असम की नदियों के इकोसिस्टम को खतरा! चीन के बांध बनाने पर CM बिस्वा का बयान
सीएम बिस्वा ने ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन के द्वारा पुल निर्माण को असम में नदी के इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचाने का खतरा बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र ने चीन को नदी के निचले इलाकों में बांध से होने वाले खतरों को सामने रखा. इससे नदी का तल सूख जाएगा और इकोसिस्टम खराब हो जाएगा.

Assam News: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा प्रदेश के जनता के हक के लिए लगातार नए- फैसले ले रहे हैं. असम सरकार बांग्लादेशी घुसपैठ के खिलाफ कार्रवाई कर रही है. चीन तिब्बत में ब्रह्मपुत्र नदी पर दुनिया का सबसे बड़ा बांध बनाने का काम कर रहा है. अब प्रदेश सरकार ने चीन के बांध बनाने के मामले पर चिंता जाहिर की है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सीएम बिस्वा ने ब्रह्मपुत्र नदी पर चीन के द्वारा पुल निर्माण को असम में नदी के इकोसिस्टम को नुकसान पहुंचाने का खतरा बताया. उन्होंने कहा कि केंद्र ने चीन को नदी के निचले इलाकों में बांध से होने वाले खतरों को सामने रखा. इससे नदी का तल सूख जाएगा और इकोसिस्टम खराब हो जाएगा.
चीन के बांध बनाने से बढ़ेगी मुश्किल
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि अरुणाचल प्रदेश सरकार भी इस संबंध में केंद्र को पत्र लिख चुकी है. बता दें कि हाल ही में चीन ने विश्व के सबसे बड़े बांध को बनाने की परमिशन दी थी. इसे सबसे बड़ा इन्फ्रा प्रोजेक्ट बताया जा रहा है. इस पुल से भारत और बांग्लादेश की चिंताएं भी बढ़ गई हैं. क्योंकि ब्रह्मपुत्र नदी अरुणाचल प्रदेश से होते हुए भारत में एंट्री लेती है और बंगाल की खाड़ी मिलने के लिए बांग्लादेश से गुजरती है.
बांग्लादेश हिन्दुओं पर बयान
सीएम बिस्वा ने बांग्लादेशी हिंदुओं के भारत वापसी पर बड़ा बयान दिया. उन्होंने कहा कि बांग्लादेशी हिंदुओं की संख्या बहुत कम है और जो लोग आना चाहते थे, वे चालीस साल पहले ही आ चुके हैं. मुझे लगता है कि हमें उन्हें भारत आने के लिए प्रोत्साहित नहीं करना चाहिए. सीएम ने कहा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी उनकी सुरक्षा सुनिश्चति करने और स्थिति में सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं. उन्होंने बताया कि पिछले 5 महीनों में किसी भी बांग्लादेश हिन्दू के असम आने की कोई सूचना मुझे नहीं मिली है.
असम में बांग्लादेशी घुसपैठ
सीएम बिस्वा ने कहा था कि असम पुलिस ने दो अलग-अलग अभियानों में अवैध रूप से भारत की सीमा में प्रवेश करने के आरोप में पांच बच्चों सहित 22 बांग्लादेशी नागरिकों को पकड़ा है. बेंगलुरु से गुवाहाटी रेलवे स्टेशन पहुंचने के बाद 16 बांग्लादेशियों को पकड़ा है. अगस्त में 192 से अधिक लोगों को असम से पकड़ा गया है, जिन्हें बाद में वापस बांग्लादेश भेज दिया है.