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'चिराग पासवान और प्रशांत किशोर एक हो चुके हैं'- पप्पू यादव ने बताया दोनों में सीएम का दावेदार कौन- Video

पप्पू यादव ने कहा है कि 'चिराग पासवान और प्रशांत किशोर ने हाथ मिला लिया है. प्रशांत किशोर को चिराग को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अगर ये दोनों कुछ सीटें भी जीत गए, तो जेडीयू और नीतीश कुमार के लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी। पप्पू यादव ने यहां तक कह दिया कि अगर चिराग को एनडीए में अच्छा नहीं लगता, तो वे उनका स्वागत करने को तैयार हैं.

चिराग पासवान और प्रशांत किशोर एक हो चुके हैं- पप्पू यादव ने बताया दोनों में सीएम का दावेदार कौन- Video
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सागर द्विवेदी
By: सागर द्विवेदी

Updated on: 27 July 2025 5:00 PM IST

बिहार में विधानसभा चुनाव भले ही अभी दो महीने दूर हों, लेकिन सियासी गलियारों में हलचलें तेज हो गई हैं. जहां एक ओर एनडीए के सहयोगी दलों के बीच तालमेल को लेकर संशय बना हुआ है, वहीं दूसरी ओर लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के नेता चिराग पासवान लगातार नीतीश कुमार की अगुवाई वाली जदयू सरकार पर हमलावर हैं। ताजा घटनाक्रम में पूर्णिया से निर्दलीय सांसद पप्पू यादव ने एक बड़ा बयान देकर बिहार की राजनीति को गर्मा दिया है.

पप्पू यादव ने कहा है कि 'चिराग पासवान और प्रशांत किशोर ने हाथ मिला लिया है. प्रशांत किशोर को चिराग को मुख्यमंत्री पद का चेहरा घोषित कर देना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अगर ये दोनों कुछ सीटें भी जीत गए, तो जेडीयू और नीतीश कुमार के लिए मुश्किल खड़ी हो जाएगी. पप्पू यादव ने यहां तक कह दिया कि अगर चिराग को एनडीए में अच्छा नहीं लगता, तो वे उनका स्वागत करने को तैयार हैं.

चिराग पासवान ने भी हाल ही में नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि उन्हें अफसोस है कि उन्होंने इस सरकार को समर्थन दिया था. उन्होंने आरोप लगाया कि बिहार में हत्या, लूट, अपहरण और बलात्कार जैसे अपराध आम हो गए हैं और प्रशासन अपराधियों के सामने पूरी तरह नतमस्तक हो चुका है. चिराग ने यह भी कहा कि बिहार की जनता आज खुद को असुरक्षित महसूस कर रही है.

क्या जनसुरान से गठबंधन करेंगे चिराग पासवान?

राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि चिराग पासवान और प्रशांत किशोर के बीच एक नई सियासी समझदारी बन रही है. चिराग ने कुछ दिन पहले एक चैनल को दिए इंटरव्यू में प्रशांत किशोर को "दोस्त" बताया था. यह बयान भी कई अटकलों को जन्म दे चुका है.

अगर ये दोनों नेता साथ आते हैं, तो NDA गठबंधन को नुकसान, खासकर जेडीयू को, उठाना पड़ सकता है. बिहार की राजनीति में यह नई जोड़ी कितना असर डालेगी, यह तो आने वाला वक्त बताएगा, लेकिन फिलहाल यह साफ है कि नीतीश कुमार को अब दो तरफा घेराव झेलना पड़ सकता है- एक तरफ विपक्ष, दूसरी तरफ NDA के अंदर का असंतोष.

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