पटना में राजद नेता की गोली मारकर हत्या, कौन थे राजकुमार राय और क्यों बन सकते हैं सियासत का बड़ा मुद्दा?
बिहार की राजधानी पटना में अपराधियों ने राजद नेता राजकुमार राय उर्फ अल्ला राय की गोली मारकर हत्या कर दी. यह वारदात चित्रगुप्त नगर थाना क्षेत्र के मुन्नाचक इलाके में हुई, जहां बाइक सवार दो बदमाशों ने उन पर 6 गोलियां दाग दीं. राजकुमार राय राघोपुर से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे और राजनीति में सक्रिय थे. हत्या के बाद इलाके में दहशत का माहौल है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. इस घटना ने बिहार की कानून-व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं.

बिहार की राजधानी पटना एक बार फिर अपराधियों की गोलीबारी से दहल उठी. इस बार शिकार बने राजद नेता राजकुमार राय उर्फ अल्ला राय, जिनकी बुधवार देर रात मुन्नाचक इलाके में गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात के वक्त राय अपने घर के पास खाने का सामान खरीदने के लिए रुके थे. तभी घात लगाए बाइक सवार बदमाशों ने उन पर 6 गोलियां दाग दीं और मौके से फरार हो गए.
इस घटना ने न केवल पटना की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है. राजकुमार राय चुनावी तैयारी कर रहे थे और सक्रिय राजनीति में उनका दखल लगातार बढ़ रहा था. ऐसे में उनकी हत्या को सियासी चश्मे से भी देखा जा रहा है.
कौन थे राजद नेता राजकुमार राय?
राजकुमार राय मूल रूप से वैशाली जिले के राघोपुर के निवासी थे. वे लंबे समय से राजद से जुड़े हुए थे और राघोपुर विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे. स्थानीय स्तर पर वे काफी सक्रिय माने जाते थे और राजनीतिक जमीन मजबूत करने में जुटे हुए थे. यही नहीं, वे जमीन कारोबार से भी जुड़े थे, जिससे उनके दुश्मनों की संख्या भी बढ़ी थी. उनकी राजनीतिक सक्रियता और जमीन कारोबार, दोनों ही पुलिस की जांच के केंद्र में हैं. सवाल उठ रहा है कि आखिर राय को निशाना क्यों बनाया गया? क्या ये चुनावी रंजिश थी या फिर निजी दुश्मनी?
वारदात कैसे हुई?
बुधवार रात राजकुमार राय अपनी कार से घर लौट रहे थे. इसी दौरान वे अपने घर के पास एक होटल से खाना लेने रुके. तभी बाइक पर आए दो अपराधियों ने उन्हें गोलियों से भून दिया. गोलीबारी इतनी ताबड़तोड़ थी कि मौके पर अफरा-तफरी मच गई. राय को तुरंत पीएमसीएच ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. पुलिस ने घटनास्थल से 6 खोखा बरामद किया है और सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं. फुटेज में दो अपराधी नजर आए हैं, लेकिन उनकी पहचान अब तक नहीं हो सकी है.
पुलिस की जांच और प्रशासनिक तैयारी
हत्या की सूचना मिलते ही पुलिस बल मौके पर पहुंच गया और इलाके को घेर लिया गया. शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. पूर्वी एसपी परिचय कुमार ने बताया कि अपराधियों की तलाश जारी है और एफएसएल की टीम भी जांच में जुटी है. फिलहाल, पुलिस इस पहलू पर ध्यान दे रही है कि हत्या राजनीतिक रंजिश का नतीजा है या आपसी दुश्मनी का. इलाके में सुरक्षा बढ़ा दी गई है और स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है.
राघोपुर से चुनाव लड़ने की थी तैयारी
राजकुमार राय की राजनीतिक महत्वाकांक्षा भी इस हत्या को बड़ा एंगल देती है. वे राघोपुर से विधानसभा चुनाव लड़ने की तैयारी कर रहे थे और इसके लिए लगातार क्षेत्र का दौरा कर रहे थे. उनकी इस सक्रियता को देखते हुए माना जा रहा है कि उनकी हत्या सियासी दुश्मनी का नतीजा भी हो सकती है. राजनीतिक पंडितों का मानना है कि उनकी हत्या से आगामी बिहार विधानसभा चुनाव का सियासी माहौल गर्मा सकता है. विपक्ष पहले ही कानून-व्यवस्था को मुद्दा बना रहा है और अब यह हत्या उनके लिए बड़ा हथियार साबित हो सकती है.
क्या है स्थानीय लोगों की राय?
स्थानीय लोगों का कहना है कि पटना में अपराधियों का मनोबल लगातार बढ़ता जा रहा है. राजद नेता की हत्या को उन्होंने प्रशासन की विफलता बताया है. लोगों की मांग है कि पुलिस तुरंत अपराधियों को पकड़कर सख्त कार्रवाई करे. लोगों का यह भी कहना है कि अगर सियासी कार्यकर्ताओं को ही सुरक्षा नहीं मिल रही, तो आम जनता कितनी असुरक्षित है, इसका अंदाजा लगाया जा सकता है.