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क्रिकेट में बड़ा बदलाव: MCC ने बदला बॉउंड्री कैच का नियम, अब 'हवा में झूलते कैच' नहीं होंगे वैध

क्रिकेट की नियम बनाने वाली संस्था MCC ने बॉउंड्री कैच से जुड़ा बड़ा बदलाव किया है. अब कोई फील्डर अगर सीमा रेखा के बाहर हवा में जाकर गेंद को छूता है, तो वह केवल एक बार ही ऐसा कर सकता है और उसके बाद पूरी तरह मैदान में लौटकर ही अगली कार्रवाई कर सकता है. पहले फील्डर हवा में रहते हुए गेंद को कई बार छू सकता था, जिसे अब अवैध करार दिया गया है. यह नया नियम 17 जून 2025 से ICC के टूर्नामेंट्स में लागू होगा और MCC की लॉ बुक में अक्टूबर 2026 से जुड़ जाएगा.

क्रिकेट में बड़ा बदलाव: MCC ने बदला बॉउंड्री कैच का नियम, अब हवा में झूलते कैच नहीं होंगे वैध
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( Image Source:  X )

Boundary Catch New Rules, Airborne Banani Hop Catch Rule: क्रिकेट के नियमों को तय करने वाली संस्था मैरीलेबोन क्रिकेट क्लब (MCC) ने बॉउंड्री कैच से जुड़े एक महत्वपूर्ण नियम में बदलाव किया है, जो आने वाले समय में मैचों की दिशा और नतीजे दोनों को प्रभावित कर सकता है. नए नियमों के मुताबिक, अब फील्डर अगर बाउंड्री के बाहर हवा में जाकर गेंद को छूता है, तो वह केवल तभी वैध माना जाएगा, जब वह पहले टच के बाद पूरी तरह मैदान के अंदर लौटे और फिर कैच पकड़े या गेंद फेंके. मतलब यह कि एक बार हवा में रहकर बार-बार गेंद को छूने वाला कैच अब अमान्य होगा.

इसे आसान शब्दों में कहें तो, 'बनानी हॉप' या 'एयरबोर्न मल्टी-टच कैच' जो आज तक फैंस के बीच रोमांच का केंद्र रहे, अब नियमों के खिलाफ माने जाएंगे. आईपीएल 2025 में पंजाब किंग्स के खिलाफ चेन्नई सुपर किंग्स के लिए डेवाल्ड ब्रेविस ने जिस तरह का कैच लिया, वैसा अब मान्य नहीं होगा.

नया नियम कब से लागू होगा?

ICC इस नियम को 17 जून 2025 से लागू करेगा, जब अगली वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की शुरुआत होगी. वहीं, MCC इसे आधिकारिक रूप से अपने अक्टूबर 2026 के अपडेट में शामिल करेगा.

पहले और अब में क्या फर्क है?

  • पहले: कोई फील्डर बॉउंड्री के बाहर हवा में जाकर गेंद को एक या एक से ज्यादा बार टच कर सकता था, जब तक वह जमीन पर नहीं गिरता.
  • अब: फील्डर केवल एक बार हवा में गेंद को छू सकता है, और फिर उसे पूरी तरह मैदान के अंदर लौटकर ही आगे की क्रिया करनी होगी.

क्यों लाया गया ये बदलाव?

MCC का कहना है कि यह बदलाव 'न्याय और स्पष्टता' सुनिश्चित करने के लिए किया गया है. इससे मैच अधिकारियों को यह तय करने में आसानी होगी कि कैच वैध है या नहीं, और फैंस को भी भ्रम से राहत मिलेगी.

इसका असर क्या होगा?

अब हम वो चमत्कारी बॉउंड्री कैच शायद न देख पाएं, जिनमें फील्डर हवा में गेंद को एक-दूसरे को पास कर रहे होते थे. फील्डर्स को अंदर आकर ही गेंद को कंट्रोल करना होगा, जिससे फील्डिंग में अनुशासन और सावधानी बढ़ेगी. स्पष्ट और निष्पक्ष फैसले आने की संभावना बढ़ेगी.

अब हर कैच सिर्फ आंखों का खेल नहीं होगा

क्रिकेट में रोमांच तो हमेशा रहेगा, लेकिन MCC का यह नया नियम यह सुनिश्चित करेगा कि रोमांच के साथ-साथ न्याय और खेल की आत्मा भी सुरक्षित रहे. अब हर कैच सिर्फ आंखों का खेल नहीं होगा, बल्कि दिमाग और संतुलन का भी इम्तिहान होगा.

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