IND Vs BAN: कानपुर टेस्ट में बड़े हादसे की चेतावनी, BCCI पर 'मुसीबत'
उत्तर प्रदेश PWD ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के एक स्टैंड के कमजोर होने का अनुमान लगाते हुए उसे दर्शकों के लिए खतरनाक बताया है।

कानपुर में भारत और बांग्लादेश के बीच दूसरा और सीरीज का आखिरी टेस्ट 27 सितंबर से खेला जाना है लेकिन उससे पहले उत्तर प्रदेश की PWD ने एक बड़ी चेतावनी जारी की है। उत्तर प्रदेश PWD ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के एक स्टैंड के कमजोर होने का अनुमान लगाते हुए उसे दर्शकों के लिए खतरनाक बताया है। PWD के अधिकारियों का मानना है कि स्टैंड की हालत ऐसी नहीं है कि कि वह टेस्ट मैच के दौरान आने वाले दर्शकों की फुल स्ट्रेंथ का भार सहन कर सके।
बालकनी C का है मामला
उत्तर प्रदेश PWD ने कानपुर के ग्रीन पार्क स्टेडियम के जिस स्टैंड को लेकर चिंता जाहिर की है, वह बालकनी C का मामला है। PWD अधिकारियों की जताई चिंता के बाद बालकनी C के टिकट उसकी फुल कैपिसिटी से आधे ही टेस्ट मैच के लिए बेचे जा रहे हैं। UPCA CEO अंकित चटर्जी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि PWD ने कुछ चिंता जाहिर की जिसके बाद हमने फैसला किया कि हम बालकनी C के सारे टिकट नहीं बेचेंगे। उन्होंने आगे कहा कि हमने उस स्टैंड के सिर्फ 1700 टिकट बेचने की ही परमिशन दी है जबकि उसकी फुल स्ट्रेंथ 4800 है। उनके मुताबिक, जल्द ही बालकनी C की रिपेयरिंग का काम शुरू हो जाएगा।
ग्रीन पार्क स्टेडियम का एक हिस्सा कमजोर
PWD के अधिकारियों के मुताबिक, अगर स्टेडियम के उस हिस्से में दर्शक पूरी तादाद में आए तो इससे बड़े हादसे की आशंका बनी रहेगी। PWD की ओर से मंगलवार यानी 24 सितंबर को कुछ इंजीनियर्स ने स्टेडियम की बालकनी C में जाकर 6 घंटे बिताए। उसके बाद उन्होंने उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन को मामले की गंभीरता को लेकर चेताया। उन्होंने UPCA को मैच डे पर स्टेडियम के उस हिस्से को बंद रखने को कहा ताकि कोई बड़ा हादसा ना हो।
स्टेडियम को रिपेयरिंग की जरूरत
PWD इंजीनियर के हवाले से इंडियन एक्सप्रेस ने लिखा कि स्टैंड की इतनी भी क्षमता नहीं कि वह 50 से ज्यादा क्रिकेट फैंस का भार सहन कर सके, अगर उन सबने ऋषभ पंत के छक्के पर उछलना शुरू कर दिया। इस स्टेडियम को रिपेयरिंग की जरूरत है।
कानपुर में भारत और बांग्लादेश की टीमें
कानपुर में खेले जाने वाले दूसरे टेस्ट मैच के लिए भारत और बांग्लादेश की टीमें 24 सितंबर को कानपुर पहुंच चुकी हैं। PWD की ओर से मिली चेतावनी के बाद अब ये UPCA और BCCI दोनों के लिए नाक का सवाल बन गया है कि मैच को सुरक्षित और बिना किसी अड़चन के करा लिया जाए।