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बोंगाईगांव में 61 मीटर लंबा कंक्रीट पुल है अधूरा, लोगों को हो रही परेशानी

Assam: बोंगाईगांव में 61 मीटर लंबा कंक्रीट पुल अधूरा पड़ा है. यह पुल 10 करोड़ रुपये के 'हस्ताक्षर पैकेज' का हिस्सा है, जिसमें दो कंक्रीट पुल और एक सड़क का निर्माण शामिल है. यहां अधिकारियों की उदासीनता उजागर करता है.

बोंगाईगांव में 61 मीटर लंबा कंक्रीट पुल है अधूरा, लोगों को हो रही परेशानी
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Assam
सचिन सिंह
Edited By: सचिन सिंह

Updated on: 9 Dec 2024 6:12 PM IST

Assam: बोंगाईगांव विधानसभा क्षेत्र में एक अधूरे पुल ने वहां के निर्वाचित सांसद और विधायक की उदासीन और इसे बनाने का ठेका पाने वाले ठेकेदार की लापरवाही को दर्शा रहा है. इसकी वजह से लोगों को काफी परेशानियों को सामना करना पड़ रहा है. लोक निर्माण विभाग के सूत्रों ने पुष्टि की कि पैकेज के तहत ठेकेदार कमल गोयारी को यह ठेका मिला है.

असम ट्रिब्यूट के मुताबिक, बोंगाईगांव विधानसभा क्षेत्र के बोंगाईगांव गांव पंचायत के अंतर्गत जकुआपारा पार्ट-2 में कुजिया नदी पर 61 मीटर लंबे कंक्रीट पुल का निर्माण 2019 में शुरू हुआ था, लेकिन यह अभी भी अधूरा पड़ा है. यह पुल 10 करोड़ रुपये के 'सिग्नेचर पैकेज' का हिस्सा है, जिसमें दो कंक्रीट पुल और एक सड़क का निर्माण शामिल है.

सांसद नहीं सुन रहें लोगों की बात

बोंगाईगांव प्रादेशिक रोड डिवीजन के सूत्रों के मुताबिक, एक पुल और सड़क का निर्माण पहले ही पूरा हो चुका है, लेकिन इस पैकेज के तहत जकुआपारा में दूसरा पुल अभी तक पूरा नहीं हुआ है. नदी के दोनों किनारों के लोगों ने पुल के जल्द निर्माण के लिए पूर्व स्थानीय विधायक और बारपेटा निर्वाचन क्षेत्र के वर्तमान सांसद फणी भूषण चौधरी से संपर्क किया, जिसके अंतर्गत बोंगाईगांव विधानसभा क्षेत्र आता है. हालांकि, ग्रामीणों का आरोप लगाया कि भूषण चौधरी ने इस संबंध में कोई कदम नहीं उठाया है.

पीडब्ल्यूडी कसेगा ठेकेदार पर शिकंजा

बोंगाईगांव जिला प्रादेशिक सड़क प्रभाग के पीडब्ल्यूडी कार्यकारी इंजिनियर आशिम कुमार नाग ने कहा, 'पुल के जल्द पूरा होने के लिए ठेकेदार को कई पत्र पहले ही जारी किए जा चुके हैं. अगर वह अगले साल मार्च महीने तक काम पूरा करने में असफल रहता है तो हम काम रद्द कर देंगे और अगला विकल्प अपनाएंगे.' जिस क्षेत्र में अधूरा पुल स्थित है, वहां के आक्रोशित लोगों ने जिले के ऐसे सार्वजनिक मुद्दों की अनदेखी करने के लिए संरक्षक मंत्री रणजीत कुमार दास की भी आलोचना की.

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