कोयला खदान से एक और मजदूर का मिला शव! असम में अभी भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
Coal Mine Rescue Operation: दीमा हसाओ जिले में कोयला खदान में अचानक पानी भरने से बड़ा हादसा हो गया. इस हादसे में अब तक तीन मजदूरों की मौत हो गई है. जबकि 6 मजदूर खदान में फंसे हुए हैं, जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है. फंसे हुए मजदूरों में से एक का शव आज सुबह बरामद कर लिया गया. अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है.

Assam Coal Mine Rescue Operation: असम के दीमा हसाओ जिले में कोयला खदान में अचानक पानी भरने से बड़ा हादसा हो गया. सोमवार को हुए हादसे में कई मजदूर खदान में फंसे हुए हैं, जिन्हें बाहर निकालने का प्रयास बुधवार 8 जनवरी को भी जारी है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इस हादसे में अब तक तीन मजदूरों की मौत हो गई है. जबकि 6 मजदूर खदान में फंसे हुए हैं, जिनका रेस्क्यू किया जा रहा है. फंसे हुए मजदूरों में से एक का शव आज सुबह बरामद कर लिया गया. अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है.
मजदूरों का किया जा रहा
खदान में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है. सोमवार की सुबह जब खदान में पानी भर गया था, तब खदान में काम कर रहे कम से कम 9 खनिक फंस गए थे. मंगलवार शाम को गोताखोर, NDRF, SDRF और सेना की टीमें बचाव अभियान में शामिल हो गईं.
अधिकारियों ने बताया कि बचाव अभियान में सबसे बड़ी चुनौती खदान के अंदर पानी का लेवल है. क्योंकि खदान की गहराई 200 फीट है. दूसरी मुसीबत पानी को तेजी से बाहर निकालने के लिए पर्याप्त उपकरणों की कमी है. असम सरकार ने कहा कि खदान अवैध है और संबंधित व्यक्तियों में से एक को गिरफ्तार किया गया है.
100 मीटर बढ़ा पानी का लेवल
रिपोर्ट के मुताबिक, कोयले के खदान में पानी का लेवल 100 मीटर तक बढ़ गया है. खदान के कर्मचारियों ने बताया कि करीब 15 मजदूर खदान में काम कर रहे थे, हालांकि अधिकारियों ने इसकी आधिकारिक संख्या की पुष्टि नहीं की. पानी का लेवल बढ़ने से मजूदरों को बाहर निकाला एक चुनौती है. अधिकारियों का कहना है कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी ताकत के साथ जारी रहेगा और उम्मीद है कि जल्द ही अन्य मजदूरों को भी सुरक्षित बाहर निकाल दिया जाएगा.
डीजीपी का बयान
असम के स्पेशल डीजीपी हरमीत सिंह ने ANI से कहा कि 'आज NDRF और सेना के 4 डाइवर नीचे गए और एक शव बाहर निकाला.' रेस्क्यू ऑपरेशन में राज्य सरकार, वायुसेना, सेना, नौसेना, NDRF और कोल इंडिया के विशेषज्ञ सब एक साथ मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि 'हमें उम्मीद है कि हमें जल्द नतीजे मिलेंगे.'