बिहार के मुन्ना कुमार बने 138 बच्चों के पिता, जानें क्या है पूरा मामला?
बिहार से एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जिसमें मुन्ना कुमार 138 बच्चों के पिता बने हैं. यह मामला इलेक्शन से जुड़ा है. चुनाव खत्म होने के बाद इस मामले में जरूरी कार्रवाई की जाएगी

बिहार विधान परिषद निर्वाचन क्षेत्र के एक मतदान केंद्र के लगभग हर पांचवें मतदाता के बारे में पहले कभी नहीं सुना गया. बिहार में तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए विधान परिषद उपचुनाव में मुन्ना कुमार नाम के एक व्यक्ति का नाम कुल 724 मतदाताओं में से 138 मतदाताओं के पिता के रूप में दर्ज है.
गुरुवार को तिरहुत में उपचुनाव हुआ. सत्तारूढ़ पार्टी जनता दल (यूनाइटेड) के उम्मीदवार अभिषेक झा और विपक्षी राष्ट्रीय जनता दल के उम्मीदवार गोपी किशन सहित कुल 18 उम्मीदवार मैदान में हैं. प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी ने पूर्व मंत्री रघुनाथ पांडे के पोते डॉ. विनायक गौतम को मैदान में उतारा है. जेडी(यू) के वरिष्ठ नेता देवेश चंद्र ठाकुर के इस्तीफे के कारण उपचुनाव की आवश्यकता पड़ी.
क्या है मामला?
मुन्ना कुमार का नाम 138 मतदाताओं के पिता के नाम वाले सेक्शन में दिखाई देने पर अधिकारियों ने माना कि यह मतदाता सूची में एक "विसंगती" थी. हालांकि, अधिकारियों ने साफ किया कि इस "अनियमितता" से तिरहुत स्नातक निर्वाचन क्षेत्र के लिए इलेक्शन प्रोसेस पर असर नहीं पड़ेगा. तिरहुत में वोटर्स की संख्या 1.5 लाख से थोड़ी अधिक है. यह सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, वैशाली और शिवहर जिलों के 197 बूथों पर फैले हुए हैं. तिरहुत डिवीजनल कमिश्नर सर्वानन एम ने कहा कि मुजफ्फरपुर के औराई ब्लॉक में यह विसंगति सामने आई है, जहां एक मतदान केंद्र पर 724 मतदाताओं में से 138 के पिता का नाम "मुन्ना कुमार" बताया गया है.
तकनीकी कारकों के चलते हुए गड़बड़ी
कमिश्नर ने पीटीआई को फोन पर बताया कि "किसी भी मतदाता को इस विसंगति के कारण अपने वोट देने से वंचित नहीं किया जाएगा, जो कुछ तकनीकी कारकों के कारण हुआ लगता है. उपचुनाव प्रक्रिया पूरी होने पर हम जरूरी कार्रवाई करेंगे."
बंशी धर ने लगाए आरोप
उपचुनाव में जेडी(यू) के उम्मीदवार अभिषेक झा ने कहा यह अजीब है. सभी आयु वर्ग और विभिन्न धार्मिक संबद्धताओं के पुरुष और महिला मतदाताओं के पिता का नाम एक ही है." निर्दलीय उम्मीदवार बंशी धर बृजवासी ने आरोप लगाया कि "मैंने समय रहते अधिकारियों के समक्ष इस विसंगति को उजागर किया था, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. मतदाता चिंतित हैं."