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किसकी हिम्‍मत हुई जो लालू यादव के बेटे से मांग ली रंगदारी, तेज प्रताप को फोन कर धमकाने वाला संतोष रेणु यादव कौन?

बिहार की राजनीति में उस वक्त हड़कंप मच गया जब लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने जनशक्ति जनता दल के राष्ट्रीय प्रवक्ता संतोष रेणु यादव पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगा दिया. उनके आरोपों के बाद संतोष रेणु यादव ने भी पलटवार किया है. जानें रेणु यादव को सियासी बैकग्राउंड क्या है?

किसकी हिम्‍मत हुई जो लालू यादव के बेटे से मांग ली रंगदारी, तेज प्रताप को फोन कर धमकाने वाला संतोष रेणु यादव कौन?
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( Image Source:  Santosh Renu Yadav @SantoshRenu00 )

बिहार की राजनीति में एक बार फिर आरोप-प्रत्यारोप का दौर तेज हो गया है. जनशक्ति जनता दल के प्रमुख और पूर्व मंत्री तेज प्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी के संतोष रेणु यादव पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया है कि उन्होंने मुझे जान से मारने की धमकी दी है. इस बयान के बाद राजनीतिक गलियारों में यह सवाल उठने लगे हैं कि संतोष रेणु यादव आखिर कौन हैं? उनका सियासी और प्रशासनिक बैकग्राउंड क्या है और तेज प्रताप यादव ने उन पर इतना बड़ा आरोप क्यों लगाया?

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क्या पूरा है विवाद विवाद?

तेज प्रताप यादव का आरोप है कि उन्हें फोन के जरिए संतोष रेणु यादव ने धमकी दी है. उसके बाद से संतोष यादव सुर्खियों में हैं. मामला सामने आते ही राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गया है. विपक्ष ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं. तेज प्रताप यादव ने प्रशासन से मामले की जांच की मांग की है. वहीं, संतोष यादव ने भी पलटवार करते हुए तेज प्रताप यादव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है.

कौन हैं संतोष रेणु यादव?

संतोष रेणु यादव बिहार की राजनीति में स्थानीय स्तर पर प्रभाव रखने वाले शख्स के रूप में जाने जाते हैं.वह यादव समुदाय से ताल्लुक रखते हुए. स्थानीय स्तर पर उनकी राजनीतिक और सामाजिक पहचान है. क्षेत्रीय राजनीति और संगठनात्मक गतिविधियों में वह लंबे अरसे से सक्रिय हैं. समर्थक उन्हें जमीनी नेता के रूप में पेश करते हैं. वह माधव सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष भी हैं. उन्हें तेज प्रताप यादव ने जेजेपी से पार्टी विरोधी गतिविधियों में शामिल होने के कारण चुनाव बाद पार्टी से निकाल दिया था.

संतोष रेनू यादव, वैरम चक, याना-मसंडी पटना के रहने वाले हैं. हमने संतोष रेनू यादव को अपनी पार्टी, जनशक्ति जनता दल का राष्ट्रीय प्रवक्ता नियुक्त किया था, लेकिन पार्टी में शामिल होने के बाद, संतोष रेनू यादव, 28 एम स्ट्रैंड रोड स्थित अपने आवास से काम करते हुए, लगातार पार्टी की विचारधारा के खिलाफ काम कर रहे थे, जैसे लोगों से काम करवाने के नाम पर पैसे लेना (मोतिहारी जिले के रहने वाले मंटू गोप से काम करवाने के नाम पर ऑनलाइन हजारों रुपये लिए गए)। इसी तरह, कई लोगों को डरा-धमकाकर, इस व्यक्ति ने अवैध तरीके से लोगों से पैसे वसूलने का घिनौना काम किया है," पत्र में लिखा था.

वह विभिन्न राजनीतिक दलों और नेताओं से नजदीकी के दावे करते हैं. स्थानीय प्रशासन और राजनीति में उनका प्रभाव है. पहले भी विवादों या बयानों को लेकर चर्चा में रहे हैं. हालांकि, गंभीर आरोपों पर अब तक कोई अंतिम न्यायिक फैसला सामने नहीं आया है, लेकिन तेज प्रताप यादव की ओर से संतोष के खिलाफ एफआईआर कराने के बाद से संतोष यादव से जुड़ा विवाद हाई-वोल्टेज विवाद बन चुका है. तेज प्रताप ने सचिवालय थाना में शिकायत दर्ज कराते हुए संतोष रेणु यादव पर रंगदारी मांगने का आरोप लगाया है.

रिपोर्टर्स से बात करते हुए, तेज प्रताप यादव ने कहा, "मैं खतरे में हूँ, इसलिए मैंने सुरक्षा की मांग की है। मैंने बिहार के उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी को एक पत्र लिखा है और सचिवालय पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराई है।"

यह तब हुआ जब JJD प्रमुख ने सम्राट चौधरी को एक पत्र लिखकर कहा कि उनकी जान को खतरा है। तेज प्रताप ने पटना के सचिवालय पुलिस स्टेशन में भी शिकायत दर्ज कराई है.

इसके उलट, संतोष रेणु यादव ने बेऊर थाना में आवेदन देकर तेज प्रताप पर आरोप लगाया है कि उन्हें राजनीतिक साजिश के तहत फंसाया जा रहा है और उनकी जान को खतरा है. दोनों पक्षों की शिकायत पर पुलिस ने जांच शुरू कर दी है और अब पूरे मामले पर सबकी नजर पुलिस की जांच रिपोर्ट पर टिकी हुई है.

उन्होंने कहा है कि कुछ दिनों पहले तेज प्रताप यादव ने अपनी पार्टी जनता जनता दल (JJD) से संतोष रेणु को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। पार्टी से निष्कासन के बाद दोनों के बीच मतभेद गहराते चले गए. अब सुरक्षा मांगने के इस कदम ने पूरे मामले को और राजनीतिक रंग दे दिया है.

तेज प्रताप यादव से टकराव क्यों?

दोनों के बीच चुनाव बाद राजनीतिक मतभेद उभरकर सामने आया हैं. दोनों एक-दूसरे पर आरोप भी लगाए हैं. पटना के सियासी जानकारों का कहना है कि यह विवाद व्यक्तिगत टकराव से ज्यादा सियासी दबाव की लड़ाई भी हो सकता है.

बिहारतेज प्रताप यादव
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