सीमा-सचिन ने किया 650 करोड़ का कांड! फर्जी कंपनियां और मनी लॉन्ड्रिंग को लेकर ED की जांच में कैसे आया इस कपल का नाम?
Darbhanga News: सीमा-सचिन ने किया 650 करोड़ रुपये का घोटाला किया गया. अब ईडी मामले की जांच कर रही है. ईडी ने इस जांच के तहत GST और पैसे धोने से जुड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. तलाशी अभियान गुवाहाटी कार्यालय से चलाया जा रहा है. आरोपियों ने सचिन और सीमा के नाम पर फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाकर यह घोटाला किया.

Seema Haider Sachin Meena: पाकिस्तान से भारत में बसी सीमा हैदर और उसके पति सचिन मीणा पर 650 करोड़ रुपये के घोटाले का आरोप लगा है. दरअसल उनके नाम पर एक कंपनी ने फर्जीवाड़ा किया है. अब इस मामले की जांच प्रवर्तन निदेशालय यानी ED कर रही है. एजेंसी ने फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (ITC) घोटाले की वजह से बड़ा एक्शन लिया है.
घोटाले की जांच के लिए ईडी ने दिल्ली, हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, तमिलनाडु और तेलंगाना समेत कई राज्यों में तलाशी अभियान शुरू किया है. कुछ कंपनियों ने नकली बिल के जरिए ITC क्लेम किया, जबकि उनमें कोई असली माल या सेवाएं उपलब्ध नहीं कराई गई थीं.
क्या है मामला?
ईडी ने इस जांच के तहत GST और पैसे धोने से जुड़ी धाराओं के तहत केस दर्ज किया है. तलाशी अभियान गुवाहाटी कार्यालय से चलाया जा रहा है. इस पर PMLA के अंतर्गत कार्यवाही की जा रही है. अधिकारियों ने बताया है कि जांच आगे बढ़ने पर आरोपियों को पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा. उनके जमीन-जायदाद सहित अन्य संपत्तियां जब्त हो सकती हैं. सरकार वित्तीय धोखाधड़ी से निपटने के लिए सख्त कदम उठा रही है.
सुबह से सर्च ऑपरेशन शुरू
एजेंसी ईडी ईटानगर स्थित जोनल ऑफिस की टीम ने गुरुवार सुबह से ही छापेमापी शुरू कर दी. पुलिस को जांच के दौरान कई अहम सबूत मिले हैं. यह सब टैक्स से बचने के लिए किया गया. फर्जी बिल बनाकर 650 करोड़ रुपये का घपला किया गया. पैसों का इस्तेमाल अवैध कामों में किया गया. आरोपियों ने सचिन और सीमा के नाम पर फर्जी डॉक्यूमेंट्स बनाकर यह घोटाला किया.
कैसे हुआ खुलासा?
आरोपी बिहार के दरभंगा के बताए जा रहे हैं. यहां दो भाई आशुतोष कुमार झा और विपिन कुमार झा जो कि चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं. दोनों ने सिद्धिविनायक ट्रेड मर्चेंट नाम की कंपनी के जरिए लगभग 658 करोड़ रुपये घोटाला किया. उन्होंने GST के रूप में 99.31 करोड़ रुपये फर्जी तरीके से क्लेम किए. अरुणाचल प्रदेश ने आरोपियों को गिरफ्तार किया.
उन्होंने सीमा हैदर उसके पति सचिन के फोटो और पहचान का इस्तेमाल एक फर्जी आईडी बनाने में किया. जांच में यह पाया गया कि इस धोखाधड़ी के जरिए रुपये निकाल लिए गए और आरोपियों ने राज्य सरकार को भारी वित्तीय नुकसान पहुंचाया. पुलिस अभी अन्य आरोपियों की पहचान कर रही है.