अब शिक्षक खुद तय करेंगे अपनी पोस्टिंग, नीतीश सरकार ने लॉन्च किया Mutual Transfer Portal, जानें कैसे करें आवेदन
बिहार सरकार ने शिक्षकों के लिए म्युचुअल ट्रांसफर पोर्टल लॉन्च किया है, जिससे वे आपसी सहमति से अपनी पोस्टिंग तय कर सकेंगे. यह पोर्टल 6 अगस्त से 10 सितंबर तक खुला रहेगा. पारिवारिक या अन्य कारणों से स्थानांतरण चाहने वाले शिक्षक अब अपने पसंदीदा जिले में आवेदन कर सकते हैं. आवेदन की प्रक्रिया शिक्षा विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है.

बिहार के हजारों शिक्षकों के लिए राहत भरी खबर सामने आई है. लंबे समय से अपने पसंदीदा स्थान पर स्थानांतरण की बाट जोह रहे शिक्षकों के लिए शिक्षा विभाग ने एक अहम कदम उठाया है. आज, 6 अगस्त को दोपहर 3 बजे से म्युचुअल ट्रांसफर पोर्टल को फिर से खोलने का एलान कर दिया गया है, जहां शिक्षक आपसी सहमति के आधार पर अपने ट्रांसफर के लिए आवेदन कर सकेंगे. यह पोर्टल 10 सितंबर तक खुला रहेगा.
पारिवारिक कारणों, स्वास्थ्य समस्याओं या अन्य कठिनाइयों की वजह से स्थानांतरित होने की चाह रखने वाले शिक्षक इस अवसर का लाभ उठा सकते हैं. शिक्षा विभाग का यह फैसला ऐसे तमाम शिक्षकों के लिए एक नई उम्मीद बनकर आया है, जिनकी पोस्टिंग अपेक्षित जगह से दूर हो गई थी.
किस शिक्षकों के लिए खोला गया है यह पोर्टल?
यह पोर्टल विशेष रूप से उन शिक्षकों के लिए खोला गया है, जो किसी कारणवश पहले की स्थानांतरण प्रक्रिया में शामिल नहीं हो पाए थे या जिनकी पोस्टिंग ऐसे क्षेत्रों में हुई थी जहां से उन्हें अपने परिवार से दूर रहना पड़ रहा था. अब वे शिक्षक आपसी सहमति से मनचाही जगह पर स्थानांतरण के लिए आवेदन कर सकते हैं.
नीतीश सरकार ने सुनी शिक्षकों की आवाज
कुछ समय पहले राज्य के कई शिक्षकों ने अपनी पोस्टिंग को लेकर चिंता जताई थी. ऐसे स्थानों पर पोस्टिंग होने से उन्हें पारिवारिक और व्यक्तिगत कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था. बिहार सरकार और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षकों की इन समस्याओं को गंभीरता से लिया और शिक्षा विभाग ने म्युचुअल ट्रांसफर पोर्टल को पुनः खोलने का निर्णय लिया.
कैसे करें आवेदन? यहां जानिए पूरी प्रक्रिया
- जो भी शिक्षक म्युचुअल ट्रांसफर के लिए आवेदन करना चाहते हैं, उन्हें शिक्षा विभाग के पोर्टल पर जाकर निर्धारित प्रक्रिया का पालन करना होगा.
- शिक्षक को एक अन्य सहकर्मी शिक्षक के साथ आपसी सहमति बनानी होगी, जो स्थानांतरण के लिए तैयार हो.
- दोनों शिक्षकों को सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करने होंगे, साथ ही विभाग की तय शर्तों को पूरा करना होगा.
- आवेदन पत्र में सही जानकारी और प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है.
शिक्षकों के लिए सुनहरा मौका, चूके तो करना होगा इंतजार
यह पोर्टल उन सभी शिक्षकों के लिए एक सुनहरा अवसर है, जो किसी कारणवश अपनी मनपसंद पोस्टिंग नहीं प्राप्त कर सके थे. यह उनके जीवन में संतुलन लाने और पारिवारिक जिम्मेदारियों के साथ कार्यस्थल को संतुलित करने का मौका है. इस पोर्टल के जरिए, बिहार सरकार ने एक बार फिर यह संदेश दिया है कि सरकारी शिक्षक सिर्फ सरकारी कर्मचारी नहीं, बल्कि परिवार के हिस्से हैं, और उनकी समस्याओं को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता.