'हमने सिर्फ 6 सीट मांगी और RJD को दो बार खत लिखा, लेकिन...', ओवैसी की बेकरारी क्यों नहीं समझ रहें तेजस्वी?
ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को किशनगंज से शुरू हुई अपनी 'सीमांचल न्याय यात्रा' के दौरान महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई और छह सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग रखी.ओवैसी ने साफ कहा कि AIMIM की तरफ से लालू यादव को दो बार खत लिख चुके हैं लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं है.

बिहार की राजनीति में अब एक नया सियासी तूफान देखने को मिल रहा है. ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने बुधवार को किशनगंज से शुरू हुई अपनी 'सीमांचल न्याय यात्रा' के दौरान महागठबंधन में शामिल होने की इच्छा जताई और छह सीटों पर चुनाव लड़ने की मांग रखी.ओवैसी ने साफ कहा कि AIMIM की तरफ से लालू यादव को दो बार खत लिख चुके हैं लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं है.
इस बार की यात्रा 24 से 27 सितंबर तक सीमांचल के विभिन्न क्षेत्रों में चलेगी.ओवैसी का कहना है कि AIMIM की तरफ से सभी राजनीतिक पारदर्शिता के साथ कदम उठाए जा रहे हैं और उनका इरादा केवल बिहार के विकास और न्याय के लिए है.वहीं बता दे कि ओवैसी की नजर सीमंचल के 24 सीटों पर है लेकिन विपक्ष का कहना है कि ओवैसी को ये तय करना पड़ेगा की वह किसके साथ है केवल मीडिया में माहौल बनाने से यह काम नहीं चलेगा.इसी के साथ NDA गठबंधन का कहना है कि महागठबंधन और औवैसी दोनों एक ही सिक्के के पहलू हैं.
अख्तरुल ईमान ने तेजस्वी को लिखा पत्र, AIMIM गठबंधन के लिए तैयार
ओवैसी ने बताया कि AIMIM के प्रदेश अध्यक्ष अख्तरुल ईमान ने नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव को पत्र लिखकर स्पष्ट कर दिया था कि AIMIM महागठबंधन के लिए तैयार है. उन्होंने पत्र में यह भी कहा कि पार्टी छह सीटों पर चुनाव लड़ना चाहती है. ओवैसी ने कहा, 'हमने RJD से कभी भी मंत्री पद की मांग नहीं की. अगर यह दरियादिली नहीं है तो और क्या है? हमने गठबंधन के लिए हर संभव प्रयास किए. अब फैसला RJD के हाथ में है.'
पिछली बार AIMIM की पांच सीटें थीं, इस बार दांव बड़ा
बता दें, 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में AIMIM ने 20 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव लड़ा था और सीमांचल क्षेत्र की पांच सीटों पर जीत दर्ज की थी. हालांकि, चुनाव के बाद उनके विधायक RJD में चले गए. अब ओवैसी की पार्टी पिछली बार से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी में है. ओवैसी ने साफ किया कि AIMIM की लड़ाई केवल बीजेपी से नहीं होगी, बल्कि अगर गठबंधन नहीं होता तो RJD और कांग्रेस से भी मुकाबला करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि 'हमारे चार विधायकों को बेईमानी से खरीद लिया गया. अब गेंद उनके कोर्ट में है.'
गठबंधन में देरी, जनता करेगी फैसला
ओवैसी ने मीडिया से बातचीत में कहा, 'हमने सभी आवश्यक प्रयास किए. अगर गठबंधन नहीं होता, तो बिहार के लोग देखेंगे कि कौन बीजेपी को सफल बनाना चाहता है और कौन उन्हें रोकना चाहता है. नतीजे आने के बाद रोना मत.' उन्होंने यह भी कहा कि AIMIM गठबंधन में शामिल होने के लिए पूरी तरह बेकरार है और सीटों का एलान समय आने पर किया जाएगा.इसी के साथ ओवैसी ने कहा कि हां मैं हैदराबाद से आया हूं, चांद से नहीं आया हूं जब तक अल्लाह की दुआ से जिंदा हूं, आता रहूंगा और कोई मुझे नहीं रोक पाएगा. इसी के साथ उन्होंने कहा कि जो हरियाणा से आकर बिहार में राज्यसभा सांसद बन जाते हैं तब आपके पेट में दर्द नहीं होता है.
RJD को लेकर क्या कुछ बोले ओवैसी?
सीमांचल क्षेत्र की जनता और मुस्लिम समुदाय के नेतृत्व को लेकर उन्होंने तीखी टिप्पणियां कीं और आरजेडी पर हमला बोला. ओवैसी ने कहा कि इस समाज के लिए कोई स्थायी नेतृत्व नहीं है और अगर पुराना नेतृत्व कहता है तो सब उसी के पीछे चलते हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि विधानसभा चुनाव में इस दृष्टिकोण का आरजेडी को खामियाजा भुगतना पड़ेगा. ओवैसी ने स्पष्ट किया कि AIMIM सीमांचल में अपने प्रभाव को बढ़ाने के लिए तैयार है और पार्टी आरजेडी को चुनौती देने के लिए पूरी तरह सक्रिय है. उन्होंने कहा कि राजनीति एक कला है और गठबंधन या सीटों के फैसले उनकी पार्टी की बिहार इकाई लेगी.
सीमांचल में घुसपैठियों पर उठाया सवाल
ओवैसी ने घुसपैठियों के मुद्दे को सीमांचल की जनता को असुरक्षित और संदेहग्रस्त करने की कोशिश बताया. उन्होंने केंद्र सरकार से पूछा कि अगर घुसपैठी हैं, तो उन्हें क्यों नहीं पकड़ा जा रहा. उन्होंने बीएसएफ की भूमिका पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार को स्पष्ट जानकारी देनी चाहिए कि कितने लोग पकड़े गए और कितने मामले चल रहे हैं.
बीजेपी और नीतीश सरकार पर निशाना
ओवैसी ने बिहार में भ्रष्टाचार को गंभीर मुद्दा बताते हुए कहा कि राज्य भ्रष्टाचार का केंद्र बन चुका है. उन्होंने वक्फ कानून को लेकर भी बीजेपी पर हमला किया और चेतावनी दी कि अगर बीजेपी सत्ता में आई तो मस्जिदों और खानकाहों की हालत दयनीय हो जाएगी. उन्होंने सवाल किया, “क्या मोदी, अमित शाह या नीतीश कुमार यह तय करेंगे कि कौन मुसलमान है?” ओवैसी ने साफ कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि बिहार में एनडीए की सरकार न बने. उन्होंने यह भी कहा कि अगर एनडीए की सरकार बनी, तो मुख्यमंत्री बीजेपी से ही होगा. गरबा नाइट में जिहादी पाबंदी को उन्होंने “बकवास और झूठ” करार दिया.