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इतना पैसा कहां से आया? बिहार में इस अफसर के घर मिले नोटों के बिस्तर

बिहार के बेतिया जिले में एक अधिकारी के घर से बड़े पैमाने पर नकदी बरामद होने की खबर ने सनसनी फैला दी है. जानकारी के मुताबिक, यह छापेमारी जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण के घर पर हुई.

इतना पैसा कहां से आया? बिहार में इस अफसर के घर मिले नोटों के बिस्तर
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सागर द्विवेदी
Edited By: सागर द्विवेदी

Updated on: 23 Jan 2025 3:05 PM IST

बिहार के बेतिया जिले में एक अधिकारी के घर से बड़े पैमाने पर नकदी बरामद होने की खबर ने सनसनी फैला दी है. जानकारी के मुताबिक, यह छापेमारी जिला शिक्षा पदाधिकारी (DEO) रजनीकांत प्रवीण के घर पर हुई. विजिलेंस की टीम ने इस कार्रवाई के दौरान इतनी बड़ी मात्रा में नकदी बरामद की कि उसे गिनने के लिए कई मशीनों का सहारा लेना पड़ा.

छापेमारी के दौरान सामने आई तस्वीरें चौंकाने वाली हैं. इन तस्वीरों में देखा जा सकता है कि बेड के अंदर और अलमारियों में नोटों के ढेर लगे हुए हैं. इस घटना ने पूरे राज्य में हड़कंप मचा दिया है और शिक्षा विभाग में भ्रष्टाचार को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. फिलहाल रजनीकांत प्रवीण से विजिलेंस टीम पूछताछ कर रही है. जांच के दौरान यह पता लगाने की कोशिश हो रही है कि यह पैसा कहां से आया और किस-किस अवैध गतिविधि से जुड़ा हो सकता है.

अधिकारियों के उड़े होश

रजनीकांत प्रणीण पिछले तीन सालों से बेतिया जिले में DEO के पद पर तैनात हैं. उनके बसंत बिहार स्थित आवास पर पुलिस बल के साथ विजिलेंस टीम घंटों से छानबीन कर रही है. बताया जा रहा है भ्रष्टाचार की शिकायतों के बाद यह कार्रवाई की गई है. इसके अलावा उसके अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी की जा रही है. फिलहाल बरामद नकदी का कुल रकम का खुलासा नहीं किया गया है और अधिकारी इस मामले में कुछ भी कहने से बचाव कर रहे हैं.

इन दिनों में शिक्षा विभाग के वित्तीय अनियमितताओं को लेकर कई DEO और अधिकारियों पर कार्रवाई की गई है. नए अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने स्कूलों में बेंच- डेस्क की खरीदारी में हुई गड़बड़ियों पर सख्त रुख अपनाया है. इससे पहले किशनगंज और पूर्व चंपारण जिलों में भी DEO और अन्य अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई हो चुकी है.

विजिलेंस डिपार्टमेंट ने कहा, “वर्तमान में जिला शिक्षा अधिकारी, बेतिया (पश्चिम चंपारण) के पद पर तैनात रजनीकांत प्रवीण ने 2005 से अब तक की अवधि के दौरान अवैध रूप से आपराधिक साजिश को आगे बढ़ाने के लिए लगभग 1,87,23,625 रुपये की भारी चल और अचल संपत्ति अर्जित की है, जो उनकी आय के वैध स्रोत से अधिक है.

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