रोहित-कोहली की वर्ल्ड कप 2027 टीम में दावेदारी को रोकना मुश्किल, गौतम गंभीर के बयान के बाद बहस तेज
टीम इंडिया ने हाल ही में साउथ अफ्रीका को वनडे सीरीज में 2-1 से हराया. इस सीरीज में विराट कोहली और रोहित शर्मा का प्रदर्शन कमाल का रहा है. कोहली ने लगातार 2 शतक और फिर आखिरी मैच में अर्धशतक लगाया था. अब दोनों की वनडे वर्ल्ड कप 2027 टीम में दावेदारी को रोकना मुश्किल माना जा रहा है.
वनडे विश्व कप 2027 में रोहित शर्मा और विराट कोहली की संभावित भूमिका को लेकर भारतीय क्रिकेट में नई बहस छिड़ गई है. गौतम गंभीर की हालिया प्रेस कॉन्फ्रेंसों ने संकेत दिया है कि भले ही रोहित और कोहली ने ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के खिलाफ बेहतरीन प्रदर्शन किया हो, लेकिन अगले विश्व कप के लिए उनकी जगह अभी निश्चित नहीं मानी जा सकती. साउथ अफ्रीका में होने वाले आईसीसी टूर्नामेंट में अभी लगभग 22 महीने बचे हैं और इस दौरान मौजूदा फॉर्म, फिटनेस और निरंतर प्रदर्शन इन दोनों दिग्गजों के लिए बड़ी चुनौतियां बन सकते हैं.
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हालांकि दोनों दिग्गजों का लक्ष्य अपने करियर की आखिरी बड़ी ख्वाहिश वनडे विश्व कप जीतने का है, लेकिन गंभीर के वर्तमान में जीने पर जोर देने से यह साफ झलकता है कि बीसीसीआई भविष्य को ध्यान में रखते हुए किसी भी प्रकार का जोखिम नहीं उठाना चाहता.
बोर्ड की रणनीति पर उठे सवाल
गंभीर के बयानों के बाद क्रिकेट जगत का एक बड़ा तबका इस दृष्टिकोण से सहमत नहीं दिख रहा. टीम इंडिया के पूर्व चयनकर्ता देवांग गांधी का मानना है कि 2027 विश्व कप में भारत की टीम रोहित और कोहली के इर्द-गिर्द ही तैयार होनी चाहिए. उनके अनुसार, अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी न सिर्फ टीम को स्थिरता देगी, बल्कि खिताब जीतने की संभावनाएं भी बढ़ाएगी.
गांधी ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा "जब तक कोहली और रोहित टीम में हैं, योजनाएं उन्हीं के इर्द-गिर्द घूमती रहेंगी. मैनेजमेंट को अब 20 से ज्यादा खिलाड़ियों के पूल पर ही टिके रहना चाहिए. 2019 विश्व कप से पहले, किसी को भी चौथे नंबर पर जमने के लिए पर्याप्त मौके नहीं दिए गए थे. जब सेमीफाइनल में टॉप ऑर्डर लड़खड़ा गया, तो कोई भी तैयार नहीं था. 2023 विश्व कप में भी यही हुआ, जब टीम मैनेजमेंट को सूर्यकुमार यादव को खिलाने पर मजबूर होना पड़ा, जिनका वनडे रिकॉर्ड अच्छा नहीं रहा है."
भारत की बल्लेबाजी में स्थिरता की कमी
क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि भारत की बल्लेबाजी लाइनअप लंबे समय से अस्थिरता से जूझ रही है. रोहित-कोहली के अलावा केएल राहुल और शुभमन गिल जैसे कुछ नामों को छोड़ दें, तो कोई भी खिलाड़ी अपनी जगह पक्की नहीं कर पाया है. रुतुराज गायकवाड़ और यशस्वी जायसवाल ने हाल ही में शानदार शतक जरूर जड़े हैं, लेकिन वे अब भी नियमित ओपनर के रूप में स्थापित नहीं हुए हैं. ऋषभ पंत वापसी के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि श्रेयस अय्यर जैसे भरोसेमंद बल्लेबाज चोट के चलते टीम से बाहर हैं.
रोहित-कोहली की उम्र और 2027 चुनौती
रोहित शर्मा और विराट कोहली 2027 विश्व कप के दौरान 40 और 39 वर्ष के होंगे. क्रिकेट एक्सपर्ट का मानना है कि उम्र के इस पड़ाव पर फिटनेस, प्रतिबद्धता और फॉर्म बनाए रखना आसान नहीं होगा. हालांकि दोनों की प्रेरणा और अनुभव भारत के लिए अमूल्य हैं, लेकिन चयनकर्ताओं के लिए यह काफी कठिन रहने वाला है.





