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दिवाली से पहले फूटा महागठबंधन का पटाखा! कांग्रेस ने जारी की तीसरी सूची, सीटों पर सियासी जंग तेज़

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे पर दरार गहराई. कांग्रेस ने तीसरी सूची में 6 नए प्रत्याशी घोषित किए, राहुल गांधी और तेजस्वी यादव के बीच मतभेद से INDIA गठबंधन में खलबली मच गई. आज नामांकन का अंतिम दिन है और अभी तक कोई सहमति नहीं बन पाई है.

दिवाली से पहले फूटा महागठबंधन का पटाखा! कांग्रेस ने जारी की तीसरी सूची, सीटों पर सियासी जंग तेज़
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( Image Source:  ANI )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Published on: 20 Oct 2025 8:42 AM

बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर दरार अब खुलकर सामने आ गई है. कांग्रेस, राजद और वामपंथी दलों के बीच समन्वय की कमी साफ दिख रही है. जहां एनडीए पहले से अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर चुका है, वहीं विपक्षी गठबंधन के भीतर अभी तक सीटों को लेकर सहमति नहीं बन पाई है. आठ सीटों पर अब महागठबंधन के सहयोगी दलों के बीच ‘फ्रेंडली फाइट’ देखने को मिलेगी.

वोटर अधिकार यात्रा के दौरान तेजस्वी यादव और राहुल गांधी एक मंच से भाजपा और चुनाव आयोग पर हमला बोलते दिखे थे, लेकिन अब दोनों के बीच तालमेल खत्म होता नजर आ रहा है. तेजस्वी जहां खुद को सीएम पद का चेहरा घोषित कर चुके हैं, वहीं कांग्रेस ने अभी तक इस दावे पर कोई औपचारिक समर्थन नहीं दिया. सूत्रों का कहना है कि तेजस्वी की राहुल गांधी से मुलाकात तक नहीं हो सकी, जिससे राजद खेमे में गहरी नाराजगी है.

सीट बंटवारे पर उलझा गठबंधन

सीटों की घोषणा को लेकर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया जा सका. राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव ने अपने उम्मीदवारों को सिंबल देना शुरू किया तो कांग्रेस और लेफ्ट पार्टियों ने भी अपने-अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी. पहले चरण के नामांकन की समयसीमा बीत जाने के बावजूद कोई संयुक्त घोषणा नहीं हो पाई. इसका नतीजा यह हुआ कि एक ही गठबंधन के दो सहयोगी अब कई सीटों पर आमने-सामने हैं.

कांग्रेस ने जारी की तीसरी सूची, 6 नए उम्मीदवार मैदान में

इस सियासी हलचल के बीच कांग्रेस ने अपनी तीसरी सूची जारी कर दी है. पार्टी ने 6 नए उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की है. नई सूची के अनुसार —

  • वाल्मीकिनगर: सुरेंद्र प्रसाद कुशवाहा
  • अररिया: अबिदुर रहमान
  • अमौर: जलील मस्तान
  • बरारी: तौकीर आलम
  • कहलगांव: प्रवीण सिंह कुशवाहा
  • सिंकदरा (सुरक्षित): विनोद चौधरी

इसके साथ कांग्रेस अब तक 60 प्रत्याशियों की घोषणा कर चुकी है. अब पूरा ध्यान दोनों चरणों की वोटिंग पर है. पहले चरण का मतदान 6 नवंबर को और दूसरा चरण 11 नवंबर को होगा. नतीजे 14 नवंबर को घोषित किए जाएंगे. अब सबकी निगाहें इस पर हैं कि बिखरते महागठबंधन को क्या जनता एक बार फिर से जोड़ पाएगी?

कुटुम्बा सीट बनी विवाद का केंद्र

औरंगाबाद जिले की कुटुम्बा विधानसभा सीट पर कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम के खिलाफ राजद ने अपना उम्मीदवार उतारकर सियासी बवाल खड़ा कर दिया है. इस फैसले से दोनों दलों के बीच टकराव गहरा गया है. यह सिर्फ एक सीट का मामला नहीं, बल्कि महागठबंधन की एकता की असली परीक्षा बन गया है. इसी तरह, बेगूसराय, लालगंज और वैशाली में भी कांग्रेस और राजद के बीच टकराव दिख रहा है.

झामुमो और आईआईपी की बगावत ने बढ़ाई मुश्किलें

झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) ने बिहार में छह सीटों पर महागठबंधन उम्मीदवारों के खिलाफ लड़ने का ऐलान कर दिया है. वहीं, भारतीय समावेशी पार्टी (IIP) ने सहरसा और जमालपुर से अपने प्रत्याशी उतार दिए हैं. कांग्रेस के अंदर भी असंतोष है. टिकट वितरण में मनमानी के आरोप लग रहे हैं. वरिष्ठ नेता छत्रपति यादव और गजानंद शाही जैसे नाम खुले तौर पर नेतृत्व की आलोचना कर रहे हैं.

एनडीए में एकता, इंडिया गठबंधन में अव्यवस्था

जहां एनडीए में नरेंद्र मोदी और अमित शाह के नेतृत्व में सीटें पहले ही तय कर ली गईं, वहीं विपक्ष अब तक बिखरा हुआ है. बीजेपी और जेडीयू मिलकर संयुक्त प्रचार की रणनीति बना रहे हैं, जबकि इंडिया गठबंधन के नेता आपसी मतभेदों में उलझे हैं. यह स्थिति विपक्षी एकता पर गंभीर सवाल उठाती है. क्या राहुल गांधी इतने बड़े गठबंधन को एकजुट रख पाएंगे?

राहुल गांधी के नेतृत्व पर फिर उठे सवाल

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और झारखंड के हेमंत सोरेन पहले भी इंडिया गठबंधन के नेतृत्व पर सवाल उठा चुके हैं. अब बिहार में भी वही स्थिति बन रही है. कांग्रेस के भीतर भी गुटबाजी चरम पर है. राजनीतिक विशेषज्ञों का कहना है कि यदि इस बार महागठबंधन का तालमेल बिगड़ता है, तो इसका असर आने वाले बंगाल और तमिलनाडु के चुनावों पर भी साफ दिखाई देगा.

बिहार विधानसभा चुनाव 2025
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