IND Vs ENG 2nd Test: एजबेस्टन में बजता है इंग्लैंड का डंका, आज तक कभी नहीं मिली हार; क्या इतिहास रच पाएगा भारत?
भारत और इंग्लैंड के बीच दूसरा टेस्ट मैच एजबेस्टन में खेला जाएगा, जहां भारत का रिकॉर्ड बेहद निराशाजनक रहा है.अब तक खेले गए 8 टेस्ट में भारत एक भी नहीं जीत पाया है. इंग्लैंड ने इनमें से 7 मुकाबले जीते हैं, जबकि एक ड्रॉ रहा. पहले टेस्ट में हार झेल चुकी भारतीय टीम पर इस ऐतिहासिक दबाव के साथ-साथ खराब फॉर्म का भी असर दिख रहा है. अब भारत के सामने सीरीज़ में वापसी करने के लिए इतिहास, परिस्थितियों और इंग्लैंड की लय से लड़ाई लड़नी होगी.

India vs England 2nd Test 2025, Edgbaston Test record: भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज़ का दूसरा मुकाबला एजबेस्टन (बर्मिंघम) में खेला जाएगा, लेकिन इतिहास भारत के पक्ष में नहीं है. इस मैदान पर दोनों टीमों के बीच अब तक 8 टेस्ट हुए हैं, जिसमें से भारत को एक भी मुकाबले में जीत नसीब नहीं हुई. वहीं, इंग्लैंड ने 7 बार जीत दर्ज की है, जबकि 1 टेस्ट ड्रॉ रहा. ये आंकड़े 1967 से 2022 तक के हैं.
इंग्लैंड का एजबेस्टन में खेले गए 8 मैचों में 3.47 की रन रेट और 45.36 रन प्रति विकेट का शानदार औसत रहा है. उसका सर्वोच्च स्कोर 710 रन, वहीं, न्यूनतम स्कोर 180 रन है.
एजबेस्टन में भारत-इंग्लैंड टेस्ट: आंकड़े
टीम | मैच | जीत | हार | ड्रॉ | बल्लेबाज़ी औसत | रन रेट | सर्वोच्च स्कोर | न्यूनतम स्कोर | खेली गई पारी |
इंग्लैंड | 8 | 7 | 0 | 1 | 45.36 | 3.47 | 710 | 180 | 13 |
भारत | 8 | 0 | 7 | 1 | 24.91 | 3.06 | 416 | 92 | 16 |
एजबेस्टन भारत के लिए क्यों है चुनौतीपूर्ण?
- सीम और स्विंग का स्वर्ग: बादल, नमी और हरी पिच — तेज़ गेंदबाज़ों के लिए जन्नत।
- कमज़ोर शुरुआत: भारत के टॉप ऑर्डर का प्रदर्शन लगातार कमजोर रहा है।
- मनोवैज्ञानिक दबाव: इस मैदान पर पिछली हारें अब बड़ी बाधा बन चुकी हैं।
पहला टेस्ट: इंग्लैंड 1-0 से आगे
हेडिंग्ले टेस्ट में इंग्लैंड ने चौथी पारी में लक्ष्य का पीछा कर शानदार जीत दर्ज की. बेन डकेट (149) ने एंकर रोल निभाया. जेमी स्मिथ ने फिनिशर की भूमिका बखूबी निभाई. भारत ने 5 शतक लगाए, फिर भी मिडिल और लोअर ऑर्डर के पतन ने मैच छीन लिया.
भारत को क्या सुधार करना होगा?
- टॉप ऑर्डर को टिकना होगा- यशस्वी, गिल और रोहित को नई गेंद झेलनी होगी.
- बीच के क्रम की स्थिरता- शतक ज़रूरी हैं लेकिन बिखराव नहीं.
- गेंदबाज़ी में अनुशासन- बुमराह, सिराज को लाइन-लेंथ पर ध्यान देना होगा.
- मानसिक मज़बूती- इतिहास और दबाव दोनों को हराना होगा.
क्या यह जीत की ज़रूरत है या अस्तित्व की लड़ाई?
यह सिर्फ एक टेस्ट नहीं, इतिहास से लड़ाई है. भारत के पास मौका है एजबेस्टन का मनोविज्ञान तोड़ने का. इंग्लैंड, सीरीज़ पर शिकंजा कसने की कोशिश में है.