कोहली को गेंदबाजी करना मुझे तेंदुलकर से भी ज्यादा मुश्किल लगता है... इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज ने ऐसा क्यों कहा?
इंग्लैंड के दिग्गज तेज गेंदबाज़ रहे जेम्स एंडरसन ने विराट कोहली को अपने करियर का सबसे कठिन बल्लेबाज़ बताया है, जिन्हें आउट करना उनके लिए सचिन तेंदुलकर से भी मुश्किल रहा. एंडरसन ने कहा कि कोहली ने तकनीकी रूप से खुद को इतना सुधार लिया है कि अब उनकी कमजोरियां दिखना बंद हो गई हैं. उन्होंने Fab Four में से कोहली को सबसे बड़ा चैलेंज करार दिया. यह बयान भारत-इंग्लैंड टेस्ट सीरीज़ से पहले क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है.

Anderson toughest opponent Virat Kohli vs Sachin Tendulkar: इंग्लैंड के दिग्गज गेंदबाज रहे जेम्स एंडरसन ने हाल ही में एक बातचीत में खुलासा किया कि उन्होंने अपने पूरे करियर में Fab Four में से सबसे ज़्यादा चुनौतीपूर्ण बल्लेबाज विराट कोहली को माना है. यहां तक कि महान सचिन तेंदुलकर से भी ... 2014 के इंग्लैंड टूर में एंडरसन ने शुरूआत में कोहली की एक कमज़ोर क्रीज़ पर गेंदबाज़ी की थी, लेकिन कोहली ने जल्दी इस कमजोरी को सुधारते हुए दूसरी बार के दौरे में उन्हें चौंका दिया. एंडरसन के अनुसार, विराट कोहली ने ना सिर्फ गेंदबाज़ों को चुनौती दी, बल्कि वे सचिन से अलग रणनीति अपनाते हुए खुद को बेहद मुश्किल विपक्षी साबित किया.
हाल ही में एक TalkSport पॉडकास्ट में एंडरसन ने कहा कि कोहली का ‘स्टील की मानसिकता’, उनका कठोर मुकाबला मनोबल और प्रत्येक गेंद पर प्रतिस्पर्धात्मक उग्रता उन्हें बेहद मजबूत प्रतिद्वंद्वी बनाती थी. उन्होंने कहा कि सचिन शांतचित्त और विनम्र प्रकृति के खिलाड़ी थे, जबकि कोहली मैदान पर अपनी भावनाओं को जाहिर करते, और अक्सर कोहनी के पास Verbal लड़ाई का हिस्सा बन जाते थे.
कोहली की चुनौती और एंडरसन की परख
एंडरसन ने कहा कि उन्होंने कोहली को पहली बार 2014 की इंग्लैंड सीरीज में बाहर ऑफ़ स्टंप के गेंदों के खिलाफ कमजोर देखा और उसका पूरा फायदा उठाया था, लेकिन 2018 की सीरीज में कोहली ने इस कमजोरी को पूरी तरह सुधार लिया और ऐसा बल्लेबाज़ी अंदाज़ दिखाया कि उन्होंने खुद कहा, “वह एक बिल्कुल अलग खिलाड़ी बन गया था.” एंडरसन ने बताया कि वह पहले सीरीज में कोहली को 4‑5 बार आउट कर पाए थे, लेकिन अगले दौरे में उन्होंने उन्हें कोई विकेट नहीं लिया.
दूसरी ओर, एंडरसन ने सचिन तेंदुलकर जैसे महान बल्लेबाज उनसे मुकाबला 'इतना तीव्र नहीं' माना. उन्होंने कहा कि सचिन मैदान पर शांत और संयमी रहते थे, जबकि कोहली अपनी भावनाओं को खुलेआम ज़ाहिर करते थे और मानसिक स्तर पर बहुत दबाव डालते थे.
मनोवैज्ञानिक और तकनीकी बदलाव
एंडरसन ने आगे कहा कि कोहली हर गेंद पर लड़ने के मूड में रहते थे. उन्होंने जताया कि जंग का यह जोश सचिन में उतना नहीं था. इसके अलावा, कोहली ने तकनीकी सुधार के साथ ही मानसिक बदलाव भी दिखाया, जिससे गेंदबाज़ धोखा खाने लगते थे.
कोहली को एंडरसन ने 7 बार किया आउट
बता दें कि कोहली ने पिछले महीने टेस्ट क्रिकेट से संन्यास का एलान किया था. उन्होंने 122 टेस्ट में 9230 रन बनाए. कोहली ने एंडरसन के खिलाफ 36 पारियों में 43.57 की औसत से 305 रन बनाए. इस दौरान वे 7 बार आउट हुए. वहीं, तेंदुलकर को एंडरसन ने 9 बार आउट किया था.
कोहली सबसे बड़ी चुनौती
एंडरसन जैसे अनुभवी तेज़ गेंदबाज़ ने विराट कोहली को दूसरों से अलग क्यों माना, इसका कारण साफ है- कोहली ने मैदान पर खेल का रूप तक बदल दिया. उन्होंने अपनी तकनीक सुधार के साथ ही मानसिक रूप से गेंदबाज़ों की पकड़ छुड़ा वह कर दिया, जिसे एंडरसन ने 'Fab Four' की बीच सबसे कठिन झेल बताया.