बिहार में 7468 महिला स्वास्थ्य कर्मियों की बहाली! नीतीश कुमार ने खुद सौंपे नियुक्ति पत्र- Video
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने 7 जुलाई 2025 को 7468 नवनियुक्त महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (ANM) को नियुक्ति पत्र प्रदान किए. कार्यक्रम 'संवाद' में आयोजित हुआ, जिसमें मुख्यमंत्री ने कर्मियों को ईमानदारी और निष्ठा से काम करने की सलाह दी. स्वास्थ्य सेवाओं को सशक्त बनाने की दिशा में यह एक बड़ा कदम माना जा रहा है. नियुक्ति पाने वालों में उमंग और गर्व का माहौल देखा गया.

बिहार की स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज 7468 नवनियुक्त महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं (ए.एन.एम.) को नियुक्ति पत्र प्रदान किए. मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित ‘संवाद’ सभागार में आयोजित समारोह में उन्होंने प्रतीकात्मक रूप से कुछ चयनित महिलाओं को हाथों-हाथ नियुक्ति पत्र सौंपे और सभी को शुभकामनाएं दीं. मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर भरोसा जताया कि ये महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ता अपने कर्तव्यों का ईमानदारी और निष्ठा के साथ निर्वहन करेंगी और गांव-गांव तक स्वास्थ्य सेवाओं की प्रभावशाली पहुंच सुनिश्चित करेंगी.
स्वास्थ्य सेवाओं में नया आयाम जोड़ेंगी ए.एन.एम.
मुख्यमंत्री ने कहा कि बिहार सरकार ग्रामीण और शहरी दोनों स्तरों पर स्वास्थ्य सेवाओं को बेहतर बनाने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है. महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की नियुक्ति इसी दिशा में एक बड़ा कदम है. उन्होंने कहा, “मुझे पूर्ण विश्वास है कि ये सभी कर्मी अपने कार्यों में समर्पित रहेंगी और महिलाओं व बच्चों के स्वास्थ्य सुधार में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी.
वरिष्ठ अधिकारियों की गरिमामयी उपस्थिति
इस कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, जल संसाधन और संसदीय कार्य मंत्री विजय कुमार चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव दीपक कुमार, मुख्य सचिव अमृत लाल मीणा, विकास आयुक्त सह स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत सहित कई वरीय अधिकारी मौजूद रहे.
कार्यक्रम की शुरुआत में विकास आयुक्त प्रत्यय अमृत ने मुख्यमंत्री को एक हरित पौधा भेंट कर स्वागत किया. राज्य स्वास्थ्य समिति और बिहार स्वास्थ्य सेवाएं एवं आधारभूत संरचना निगम के अधिकारी भी कार्यक्रम में शामिल हुए.
महिला सशक्तिकरण की दिशा में सशक्त पहल
सरकार की इस पहल को महिला सशक्तिकरण के दृष्टिकोण से भी अहम माना जा रहा है. नियुक्ति पाने वाली ए.एन.एम. अब न सिर्फ आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर होंगी, बल्कि वे समाज में स्वास्थ्य जागरूकता की नई अलख भी जगाएंगी.