छोड़ दिया पटना, मीडिया के सामने आने पर पाबंदी; कहां लापता है हिजाब विवाद वाली नुसरत, अब बची रहेगी नौकरी?
बिहार में हिजाब विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. इस मामले में सरकार की डेडलाइन बढ़ाने के बावजूदज आज भी नुसरत परवीन ने नौकरी ज्वॉइन नहीं की है. ऐसे में देखना होगा कि सरकार अब क्या एक्शन लेती है.
बिहार की राजनीति में हिजाब विवाद घहराता जा रहा है. दरअसल इस विवाद के बाद से नुसरत परवीन की मौजूदगी और गतिविधियां हर किसी के लिए सवाल बन गई हैं. पटना छोड़कर अपने पूरे परिवार के साथ कोलकाता शिफ्ट हो जाने के बाद नुसरत मीडिया से भी दूरी बनाए हुए हैं.
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इतना ही नहीं, उन्होंने अब तक नौकरी ज्वॉइन नहीं किया है. इतना ही नहीं, तारीख को आगे बढ़ा दिया गया था. इसके बावजूद उनका यह एक्शन क्या अब नौकरी बचा पाएगा?
घटना के बाद गायब हुई नुसरत
दरअसल बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने सभी के सामने नुसरत का हिजाब खींच दिया था. इस विवाद के ठीक बाद से वह गायब हैं. अपॉइंटमेंट लेटर मिलने के बाद सरकार ने 20 दिसंबर की डेडलाइन को 31 तक खींचा, लेकिन आज तक उनकी कोई खबर नहीं. क्या डर, अपमान या दबाव का? वहीं, सोशल मीडिया पर अफवाहें उड़ रही हैं कि नौकरी ज्वॉइन नहीं करेंगी.
तारीख बढ़ेगी या आखिरी अल्टीमेटम?
नुसरत की ज्वॉइनिंग 31 दिसंबर की थी. ऐसे में वह आज भी दफ्तर नहीं पहुंची हैं. अब सवाल यह है कि अगर आज भी नुसरत ने ज्वाइन नहीं किया, तो क्या होगा? सूत्रों की मानें, तो अगर आज भी वह नौकरी पर नहीं आती हैं, तो डेट आगे नहीं बढ़ाई जाएगी.
पटना छोड़ कोलकाता में छिपा परिवार
इस विवाद के बाद नुसरत ने पटना शहर छोड़ दिया है और वह अपने पूरे परिवार संग कोलकाता चली गई हैं. इतना ही नहीं, उनके पति ने मीडिया से दूरी का फरमान सुना दिया. कोई बयान नहीं, कोई संपर्क नहीं.
क्या है हिजाब विवाद?
15 दिसंबर को सीएम नीतीश कुमार स्टेज पर 1283 आयुष डॉक्टरों को अपॉइंटमेंट लेटर बांट रहे थे. वहीं, इनमें से एक मुस्लिम महिला जब लेटर ने जाती है, तो नीतीश कुमार उनका हिजाब खींच लेते हैं. इसके बाद इस मामले को लेकर बिहार सरकार को जमकर घेरा गया. हालांकि, बिहार के राज्यपाल ने सीएम का समर्थन किया, लेकिन विपक्षी पार्टी ने इस मामले पर कई सवाल उठाए.





