नक्सल विरोधी अभियान के चलते ही मिला था प्रमोशन, अब मुठभेड़ में शहीद हुआ DRG जवान
छत्तीसगढ़ के नारायणपुर जिले में बुधवार को नक्सलियों हमले के दौरान DRG के एक जवान बिरेंद्र कुमार सोरी शहीद हो गए. बताया गया कि इस हमले के दौरान जवान को अस्पताल ले जाने तक का मौका नहीं मिला. इस कारण मौके पर ही उन्होंने दम तोड़ दिया. हालांकि नक्सलियों के खिलाफ अभियान अभी भी जारी है.

छत्तीसगढ़ के नारायणपुर में तीन दिसंबर को नक्सलियों के खिलाफ सर्च अभियान शुरू किया गया था. इस अभियान के तहत पुलिस और नक्सिलयों के बीच बुधवार को मुठभेड़ हुई. जिसमें DRG का एक जवान शहीद हो गया. इस अभियान को डीआरजी और बीएसएफ की टीम ने मिलकर अंजाम दिया था. जानकारी के अनुसार अबूझमाड़ क्षेत्र के पुलिस स्टेशन सोनपुर और कोहकामेटा सीमावर्ती क्षेत्र के लिए रवाना हुई थी.
वहीं इस दौरान बुधवार को सुरक्षा बलों की टीम और नक्सलियों के बीच रुक-रुक कर फायरिंग जारी थी. इस दौरान एक जवान को गोली लगी जिसमें वह घायल हुआ. बताया गया कि जितने समय में उन्हें इलाज के लिए अस्पताल ले जाया जाता उसी समय जवान ने दम तोड़ दिया.
मौके पर शहीद हुए बीरेंद्र कुमार सोरी
बताया गया कि जिस समय गोली लगी और वह घायल हुए उस दौरान उन्हें अस्पताल तक ले जाने का मौका नहीं मिला था. वहीं अब जवान के पार्थिव शरीर को उनके गांव कांकेर जिले के नरहरपुर में ले जाया जाने वाला है. गुरुवार को ही अधिकारियों की मौजूदगी में अंतिम सलामी भी दी जाएगी. वहीं अधिकारियों ने मुठभेड़ के बाद घटनास्थल पर सर्चिंग बढ़ा दी है. साथ ही नक्सलियों के खिलाफ लगातार ऑपरेशन जारी है.
2010 में हुए थे भर्ती
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक शहीद जवान बिरेंद्र कुमार सोरी साल 2010 में नारायणपुर जिला बल में कॉन्स्टेबल के पद पर भर्ती हुए थे. साल 2018 तक उन्हें नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर प्रमोट किया गया था. इस बार भी अपनी टीम के साथ नक्सली के साथ सर्च ऑपरेशन पर गए थे. वहीं जानकारी के अनुसार फिलहाल नक्सल विरोधी सर्च अभियान अभीभी जारी है और सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ जारी है.
डटकर किया सामना
वहीं इस हमले के बाद अन्य जवानों ने सर्चिंग ऑपरेशन जारी रखा. बताया गया कि इस हमले के बाद भी अन्य जवानों ने नक्सलियों का डटकर सामना करते हुए नकसलियों से भिड़ गए. इस वजह से नकस्ली मौके से भाग गए. जिसके बाद से ही अधिकारियों नकसलियों को ढूंढ निकालने की सर्चिंग को बढ़ा दिया है. अभी भी इलाके में नक्सल विरोधी अभियान जारी रखा गया है.