SIR की रिपोर्ट से चौंकाने वाला खुलासा, 69 साल से भागलपुर में रहने वाली 2 पाकिस्तानी महिलाओं ने..., हरकत में आई पुलिस
SIR Report: गृह मंत्रालय की जांच में सामने आया है कि टैंक लेन में इमराना खानम उर्फ इमराना खातून, पिता इबतुल हसन और फिरदौसिया खानम पति मो. तफजील अहमद के नाम से मतदाता पहचान पत्र बनाया गया है. प्रशासन के पास दोनों के इपिक नंबर हैं. रंगपुर निवासी फिरदौसिया 19 जनवरी 1956 को 3 महीने के वीजा पर भारत आई थीं. इमराना 3 साल के वीजा पर आई थी.

Bihar SIR Report: बिहार में चल रहे वोटर लिस्ट के गहन पुनरीक्षण (SIR) के बीच दो पाकिस्तानी महिलाओं का नाम मतदाता सूची में पाया गया है. भागलपुर में गैर कानूनी तरीके से रह रहीं पाकिस्तानी नागरिकों ने यहां वोटर आईडी बनवा लिया लिए हैं. अब उनका नाम वोटर लिस्ट से काटे जाने की कार्यवाही जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है.
बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले चल रहे वोटर लिस्ट के स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) विवाद के बीच चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. भागलपुर जिले में पाकिस्तान से आईं दो महिलाओं के वोटर आईडी कार्ड बनने की सूचना सामने आई है. केंद्रीय गृह मंत्रालय की जांच में यह खुलासा हुआ है. दोनों महिलाओं का मामला सामने आने के बाद भागलपुर पुलिस जिले में अवैध रूप से वीजा अवधि को ओवरस्टे कर रह रहे विदेशियों का पता लगाने का काम शुरू कर दिया है. जांच के दौरान भागलपुर में तीन पाकिस्तानी नागरिकों के रहने की पुष्टि हुई है.
पुलिस के मुताबिक तीन में दो महिलाएं इशाकचक थाना क्षेत्र के भीखनपुर गुमटी नंबर 3 टैंक लेन में रह रही हैं. मंत्रालय की रिपोर्ट पर जब पुलिस मुख्यालय ने एसएसपी से जांच कराई तो हैरान करने वाले खुलासे हुए. इस खुलासे के बाद से स्थानीय लोगों में खौफ का माहौल है. लोगों का कहना है कि अब वे भी अपने घरों में सुरक्षित नहीं हैं. खास बात यह है कि इन दो महिलाओं के नाम पर मतदाता पहचान पत्र भी बन गए हैं.
फिलहाल, स्पेशल ब्रांच की रिपोर्ट पर पुलिस मुख्यालय में सनसनी फैल गई है. स्पेशल ब्रांच के एसपी ने अब विस्तृत जानकारी देकर भागलपुर के डीएम और एसएसपी से जांच और सत्यापन कर आवश्यक कार्रवाई समेत विस्तृत रिपोर्ट तलब की है. भागलपुर के डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी ने बताया कि दोनों पाकिस्तानी महिलाओं का नाम मतदाता सूची से हटाने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
1956 में वीजा पर आई थीं भारत
गृह मंत्रालय की जांच में सामने आया कि टैंक लेन में इमराना खानम उर्फ इमराना खातून, पिता इबतुल हसन और फिरदौसिया खानम पति मो. तफजील अहमद के नाम से मतदाता पहचान पत्र बनाया गया है. प्रशासन के पास दोनों का इपिक नंबर है. रिपोर्ट में पाया गया कि रंगपुर निवासी फिरदौसिया 19 जनवरी 1956 को 3 महीने के वीजा पर भारत आई थीं. वहीं इमराना 3 साल के वीजा पर आई थी. इसके अलावा, पाक नागरिक मोहम्मद असलम 24 मई 2002 को दो साल के लिए भारत आया था. असलम ने भी अपना आधार कार्ड बनवा लिया है.
किसी में हिम्मत नहीं, हमारी बेगम को पाकिस्तान भेज दे
अप्रैल 2025 में इसी तरह की दो पाकिस्तानी मुस्लिम महिलाओं का मुजफ्फरपुर में बिना नागरिकता के अवैध रूप से रहने का खुलासा हुआ था. इस मामले में उनके शौहर ने कहा किसी में इतना हिम्मत नहीं कि हमारी बेगम को पाकिस्तान भेज दे? जांच में पता चला था कि महिला का फराह और वजिहा हयाज पाकिस्तानी नागरिक के रूप में रह रही थी. दोनों पिछले कई वर्षों से मुजफ्फरपुर में रह रही हैं. फराह, मुजफ्फरपुर के ब्रह्मपुरा थाने के मेहंदी हसन चौक निवासी यूसुफ हन्फी के साथ रहती है. वजिहा, मुजफ्फरपुर के काजी मोहम्मदपुर थाना क्षेत्र के माड़ीपुर में मोहम्मद तनवीर के साथ रहती है. दोनों महिलाएं भारतीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकती हैं. पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वो दोनों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करे.