Begin typing your search...

अंधेरे में प्लान, आधी रात अरेस्ट! दुलारचंद यादव केस में कैसे गिरफ्तार हुए अनंत सिंह? पढ़ें मिनट टू मिनट पूरी टाइमलाइन

दुलारचंद यादव हत्याकांड में जेडीयू उम्मीदवार और पूर्व विधायक अनंत सिंह की गिरफ्तारी ने बिहार चुनाव में नया भूचाल ला दिया है. रात 11:10 बजे बाढ़ के कारगिल मार्केट से 150 पुलिसकर्मियों की टीम ने उन्हें हिरासत में लिया और 2 बजे प्रेस कॉन्फ्रेंस कर गिरफ्तारी की पुष्टि की गई. पूरी गिरफ्तारी टाइमलाइन, राजनीतिक असर, पुलिस कार्रवाई और चुनाव आयोग की प्रतिक्रिया जानिए इस रिपोर्ट में.

अंधेरे में प्लान, आधी रात अरेस्ट! दुलारचंद यादव केस में कैसे गिरफ्तार हुए अनंत सिंह? पढ़ें मिनट टू मिनट पूरी टाइमलाइन
X
( Image Source:  ANI )
नवनीत कुमार
Edited By: नवनीत कुमार

Updated on: 2 Nov 2025 9:09 AM IST

बिहार की राजनीति में सिर्फ बयान नहीं, घटनाएं भी अचानक मोड़ लेती हैं. मोकामा में हुए दुलारचंद यादव हत्याकांड के बाद सबको लग रहा था कि पूर्व विधायक अनंत सिंह खुद पुलिस के सामने सरेंडर करेंगे. माहौल संकेत दे रहा था कि वे अदालत या थाने में पेश होकर कानून की प्रक्रिया अपनाएंगे पर हालात बदले, और पुलिस ने खुद उनके दरवाज़े दस्तक दी.

शनिवार रात जिस वक्त पटना पुलिस की टीम मोकामा पहुंची, वहां किसी नारेबाजी या विरोध का शोर नहीं था, बल्कि एक अजीब सन्नाटा था. अनंत सिंह पहले से तैयार बैठे मिले ना तनाव, ना प्रतिरोध. पुलिस स्कॉर्पियो आई, और चुपचाप पूर्व विधायक उसकी पिछली सीट पर बैठकर निकल गए. ऐसे घटनाओं में जो भीड़ और हंगामा दिखता है, वह इस बार नदारद था.

कैसे बदला पूरा घटनाक्रम?

दुलारचंद यादव की हत्या के बाद मोकामा में तनाव गहरा चुका था, और पुलिस को अंदेशा था कि दिन में कोई बड़ी भिड़ंत हो सकती है. इसी वजह से कार्रवाई रात में की गई. पहले खबर थी कि अनंत सिंह सरेंडर करेंगे, पर इससे पहले कि वे ऐसा करते, पुलिस ने 150 जवानों के साथ उन्हें गिरफ्तार कर लिया.

शांत गिरफ्तारी, बिना नारे और विरोध

गिरफ्तारी के वक्त न कोई समर्थक जुटा, न कोई हंगामा हुआ. अनंत सिंह पहले ही तैयार थे, उन्होंने किसी तरह का विरोध नहीं किया. पुलिस सीधे उन्हें पटना ले गई, जहां रात में जेल शिफ्ट करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई. सुबह मजिस्ट्रेट के सामने पेशी की तैयारी है.

मामला सिर्फ FIR का नहीं, चुनाव का भी

दुलारचंद यादव के पोते ने पहली FIR अनंत सिंह और अन्य के खिलाफ दर्ज कराई थी. उसके बाद जन सुराज के प्रत्याशी पियूष प्रियदर्शी ने एक और शिकायत दी. तीसरी FIR पुलिस ने खुद अपने स्तर पर की. यानी मामला अब सिर्फ हत्या नहीं, बल्कि चुनावी हिंसा के दायरे में भी दर्ज हो चुका है.

चुनाव आयोग की सख्ती

दबाव सिर्फ पुलिस पर नहीं था, बल्कि चुनाव आयोग भी लगातार रिपोर्ट मांग रहा था. इसी दबाव में 21 लोगों की गिरफ्तारी हुई, दो थाना प्रभारी सस्पेंड हुए और जिले में सुरक्षा बल तैनात कर दिया गया. हालात बिगड़ें, इससे पहले प्रशासन मोड में आ गया.

अफसरों का तबादला और निलंबन

हत्याकांड के बाद चुनाव आयोग ने लापरवाही मानते हुए एसपी समेत चार अधिकारियों का तबादला कर दिया और एक अधिकारी को निलंबित कर दिया. आयोग ने साफ कहा- चुनाव के दौरान कानून-व्यवस्था में ढील बर्दाश्त नहीं की जाएगी.

आत्मसमर्पण नहीं, गिरफ्तारी है

एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने स्पष्ट किया कि अनंत सिंह ने सरेंडर नहीं किया, उन्हें गिरफ्तार किया गया है. उनके दो सहयोगी—मणिकांत ठाकुर और रंजीत राम भी पकड़े गए हैं. घटना में कुल तीन मुख्य आरोपी हिरासत में हैं, बाकी की तलाश जारी है.

काफी देर से जागी पुलिस

जन सुराज उम्मीदवार पियूष प्रियदर्शी ने कहा कि यह कदम सही है, पर देर से उठाया गया. उनका आरोप है कि जब FIR दर्ज हुई थी, उसी वक्त गिरफ्तारी हो जानी चाहिए थी. न कि तब, जब मामला सुर्खियों में आ गया.

CID की एंट्री, अब केस हाई-प्रोफाइल जांच में

हत्या के बाद बिहार की कानून व्यवस्था पर लगातार सवाल उठ रहे थे. इसी बीच CID ने केस की जांच अपने हाथ में ली. डीआईजी जयंतकांत खुद मौके पर पहुंचे और जांच शुरू की. मतलब अब दबाव सिर्फ पुलिस पर ही नहीं, पूरे सिस्टम पर है.

अनंत सिंह की गिरफ्तारी की टाइमलाइन

  • 11:10 PM – एसएसपी की एंट्री: पटना एसएसपी कार्तिकेय शर्मा रात 11 बजकर 10 मिनट पर बाढ़ के कारगिल मार्केट पहुंचे. यहां अनंत सिंह अपने कुछ समर्थकों के साथ पहले से मौजूद थे. पुलिस टीम हत्या केस से जुड़े इनपुट के आधार पर कार्रवाई के लिए पहुंची थी.
  • 11:15 PM – बातचीत शुरू: एसएसपी ने मौके पर अनंत सिंह से पूछताछ और बातचीत शुरू की. यह बातचीत लगभग 25–30 मिनट चली, जिसके दौरान पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर गिरफ्तारी की प्रक्रिया तय की.
  • 11:45 PM – हिरासत में लिया गया: करीब 11 बजकर 45 मिनट पर पटना पुलिस ने अनंत सिंह को औपचारिक रूप से हिरासत में लिया और तुरंत उन्हें लेकर बाढ़ से पटना की ओर रवाना हो गई. इस दौरान किसी भी तरह का विरोध या हंगामा नहीं हुआ.
  • 12:45 AM – प्रेस कॉन्फ्रेंस की खबर फैली: मीडिया को सूचना मिली कि आधी रात के बाद पटना में एसएसपी प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे. राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में हलचल तेज हो गई.
  • 1:00 AM – मीडिया तक कन्फर्म सूचना पहुंची: लगभग 1 बजे यह खबर पत्रकारों तक पहुँच गई कि अनंत सिंह की गिरफ्तारी हो चुकी है और वे पटना के रास्ते में हैं. कई रिपोर्टर्स पुलिस हेडक्वार्टर और प्रेस हॉल में जुटने लगे.
  • 1:30 AM – डीएम प्रेस हॉल पहुंचे: पटना जिलाधिकारी आधे घंटे पहले ही प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में पहुंच चुके थे. लेकिन पुलिस टीम अभी रास्ते में थी, इसलिए प्रेस मीट टल गई.
  • 1:45 AM – पुलिस अनंत सिंह के साथ पटना पहुंची: करीब 1:45 बजे पुलिस का काफिला पटना पहुँचा. इसके बाद उन्हें हिरासत से जेल शिफ्टिंग की प्रक्रिया में लाया गया.
  • 2:00 AM – आधिकारिक प्रेस कॉन्फ्रेंस: ठीक 2 बजे डीएम और एसएसपी ने संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की. डीएम ने कहा: चुनाव आयोग के निर्देशों के तहत शांति और निष्पक्ष मतदान सुनिश्चित किया जा रहा है. एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने हत्या केस के आधार पर अनंत सिंह की गिरफ्तारी की औपचारिक पुष्टि की और जांच की जानकारी साझा की.
crimeबिहार विधानसभा चुनाव 2025
अगला लेख