NDA के 'पांडवों' से डगमगा गया महागठबंधन! लालू के लाल तेजस्वी ने बचाई RJD की लाज? जानें राबड़ी के दुलारे का हाल
आरजेडी की परफॉर्मेंस इस बार उसके इतिहास के सबसे कमजोर प्रदर्शनों में शामिल होती दिख रही है. अब बात करते हैं कि लालू के दोनों लाल का क्या है तो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव तीसरे नबंर पर खिसक गए है तो वहीं तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से जीतते हुए नजर आ रहे हैं ऐसे में आरजेडी के लिए लालटेन का जलता माना जा रहा है.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 की मतगणना में एनडीए की सुनामी साफ दिख रही है. शुरुआती रुझानों ने संकेत दे दिया है कि इस बार बीजेपी और जेडीयू की जोड़ी इतिहास रचने की कगार पर है. भाजपा अकेले लगभग 90 सीटों पर आगे है, जबकि जेडीयू भी करीब 80 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. कुल मिलाकर एनडीए 200 के पार पहुंचने की स्थिति में दिख रहा है, जो पिछले कई चुनावों की तुलना में एक बड़ा राजनीतिक उलटफेर है. तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर ट्वीट कर लिखा कि लालटेन शाम को जलता है घबराना नहीं है साथियों.
दूसरी ओर, महागठबंधन की हालत बेहद खराब नजर आ रही है. आरजेडी की परफॉर्मेंस इस बार उसके इतिहास के सबसे कमजोर प्रदर्शनों में शामिल होती दिख रही है. अब बात करते हैं कि लालू के दोनों लाल का क्या है तो लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव तीसरे नबंर पर खिसक गए है तो वहीं तेजस्वी यादव राघोपुर सीट से जीतते हुए नजर आ रहे हैं ऐसे में आरजेडी के लिए लालटेन का जलता माना जा रहा है. हालांकि वही महागठबंधन में बड़े-बड़े चेहरे अपनी सीटों पर पीछे नजर आ रहे हैं.
NDA की आंधी- भाजपा–जेडीयू की जबरदस्त बढ़त
मतगणना के ताज़ा ट्रेंड्स में बीजेपी 90 के करीब और जेडीयू लगभग 80 सीटों पर आगे चल रही है. एनडीए का कुल आंकड़ा लगातार ऊपर बढ़ रहा है, जबकि महागठबंधन 34 सीटों पर ही सिमटा दिख रहा है. शाम 5 बजे पटना स्थित भाजपा मुख्यालय में बड़े स्तर पर जीत का जश्न मनाने की तैयारी भी शुरू हो चुकी है.
तेजस्वी-तेज प्रताप ‘फुस्स’, आरजेडी का लालटेन डगमगाया
लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव महुआ सीट पर तीसरे नंबर पर खिसक गए हैं. तो वहीं तेजस्वी यादव पहले तो पीछे नजर आ रहे थे लेकिन अचानक कमबैक किया और लालटेम के उजाले को बरकरार रखा है. आरजेडी के लिए यह चुनाव 2020 की तुलना में बड़ा झटका है, जब पार्टी को 75 सीटें मिली थीं. इस बार पार्टी 25 सीटों तक पहुंच पाने के लिए भी संघर्ष कर रही है.
कांग्रेस को नहीं मिला पंजा, वीआईपी का ‘खाता बंद’
महागठबंधन के प्रदर्शन की बात करें तो वीआईपी पार्टी की शुरुआत ही खराब रही-खाता तक नहीं खुल पाया. कांग्रेस भी बेहद कमजोर स्थिति में है और महागठबंधन को कुल सिर्फ 34 सीटों पर बढ़त मिली है, जिनमें कांग्रेस की 5 और CPI-ML की केवल 1 सीट शामिल है.
2010 की यादें ताज़ा- RJD फिर दोहराती हार की ओर?
2010 के विधानसभा चुनावों में भी आरजेडी को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. तब पार्टी 168 सीटों पर लड़ी थी लेकिन जीत केवल 22 सीटों पर ही मिली थी. 2025 के रुझान उसी तरह की करारी हार का संकेत दे रहे हैं, जिससे पार्टी के भविष्य और नेतृत्व पर भी सवाल खड़े हो सकते हैं. आरजेडी नेता और अभिनेता खेसारी यादव भी अपनी सीट पर पिछड़ रहे हैं. 7वें राउंड के बाद वे लगभग 2600 वोटों से पीछे चल रहे हैं. महागठबंधन के अन्य बड़े चेहरे भी बढ़त पाने में नाकाम दिख रहे हैं.





