मांकड रन आउट फिर सुर्खियों में, नोटबुक सेलिब्रेशन वाले दिग्वेश की नहीं चली 'चाल', क्या है क्रिकेट का यह विवादित टर्म?
आईपीएल के रोमांचक मुकाबले में आरसीबी के कप्तान जितेश शर्मा मांकड रन आउट विवाद में फंस गए. दिग्वेश राठी ने गेंदबाजी के दौरान स्टंप्स गिरा दिए, लेकिन थर्ड अंपायर ने उन्हें आउट नहीं दिया. वजह थी गेंदबाजी एक्शन अधूरा रहना. यह फैसला नियमों के मुताबिक था, लेकिन मांकड पर फिर से नैतिकता बनाम नियम की बहस छिड़ गई.

रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु और लखनऊ सुपर जायंट्स के बीच हुए आईपीएल के अंतिम लीग मुक़ाबले में जब आरसीबी जीत की ओर बढ़ रही थी, तब आरसीबी की बल्लेबाज़ी के दौरान लखनऊ की ओर से 17वां ओवर दिग्वेश राठी डाल रहे थे. इस ओवर की पहली गेंद पर आरसीबी के कप्तान जितेश शर्मा ने छक्का जमा कर आईपीएल की अपनी पहली हाफ़ सेंचुरी पूरी की.
इसी ओवर की आखिरी गेंद से ठीक पहले जब नॉनस्ट्राइक छोर पर जितेश शर्मा मौजूद थे तब दिग्वेश ने अपनी गेंदबाज़ी एक्शन को बीच में ही रोककर नॉनस्ट्राइकर छोर के स्टंप्स को बिखेर दिया. राठी गेंद डालने आ रहे थे लेकिन जितेश बॉलिंग क्रीज़ से आगे निकल चुके थे और राठी ने बल्लेबाज़ की तरफ़ गेंद डालने की बजाय बॉलिंग छोर पर स्टंप्स बिखेर दिए.
क्या है मांकड रन आउट?
आउट करने का यह तरीक़ा अनौपचारिक तौर पर मांकड रन आउट के नाम से विख्यात है. इसमें जब गेंदबाज़ को लगता है कि नॉन स्ट्राइक बल्लेबाज़ उसके गेंद डालने से पहले ही क्रीज़ से बाहर निकल गया है तो वह गेंद डालने की जगह उसे रन आउट कर देता है. भारतीय क्रिकेटर वीनू मांकड ने 1947 में खेले गए एक मैच में ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाज़ बिल ब्राउन को इसी तरीक़े से रन आउट किया था. उसके बाद से जब जब बल्लेबाज़ ऐसे आउट होता है या मैच में ऐसी स्थिति आती है मांकड रन आउट को याद किया जाता है.
इस मैच में जब दिग्वेश ने फ़ील्ड अंपायर से अपील की तो उन्होंने इसे रिव्यू के लिए थर्ड अंपायर को भेज दिया लेकिन क्रीज़ से बाहर निकले हुए होने के बावजूद जितेश को थर्ड अंपायर ने क्रिकेट के नियमों के मुताबिक़ आउट नहीं दिया. हालांकि इसी दौरान ऋषभ पंत ने भी फ़ील्ड अंपायर को बताया कि वो ऐसे आउट नहीं करना चाहते और फिर दोनों कप्तान आपस में गले मिलते दिखे.
अंपायर ने आउट क्यों नहीं दिया?
थर्ड अंपायर ने इसलिए आउट नहीं दिया क्योंकि दिग्वेश अपनी बॉलिंग क्रीज़ से बाहर आ चुके थे और क्रिकेट के नियम के मुताबिक़ अगर गेंदबाज़ गेंद को डालने की स्थिति में आने के बाद गेंद नॉनस्ट्राइकर छोर की विकेट पर मारता है तो रन आउट नहीं माना जाता है. एमसीसी के नियम 38.3.1 के अनुसार जब गेंदबाज़ गेंद डालने वाला होता है. तब गेंद फेंकने की स्थिति में आने से पहले तक, नॉन-स्ट्राइकर छोर का बल्लेबाज़ अगर क्रीज़ से बाहर निकल जाता है तो उसे रन-आउट किया जा सकता है. यानी नॉन-स्ट्राइकर छोर का बल्लेबाज़ क्रीज़ के बाहर है और गेंदबाज़ ने गेंदबाज़ी का एक्शन पूरा किया लेकिन गेंद नहीं डाली और उसे स्टंप्स पर मार दिया तो उस बल्लेबाज़ (नॉन स्ट्राइकर छोर वाले) को रन आउट दिया जाएगा.
इस नियम के मुताबिक़ गेंद छोड़ने का समय उसे कहते हैं जब गेंदबाज़ का हाथ गेंदबाज़ी के एक्शन के दौरान सबसे ऊपर पहुंचती है. दिग्वेश राठी के हाथ ऊपर की ओर गए ही नहीं थे लिहाजा अंपायर ने जितेश को आउट नहीं दिया.
‘मांकड रन आउट’ कब, कौन हुआ और किसने किया?
टेस्ट क्रिकेट
- वीनू मांकड़ ने बिल ब्राउन को किया, ऑस्ट्रेलिया बनाम भारत, सिडनी, 1947-48
- चार्ली ग्रिफिथ ने इयान रेडपाथ को किया, ऑस्ट्रेलिया बनाम वेस्टइंडीज, एडिलेड, 1968-69
- इवेन चैटफील्ड ने डेरेक रान्डेल को किया, इंग्लैंड बनाम न्यूजीलैंड, क्राइस्टचर्च, 1977-78
- सिकंदर बख्त ने एलन हर्स्ट को किया, पाकिस्तान बनाम ऑस्ट्रेलिया, पर्थ, 1978-79
वनडे क्रिकेट
- ग्रेग चैपल ने ब्रायन लकहर्स्ट को किया, इंग्लैंड बनाम ऑस्ट्रेलिया, मेलबर्न, 1974-75
- दीपक पटेल ने ग्रांट फ्लावर को किया, जिम्बाब्वे बनाम न्यूजीलैंड, हरारे, 1992-93
- कपिल देव ने पीटर कर्स्टन को किया दक्षिण अफ्रीका बनाम भारत, पोर्ट एलिजाबेथ, 1992-93
- सचित्र सेनानायके ने जॉस बटलर को किया, इंग्लैंड बनाम श्रीलंका, एजबेस्टन, 2014
आईपीएल
- रविचंद्रन अश्विन ने जॉस बटलर को किया, राजस्थान रॉयल्स बनाम किंग्स इलेवन पंजाब, आईपीएल 2019