अब नहीं मरेंगे मजदूर! असम सरकार ने अवैध रैट-होल खदानों को किया सील, तीन माइनर गिरफ्तार
असम सरकार और कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के संयुक्त अभियान में शनिवार को 13 अवैध रैट-होल खदानों को सील कर दिया गया और उनमें काम कर रहे तीन खनिकों को गिरफ्तार कर लिया. खनन और खनिज मंत्री कौशिक राय ने मरे चार खनिकों के परिवार को 10-10 लाख रुपए का चेक सौंपा. बाकी रकम बाद में दी जाएगी.

गुवाहाटी में असम सरकार ने राज्य में अवैध रैट-होल खदानों के खिलाफ बड़े पैमाने पर कार्रवाई शुरू कर दी है. असम सरकार और कोल इंडिया लिमिटेड (CIL) के संयुक्त अभियान में शनिवार को 13 अवैध रैट-होल खदानों को सील कर दिया गया और उनमें काम कर रहे तीन खनिकों को गिरफ्तार कर लिया है.
यह अभियान शनिवार सुबह 8.30 बजे शुरू हुआ और इसकी निगरानी मार्गेरिटा सह-जिला के कार्यकारी मजिस्ट्रेट प्रीतम गोगोई, तिनसुकिया के पुलिस अधीक्षक अभिजीत गुरव, नॉर्थ ईस्टर्न कोलफील्ड्स और असम पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधिकारी कर रहे थे.
SP मयंक कुमार झा ने दी जानकारी
दीमा हसाओ के पुलिस अधीक्षक (SP) मयंक कुमार झा ने जानकारी देते हुए कहा कि, "हमने सभी रेट होल खदानों को सील करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. पूरी प्रक्रिया में समय लगेगा क्योंकि रसद की आवश्यकता बहुत अधिक है. हमने ऐसी खदानों तक पहुंच को प्रतिबंधित करने और उपकरणों को नष्ट करने और जब्त करने से शुरुआत कर दी है. पुलिस अधीक्षक ने आगे यह भी बताया कि रैट होल खनन एक खतरनाक तकनीक है, जिसमें श्रमिकों द्वारा मैन्युअल रूप से संकरी सुरंगें खोदी जाती हैं.
असम मंत्रिमंडल की बैठक में लिया निर्णय
यह निर्णय 16 जनवरी को मोरीगांव में असम मंत्रिमंडल की बैठक के बाद लिया गया. इसमें कहा गया कि असम के उत्तर पूर्वी कोयला क्षेत्र में सभी रैट-होल खदानों को स्थायी रूप से बंद कर दिया जाएगा. यह घटना दीमा हसाओ के उमरंगसो में एक अवैध खदान में हुई दुखद घटना के तुरंत बाद घटी है, जहां कई कोयला खनिकों की दुखद मृत्यु हो गई थी.
मृतक के परिवार को खनिज मंत्री ने सौंपा चेक
बता दें, खदान त्रासदी के सिलसिले में अब तक 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. 6 जनवरी को खदान में अचानक पानी भर गया था, जिससे नौ मजदूर अंदर फंस गए थे. बचाव अभियान के तहत अब तक चार शव बरामद किए जा चुके हैं. शनिवार को असम के खनन और खनिज मंत्री कौशिक राय ने मरे चार खनिकों के परिवार को 10-10 लाख रुपए का चेक सौंपा. खदान में फंसे पांच खनिकों के परिवारों को 6 लाख रुपए के चेक दिए गए, जबकि बाकी रकम बाद में दी जाएगी.