ताबड़तोड़ गोलियों से दहला मोकामा, बाल बाल बचे बाहुबली अनंत सिंह; सोनू मोनू गैंग का आया नाम
मोकामा के कुछ ग्रामीणों ने अनंत सिंह से मदद की गुहार लगाई थी. उनका आरोप था कि इलाके के कुख्यात सोनू-मोनू गैंग ने उनके घरों पर कब्जा कर लिया है. हमेशा लोगों की मदद के लिए खड़े रहने वाले अनंत सिंह ने बिना देर किए गांव का रुख किया. लेकिन उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि यह यात्रा उनके जीवन के लिए खतरा बन जाएगी.

मोकामा के शांत गांव में एक सुबह अचानक गोलीबारी की आवाज़ से हड़कंप मच गया. यह वह इलाका था जहां बिहार के चर्चित बाहुबली नेता और मोकामा के पूर्व विधायक अनंत सिंह का दबदबा था. लोग हैरान और डरे हुए थे. अनंत सिंह पर एक जानलेवा हमला हुआ था, लेकिन किस्मत से वे बाल-बाल बच गए.
मोकामा के कुछ ग्रामीणों ने अनंत सिंह से मदद की गुहार लगाई थी. उनका आरोप था कि इलाके के कुख्यात सोनू-मोनू गैंग ने उनके घरों पर कब्जा कर लिया है. हमेशा लोगों की मदद के लिए खड़े रहने वाले अनंत सिंह ने बिना देर किए गांव का रुख किया. लेकिन उन्हें अंदाज़ा नहीं था कि यह यात्रा उनके जीवन के लिए खतरा बन जाएगी. इस हमले के बाद गांव के लोग खौफ में हैं. गोलीबारी की घटना ने पूरे इलाके को सन्न कर दिया है. पुलिस हमलावरों की पहचान में जुटी है, लेकिन गांव की गलियों में अभी भी डर साफ झलक रहा है.
बाल बाल बचे अनंत सिंह
जैसे ही अनंत सिंह उस गांव में पहुंचे, सोनू-मोनू गैंग के सदस्यों ने उन पर ताबड़तोड़ गोलियां चला दीं. चारों तरफ अफरातफरी मच गई. खबरों के मुताबिक, दोनों पक्षों के बीच जमकर गोलीबारी हुई. अनंत सिंह का काफिला जैसे-तैसे खुद को बचाने में कामयाब रहा. पुलिस मौके पर पहुंची और वहां से तीन खाली कारतूस बरामद किए. इस गोलीबारी ने पूरे इलाके में दहशत फैला दी. गांव में तनाव का माहौल बन गया और प्रशासन ने तुरंत बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात कर दिया. बाढ़ के डीएसपी और अन्य अधिकारी भी घटनास्थल पर पहुंचे.
दबंग नेता हैं अनंत सिंह
अनंत सिंह का नाम बिहार की राजनीति और अपराध की दुनिया में अच्छी तरह जाना जाता है. उनकी छवि एक दबंग नेता की रही है. हालांकि, उनके खिलाफ कई आपराधिक मामले भी दर्ज हैं. साल 2022 में एके-47 रखने के मामले में उन्हें 10 साल की सजा हुई थी, लेकिन बाद में पटना हाई कोर्ट ने उन्हें बरी कर दिया. जेल से बाहर आने के बाद उन्होंने फिर से अपने इलाके में सक्रियता बढ़ाई.
पत्नी जेडीयू से हैं विधायक
उनकी पत्नी नीलम देवी राजद के टिकट पर मोकामा से विधायक चुनी गई थीं और वर्तमान में नीतीश कुमार की जेडीयू को समर्थन दे रही हैं. बिहार में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं. अनंत सिंह फिर से अपनी राजनीतिक जमीन को मजबूत करने में जुट गए हैं. राजनीतिक गलियारों में अटकलें हैं कि क्या वे खुद चुनाव लड़ेंगे या किसी और को मैदान में उतारेंगे.