ने बताया कि चिम्मन गिरी गोस्वामी रिश्ते में बच्ची का भाई लगता था जबकि ऋतु गोस्वामी रिश्ते में भाभी थी. ऋतु ने ही इस पूरे हत्याकांड का प्लानिंग की. उसने बच्ची को चुपके से घर से उठाने को कहा था. नरेंद्र नार्को ने बच्ची को अगवा किया. हत्या के बाद आकाश मरावी ने शव को दफना दिया और रामरतन निषाद एक तांत्रिक है. सभी को गिरफ्तार कर लिया है.