बिहार चुनाव में 'पांच पांडव' से NDA गदगद! 121 सीटों पर मतदान जारी- पिछली बार MGB का पलड़ा भारी
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण में 121 सीटों पर मतदान जारी है. NDA अपने ‘पांच पांडव’ उम्मीदवारों को लेकर उत्साहित है, जबकि पिछली बार इन सीटों पर महागठबंधन (MGB) का पलड़ा भारी रहा था.
बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण में NDA पूरी ताकत के साथ मैदान में है. गठबंधन इस बार अपने पुनर्गठित दलों, जनकल्याणकारी योजनाओं और सामाजिक समीकरणों के बूते उन इलाकों में बढ़त हासिल करने की कोशिश में है, जहां 2020 में महागठबंधन (MGB) ने बाजी मार ली थी. गुरुवार को हो रहे मतदान में NDA की नजर खास तौर पर शाहाबाद, सारण, सीवान, बक्सर और पटना जैसे जिलों पर है.
पिछली बार MGB का पलड़ा भारी
2020 के विधानसभा चुनाव में राजद नेतृत्व वाले महागठबंधन ने पहले चरण की 121 सीटों में से 61 सीटों पर जीत दर्ज की थी, जबकि NDA को 59 सीटें मिली थीं. उस समय चिराग पासवान की लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) और उपेंद्र कुशवाहा की RLSP ने अलग-अलग चुनाव लड़ा था, जिससे कई सीटों पर NDA का नुकसान हुआ था. खासकर बेगूसराय और बक्सर जैसे इलाकों में महागठबंधन को बढ़त मिली थी.
पासवान और कुशवाहा की वापसी से NDA का हौसला बुलंद
इस बार पासवान और कुशवाहा दोनों NDA में लौट आए हैं, जिससे गठबंधन का सामाजिक समीकरण और मजबूत माना जा रहा है. भाजपा नेताओं का कहना है कि इससे खासतौर पर कुशवाहा समुदाय में जोश बढ़ा है, जो यादवों के बाद बिहार का दूसरा सबसे बड़ा ओबीसी वर्ग है. उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की सक्रियता ने भी इस वर्ग को NDA के साथ जोड़ने में अहम भूमिका निभाई है.
महिलाओं को नकद सहायता पर भरोसा
NDA को उम्मीद है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाएं-खासकर 1.3 करोड़ से ज्यादा महिलाओं को ₹10,000 की सीधी नकद सहायता-मतदाताओं को अपने पक्ष में करने में मदद करेगी. पार्टी का मानना है कि इससे महिलाओं के वोट बैंक में बड़ा असर देखने को मिलेगा.
अमित शाह का दावा-160 सीटें पार करेगा NDA
गृह मंत्री अमित शाह ने दावा किया है कि NDA का आंकड़ा इस बार 160 से ऊपर जाएगा. उनका मानना है कि महागठबंधन के प्रभाव वाले क्षेत्रों में इस बार NDA को बड़ी बढ़त मिलेगी. 2020 में जहां महागठबंधन ने पटना, भोजपुर, सारण, सीवान और बेगूसराय की 50 सीटों में से 35 जीती थीं, वहीं इस बार भाजपा और जदयू दोनों वहां वापसी की उम्मीद कर रहे हैं.
सीट बंटवारा और मुकाबला
पहले चरण में जदयू 57 सीटों पर, भाजपा और अन्य सहयोगी 6 सीटों पर मैदान में हैं. दूसरी ओर, राजद 70 से अधिक सीटों पर, कांग्रेस 24 और भाकपा-माले 14 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. वहीं वीआईपी, सीपीआई और सीपीएम भी कई सीटों पर मुकाबले में हैं.





