IND vs ENG, 5th Test- ओवल पर लगी रिकॉर्ड्स की झड़ी, सिराज की फील्डिंग ने किया बंटाधार; चरम पर पहुंचा मैच का रोमांच
भारत और इंग्लैंड के बीच द ओवल में चल रहा 5वां टेस्ट बेहद रोमांचक मोड़ पर पहुंच गया है, जहां इंग्लैंड को 35 रन और भारत को 4 विकेट चाहिए. मैच में जो रूट और हैरी ब्रूक ने रिकॉर्ड शतक जमाए. इस टेस्ट सीरीज़ में कुल 21 शतक और कई साझेदारियों ने रेकॉर्ड बनाए. शुभमन गिल सबसे अधिक रन (754) बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे, वहीं सिराज ने सबसे ज़्यादा 20 विकेट लिए. मैच ने ऐतिहासिक आंकड़ों और रोमांच की नई ऊंचाइयां छू ली हैं.
भारत को ओवल टेस्ट जीतने के लिए चार विकेट की दरकार है तो इंग्लैंड को केवल 35 रन चाहिए. द ओवल के मैदान पर खेली जा रही तेंदुलकर-एंडरसन टेस्ट सिरीज़ का पांचवें और अंतिम टेस्ट मैच अपने बेहद रोमांचक दौर में पहुंच गया है. जहां भारत को इंग्लैंड के निचले मध्यक्रम और पुछल्ले बल्लेबाज़ों को निपटाना है वहीं इंग्लैंड के सामने केवल 35 रनों का लक्ष्य है.
मैच के चौथे दिन हैरी ब्रूक, सर डॉन ब्रैडमैन के बाद 50 या उससे कम पारियों में अपना 10वां टेस्ट शतक पूरा करने वाले एकमात्र बल्लेबाज़ बने तो जो रूट ने अपना 39वां टेस्ट शतक जमाते हुए घरेलू मैदानों पर रिकॉर्ड 24वां शतक जमाने का कारनामा किया. दोनों बल्लेबाज़ों के बीच इंग्लैंड की दूसरी पारी में चौथे विकेट के लिए 195 रनों की साझेदारी हुई और ओवल में चल रहा टेस्ट मैच भारत के हाथों से फिसलने लगा. तभी आकाश दीप और प्रसिद्ध कृष्णा ने मैच में भारत की वापसी कराई. तभी बारिश ने रुकावट डाली और अंपायरों ने बताया कि मैच का निर्णय अब पांचवें दिन यानी आज होगा.
जो रूट के शतकों का रिकॉर्ड
मैच के चौथे दिन जो रूट ने अपना 39वां टेस्ट शतक जमाया जो घरेलू मैदानों पर उनका 24वां टेस्ट शतक भी है. इसके साथ ही रूट घरेलू मैदानों पर सबसे अधिक शतक जमाने वाले बल्लेबाज़ बन गए. उन्होंने रिकी पोंटिंग, जैक कैलिस और महेला जयवर्धने के 23 शतकों के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ा.
रूट के पास अब टेस्ट क्रिकेट में 39 शतक हो गए हैं. वो सबसे अधिक टेस्ट शतक जमाने के मामले में सचिन तेंदुलकर (51), कैलिस (45) और पोंटिंग (41) के बाद चौथे पायदान पर आ गए हैं. इतना ही नहीं रूट ने 13वीं बार टेस्ट मैच की चौथी पारी में पचास रन से अधिक का स्कोर बनाया. उन्होंने चौथी पारी में सर्वाधिक 50+ स्कोर की बराबरी की है. अब शिवनारायण चंद्रपॉल, ग्रीम स्मिथ और क्रिस गेल के साथ संयुक्त रूप से रूट के नाम यह रिकॉर्ड दर्ज हो गया है. चौथी पारी में यह रूट का चौथा शतक है. अब वे चौथी पारी में सबसे अधिक शतकों के मामले में केवल यूनिस ख़ान और केन विलियम्सन से पीछे हैं, जिनके नाम पांच-पांच शतक मौजूद हैं.
हैरी ब्रुक हुए डॉन ब्रैडमैन के क्लब में शामिल
सिराज के हाथों मिले जीवनदान के बाद इंग्लैंड के युवा बल्लेबाज़ हैरी ब्रूक ने केवल 91 गेंदों पर अपना 10वां टेस्ट शतक जमाया. यह टेस्ट क्रिकेट की चौथी पारी में जमाया गया सातवां सबसे तेज़ शतक है. ब्रूक अपने शतक के साथ ही सर डॉन ब्रैडमैन के बाद 50 या उससे कम पारियों में 10 टेस्ट शतक पूरे करने वाले पहले बल्लेबाज बन गए हैं. ब्रैडमैन ने यह उपलब्धि केवल 23 पारियों में हासिल की थी.
भारत और इंग्लैंड ने मिलकर बनाया ये रिकॉर्ड
अब तक इस सिरीज़ में 21 शतक जमाए जा चुके हैं. यह किसी भी पांच मैचों की टेस्ट सिरीज़ में दोनों टीमों की ओर से जड़े गए शतकों की अधिकतम संख्या है. ठीक इतने ही शतक 1955 में वेस्ट इंडीज़ और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई पांच टेस्ट मैचों की सिरीज़ में भी दोनों टीमों की ओर से जमाए गए थे. सबसे अधिक चार शतक शुभमन गिल के बल्ले से निकले तो जो रूट ने तीन शतक जमाए. वहीं केएल राहुल, ऋषभ पंत, हैरी ब्रुक और यशस्वी जायसवाल ने दो-दो शतक जड़े. कुल मिलाकर 12 बल्लेबाज़ों ने इस सिरीज़ में शतक जमाए हैं. पांच मैचों की इस टेस्ट सिरीज़ में केवल एक ही दोहरा शतक देखने को मिला. जो शुभमन गिल के बल्ले से निकला, जब उन्होंने एजबेस्टन टेस्ट की पहली पारी में 269 रन बनाए थे.
दोनों पारियों में शतक
एजबेस्टन के टेस्ट में शुभमन गिल ने जहां पहली पारी में दोहरा शतक जमाया वहीं उन्होंने दूसरी पारी में 161 रन बनाए. हालांकि उनसे पहले इस सिरीज़ में ऋषभ पंत ने दोनों पारियों में शतक जमाने का कारनामा कर दिखाया था. ऋषभ ने हेडिंग्ले टेस्ट की दोनों पारियों में शतक जमाया. उन्होंने वहां पहली पारी में 134 और दूसरी में 118 रन बनाए.
शतकीय साझेदारी
पांच मैचों की खेली गई तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफ़ी में कुल 19 शतकीय साझेदारी देखने को मिली. इसने 1957-58 में खेली गई वेस्ट इंडीज़-पाकिस्तान के बीच विसडन ट्रॉफ़ी के दौरान जमाए गए 19 शतकों की बराबरी की है. इसके अलावा विज़डन ट्रॉफ़ी 1957/58 में भी 19 शतक देखने को मिले थे.
रिकॉर्ड बल्लेबाज़ों ने बनाया 400+ का स्कोर
फ़्रैंक वॉरेल ट्रॉफ़ी 1075-76 और एशेज़ 1993 में आठ बल्लेबाज़ों ने 400+ का स्कोर बनाया था. जबकि इस सिरीज़ में 9 बल्लेबाज़ों ने 400+ के स्कोर बनाए हैं. शुभमन गिल ने सबसे अधिक 754 रन बनाए तो जो रूट ने 537 रन बनाए. वहीं केएल राहुल (532), रवींद्र जडेजा (516), हैरी ब्रूक (481), ऋषभ पंत (479), बेन डकेट (462), जैमी स्मिथ (434) और यशस्वी जायसवाल (411) चार सौ रनों से अधिक बनाने वाले बल्लेबाज़ रहे.
सबसे बढ़िया औसत
रनों के औसत के मामले में दुनिया के नंबर-1 टेस्ट ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने इस सिरीज़ में बाज़ी मार ली. उन्होंने 86.00 के औसत से 516 रन बनाए तो शुभमन गिल 75.40 के औसत के साथ नंबर-2 पर रहे. इंग्लैंड की ओर से जेमी स्मिथ औसत के मामले में नंबर-1 पर हैं.
इंग्लैंड के शतकों का शतक
ओवल के मैदान पर दर्ज की गई एक नई उपलब्धि भी रिकॉर्ड बुक से जुड़ गई. दरअसल यहां न केवल हैरी ब्रूक और जो रूट ने शतक जमाए बल्कि इन शतकों के साथ ही इस मैदान पर इंग्लैंड के टेस्ट शतकों की संख्या 100 पहुंच गई. इंग्लैंड के बल्लेबाज़ों ने जिस घरेलू मैदान पर सबसे अधिक शतक जमाए हैं, वो है लॉर्ड्स. यहां इंग्लिश बल्लेबाज़ों ने 141 शतक जमाए हैं. ऑस्ट्रेलिया में ऐसे तीन वेन्यू हैं, जहां के प्लेयर्स ने शतक का सैकड़ा जमाया है. ये हैं, मेलबर्न (116), एडिलेड (110) और सिडनी (108).
सबसे अधिक विकेट
इस सिरीज़ में अब तक सबसे अधिक विकेट मोहम्मद सिराज ने चटकाए हैं. उन्होंने अब तक 20 बल्लेबाज़ों को पवेलियन लौटाया है. वहीं नंबर-2 पर जॉश टंग हैं जिनके नाम 19 खिलाड़ियों को आउट करने का रिकॉर्ड है. वैसे सिराज ने ये 20 विकेट खेले गए पांच टेस्ट मैचों के दौरान लिए जबकि टंग ने केवल तीन टेस्ट मैचों में ही 19 विकेट ले लिए.





