बिहार चुनाव से पहले तेजस्वी पर 'जानलेवा हमला'? बहन रोहिणी ने बताया साज़िश, सियासत गरमाई
बिहार चुनाव से पहले नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव पर हमले की आशंका से सियासत गरमा गई है. हाजीपुर-मुजफ्फरपुर हाईवे पर तेज रफ्तार ट्रक ने उनके काफिले को टक्कर मारी. बहन रोहिणी आचार्य ने इसे साज़िश बताया. गनीमत रही कि तेजस्वी बाल-बाल बचे. सवाल उठ रहे हैं- क्या यह महज़ हादसा था या चुनावी रेस से उन्हें बाहर करने की कोशिश?

बिहार में 2025 के विधानसभा चुनाव से पहले सियासत अचानक गरमा गई है. नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के काफिले के दुर्घटनाग्रस्त होने को लेकर राजनीति गरमा गई है. हादसा मामूली नहीं, बल्कि एक साज़िश का हिस्सा था, ऐसा दावा खुद तेजस्वी की बहन रोहिणी आचार्य ने किया है.
उन्होंने कहा कि यह हमला सिर्फ लापरवाही नहीं, बल्कि जानबूझकर की गई सुरक्षा चूक है. ऐसे समय में जब बिहार में जातीय समीकरण और राजनीतिक रणनीतियां तेज हो रही हैं, इस तरह की घटना राजद और तेजस्वी यादव के खिलाफ संभावित राजनीतिक षड्यंत्र के रूप में देखी जा रही है. क्या यह किसी बड़े राजनीतिक संदेश की शुरुआत है या फिर चुनावी रेस से तेजस्वी को बाहर करने की कोशिश?
5 फीट की दूरी पर थे तेजस्वी
हाजीपुर-मुजफ्फरपुर हाईवे पर शुक्रवार देर रात एक बड़ा हादसा टल गया, जब बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के काफिले में शामिल गाड़ियों को एक अनियंत्रित ट्रक ने टक्कर मार दी. हादसा तेजस्वी यादव से महज 5 फीट की दूरी पर हुआ. गनीमत रही कि तेजस्वी बाल-बाल बच गए, लेकिन उनके कई सुरक्षाकर्मी और एक ड्राइवर घायल हो गए.
हादसे के तुरंत बाद तेजस्वी ने घायलों को सदर अस्पताल में भर्ती कराया और खुद भी अस्पताल पहुंचकर स्थिति की निगरानी की. यह घटना रात करीब 1:30 बजे गोरौल के पास हुई जब तेजस्वी यादव मधेपुरा से पटना लौट रहे थे और रास्ते में एक जगह चाय के लिए रुके थे.
तेजस्वी ने क्या बताया?
तेजस्वी यादव ने बताया, "हम चाय पीने रुके थे, तभी एक ट्रक ने तेज रफ्तार में आकर हमारे काफिले की दो-तीन गाड़ियों को टक्कर मार दी. अगर ट्रक थोड़ा सा भी और बाईं ओर आता, तो मैं भी उसकी चपेट में आ सकता था." उन्होंने तुरंत प्रशासन को सूचित किया. मौके पर मौजूद पुलिस ने टोल प्लाजा पर ट्रक को जब्त कर लिया और चालक को हिरासत में ले लिया है.
रोहिणी ने उठाए सवाल
इस पूरे मामले पर तेजस्वी की बहन रोहिणी आचार्य ने ट्विटर पर स्थानीय प्रशासन पर सवाल खड़े किए हैं. उन्होंने लिखा, “तेजस्वी की सुरक्षा में जानबूझकर लापरवाही बरती गई है. ट्रक उनकी गाड़ी से महज 5 फीट की दूरी पर कैसे पहुंचा? क्या यह कोई साज़िश थी? पहले भी तेजस्वी के काफिले के साथ ऐसी घटनाएं हो चुकी हैं. इसकी त्वरित और निष्पक्ष जांच होनी चाहिए.” रोहिणी आचार्य की टिप्पणी से इस हादसे ने राजनीतिक तूल पकड़ लिया है. उन्होंने साफ कहा कि यह सिर्फ हादसा नहीं, पूर्व नियोजित साज़िश भी हो सकती है.
ट्रक चालक गिरफ्तार
तेजस्वी यादव ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, "दुर्घटनाएं होती हैं, लेकिन ऐसी घटनाओं को हल्के में नहीं लिया जा सकता. जो लोग लापरवाही से हादसे करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होनी चाहिए." उन्होंने यह भी कहा कि सड़क हादसों में सबसे ज्यादा जानें जाती हैं, इसलिए इन मामलों में सरकार और प्रशासन को अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए. फिलहाल, सराय थाना पुलिस ने ट्रक को जब्त कर लिया है और चालक को हिरासत में ले लिया गया है. वहीं तेजस्वी यादव की सतर्कता से कई जिंदगियां बच गईं. लेकिन इस घटना ने बिहार में राजनीतिक सुरक्षा व्यवस्था को लेकर बहस छेड़ दी है.