ICC ने PCB को दिया बड़ा झटका, POK में नहीं मिलेगी चैंपियंस ट्रॉफी को एंट्री
ICC Has refused PCB to take the Champions Trophy in POK: आईसीसी के इस फैसले ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि विवादित क्षेत्रों में क्रिकेट गतिविधियों को लेकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सख्त नियम हैं. यह देखना दिलचस्प होगा कि PCB इस स्थिति से कैसे निपटता है और क्या यह मामला टूर्नामेंट के आयोजन पर कोई असर डालेगा.

आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर एक और विवाद सामने आ गया है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने टूर्नामेंट से पहले ट्रॉफी टूर की योजना बनाई थी, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (ICC) के निर्देशों ने इस योजना पर पानी फेर दिया. आईसीसी ने पीओके (पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर) में ट्रॉफी ले जाने पर रोक लगा दी है, जिससे PCB को अपने शेड्यूल में बड़ा बदलाव करना पड़ सकता है.
14 नवंबर को इस्लामाबाद पहुंची चैंपियंस ट्रॉफी के टूर की शुरुआत 16 नवंबर से होनी थी. PCB ने इसे स्कार्दू, मरी, हुंजा और मुजफ्फराबाद जैसे स्थानों पर ले जाने की योजना बनाई थी. ये सभी स्थान पाकिस्तान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में गिने जाते हैं. लेकिन स्कार्दू, हुंजा और मुजफ्फराबाद पीओके में स्थित हैं, जो एक विवादित क्षेत्र है.
ICC का सख्त निर्देश
आईसीसी ने पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड को साफ-साफ निर्देश दिया है कि ट्रॉफी को किसी भी विवादित क्षेत्र, विशेष रूप से पीओके, में न ले जाया जाए. इससे PCB को अपने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम में बड़ा बदलाव करना होगा.
पहली बार बिना शेड्यूल के ट्रॉफी टूर
आमतौर पर किसी भी टूर्नामेंट का ट्रॉफी टूर उसके आधिकारिक शेड्यूल के जारी होने के बाद शुरू होता है. लेकिन इस बार चैंपियंस ट्रॉफी का शेड्यूल अभी तक घोषित नहीं हुआ है. भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव और टीम इंडिया के पाकिस्तान में खेलने से इनकार करने के चलते टूर्नामेंट के आयोजन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है.
PCB की योजना को झटका
PCB ने ट्रॉफी टूर को लेकर जोर-शोर से प्रचार किया था. बोर्ड ने 14 नवंबर को सोशल मीडिया पर घोषणा की थी कि यह ट्रॉफी देश के विभिन्न दर्शनीय स्थलों पर फैंस के बीच लाई जाएगी. हालांकि, ICC के ताजा निर्देशों के बाद बोर्ड को न केवल अपने कार्यक्रम में बदलाव करना पड़ेगा, बल्कि ट्रॉफी टूर को लेकर उनकी रणनीति पर भी सवाल उठ रहे हैं.
राजनीतिक तनाव का असर टूर्नामेंट पर
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी से होनी है, लेकिन भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण टूर्नामेंट का शेड्यूल अभी तक तय नहीं हो पाया है. हाइब्रिड मॉडल पर सहमति न बनने से दोनों देशों के बीच गतिरोध बढ़ गया है.