'प्रगति यात्रा' से नीतीश कुमार को क्या हासिल होगा, अब तक कितनी राजनीतिक यात्राएं कर चुके बिहार के CM?
Nitish Kumar Pragati Yatra: तेजस्वी ने नीतीश की यात्रा का मजाक उड़ाते हुए इसे सीएम की 'अलविदा यात्रा' बताया और आरोप लगाया कि लोग अब उन्हें अपना मुख्यमंत्री नहीं देखना चाहते.
Nitish Kumar Pragati Yatra: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सोमवार को पश्चिम चंपारण जिले से अपनी 'प्रगति यात्रा' शुरू करने जा रहे हैं. वाल्मीकिनगर से वह अपनी यात्रा निकालने वाले हैं. उनकी यात्रा का पहला चरण छह जिलों से होकर गुजरेगा.
यात्रा को लेकर तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर तंज कसा और दावा किया कि राज्य सरकार ने सीएम के 15 दिवसीय दौरे के लिए 225 करोड़ रुपये जारी किए हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि प्रगति यात्रा कोई विकास या राजनीतिक पहुंच की पहल नहीं है, बल्कि यह अपने स्वार्थ को पूरा करने का प्रयास है.
कहां-कहां से गुजरेगी 'प्रगति यात्रा'?
नीतीश कुमार पहले चरण में यात्रा के दौरान पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर और वैशाली से गुजरेंगे. वाल्मीकि नगर में रात को रुकने के बाद 24 दिसंबर को पूर्वी चंपारण (मोतिहारी) जाएंगे. चूंकि, क्रिसमस की छुट्टी 25 दिसंबर को है, इसलिए उस दिन कोई कार्यक्रम नहीं है. इसके बाद वह 26 दिसंबर को शिवहर और सीतामढ़ी का दौरा करेंगे, 27 दिसंबर को मुजफ्फरपुर और 28 दिसंबर को वैशाली का दौरा करेंगे और पहला चरण 28 दिसंबर को समाप्त होगा और सीएम पटना लौट आएंगे.
लोगों से मिल विकास योजनाओं की करेंगे समीक्षा
विभाग की ओर से जारी पत्र के मुताबिक, इस बार मुख्यमंत्री विकास योजनाओं की समीक्षा करेंगे. इस समीक्षा बैठक में संबंधित जिले के प्रभारी मंत्री और जिले के स्थानीय मंत्री मौजूद रहेंगे.
महिला वोटर्स पर है नीतीश की नजर!
बिहार की आधी आबादी यानी लगभग 48% महिला मतदाता मुख्य मतदाता हैं. ऐसे में माना जा रहा है कि नीतीश कुमार अपनी यात्रा के दौरान महिलाओं के लिए कई योजनाओं की घोषणा कर सकते हैं, जिसका फायदा सीधे तौर पर आने वाले विधानसभा चुनाव में देखने को मिल सकता है.
विधानसभा चुनाव के लिए यात्राओं का सहारा
अगले साल होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले जेडी(यू) समेत सभी पार्टियां ऐसी यात्राओं के जरिए या तो राज्य की आधी आबादी तक पहुंचकर या फिर उनके लिए वादे करके उन्हें लुभाने की कोशिश कर रही हैं.
नीतीश कुमार ने अब तक कितनी यात्राएं निकाली?
- 12 जुलाई 2005-न्याय यात्रा
- 9 जनवरी 2009-विकास यात्रा
- 17 जून 2009-धन्यवाद यात्रा (लोकसभा चुनाव में शानदार जीत के बाद)
- 25 दिसंबर 2009-प्रवास यात्रा (जनता को अपने 4 साल का हिसाब-किताब दिया)
- 28 अप्रैल 2010-विश्वास यात्रा
- दिसंबर 2011-सेवा यात्रा
- 19 सितंबर 2012-अधिकार यात्रा (बिहार को विशेष राज्य की दर्जा की मांग)
- 2014-संकल्प यात्रा (2014 के लोकसभा चुनाव से पहले, हालांकि, चुनाव में मिली जेडीयू शर्मनाक हार)
- 13 नवंबर 2014-संपर्क यात्रा (2015 के विधानसभा चुनाव)
- 9 नवंबर 2016-निश्चय यात्रा (2015 में सरकार गठन के बाद नीतीश ने 7 निश्चय किया)
- 7 दिसंबर 2017-समीक्षा यात्रा (विकास कार्यों की समीक्षा)
- 3 दिसंबर 2019-जल-जीवन-हरियाली यात्रा
- 22 दिसंबर 2021-समाज सुधार यात्रा
- 28 जनवरी 2023-समाधान यात्रा





