Begin typing your search...

केक काटा और पूरी की बेटी की आखिरी इच्छा! एक्सीडेंट में पत्नी और बेटी की मौत, शख्स से अंतिम संस्कार के दिन मनाया मासूम का जन्मदिन

Kawardha News: हाल ही में कवर्धा के अकलघरिया गांव में एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जिसने हर किसी को झकझोर दिया. यहां एक पिता ने अपनी बेटी की असमय मृत्यु के बाद, उसके जन्मदिन पर उसकी अर्थी सजाई. यह देखकर सबकी आंखें नम हो गईं. घटना का वीडियो वायरल हो रहा है.

केक काटा और पूरी की बेटी की आखिरी इच्छा! एक्सीडेंट में पत्नी और बेटी की मौत, शख्स से अंतिम संस्कार के दिन मनाया मासूम का जन्मदिन
X
( Image Source:  @shuklaabhi04 )

Kawardha News: छत्तीसगढ़ के कवर्धा में रविवार (5 अक्टूबर) की शाम एक भयानक सड़क हादसा हुआ, जिसमें एक 14 साल की मासूम बच्ची की मौत हो गई. इस हादसे के बाद उसका परिवार टूट गया है. सोशल मीडिया पर बच्ची के पिता का फूट-फूटकर रोते वीडियो वायरल हो रहा है. पिता ने अंतिम संस्कार के दिन ही बच्ची का जन्मदिन मनाया.

जानकारी के अनुसार, कोलकाता का एक परिवार का रविवार की शाम कवर्धा जिले के चिल्फी के पास एक्सीडेंट हुआ. एक तेज रफ्तार ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी. परिवार कान्हा नेशनल पार्क घूमकर घर जा रहे था, तभी यह सब हुआ.

क्या है मामला?

मृतक बच्ची के परिवार की शाम को बिलासपुर से कोलकाता जाने की ट्रेन थी, लेकिन कुछ देर पहले हुई घटना से सब कुछ बदल दिया. इस दौरान 5 लोगों की मौके पर मौत हो गई, जिनमें छोटी बच्ची आदित्री और उसकी मां भी शामिल थी. बुधवार 8 अक्टूबर को दोनों का अंतिम संस्कार किया गया.

बच्ची के पिता ने रोते हुए कहा, आज मेरी बेटी का जन्मदिन है और उन्होंने बेटी के शव के पास केक काटा. यह देखकर सबकी आंखें नम हो गईं. घटना का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने गुब्बारों से सजावट की, केक काटा गया और मासूम आदित्री की तस्वीर को जन्मदिन की टोपी पहनाई गई.

एक पल में सब खत्म

यह घटना न केवल परिवार के लिए, बल्कि पूरे गांव के लिए एक गहरी शोक की घड़ी बन गई. पिता के लिए यह पल असहनीय था, क्योंकि उन्होंने अपनी बेटी को आखिरी बार जन्मदिन का तोहफा दिया, लेकिन वह तो उनकी गोदी में नहीं, बल्कि अर्थी पर सवार होकर गई. हादसे में शख्स की जीवनसाथी और बेटी दोनों की मौत हो गई. जिसने न केवल एक परिवार को तोड़ा, बल्कि पूरे इलाके को झकझोर कर रखा दिया.

बेटी की आखिरी इच्छा

मृतक बच्ची के पिता ने बताया कि दो दिन पहले फोन पर बात हुई थी, जिसमें उनकी बेटी ने इस बार अपने जन्मदिन को और भी खास बनाने की इच्छा जताई थी.वह नए कपड़े पहनने की बात कर रही थी, लेकिन कभी यह नहीं सोचा था कि वह उसे मुक्तिधाम में बैठकर मनाएंगे.

बता दें कि कवर्धा के सीएमएचओ ने स्वीकार किया कि जिले में शव संरक्षण की सही नहीं है. उन्होंने बताया कि इस कमी को दूर करने के लिए सभी ब्लॉक चिकित्सा अधिकारी (बीएमओ) को अपने-अपने अस्पतालों की स्थिति और आवश्यकताओं की रिपोर्ट भेजने के निर्देश दिए गए हैं.मृतकों की पहचान परम भट्टाचार्य (46 वर्ष), आदित्री भट्टाचार्य (14 वर्ष), पोपी बर्मन (48 वर्ष), अन्वेषा सोम (41 वर्ष), अजय कुशवाहा (ड्राइवर) के रूप में हुई, ये सभी कोलकाता के निवासी थे.

Chhattisgarh NewsUP NEWS
अगला लेख