Shaniwar Ke Upay: शनिदेव को खुश करने के ये 4 उपाय, शनि दोष का समाधान पाएं समाधान
शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित माना जाता है और इस दिन उनकी पूजा विशेष महत्व रखती है. मान्यता है कि यदि किसी की कुंडली में शनि दोष है, तो शनिदेव के इन उपायों से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं.शनि देव का गुस्सा शांत करने के लिए ईमानदारी से पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ इन उपायों का पालन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है.

Shaniwar Ke Upay: शनिवार का दिन शनिदेव को समर्पित माना जाता है और इस दिन उनकी पूजा विशेष महत्व रखती है. मान्यता है कि यदि किसी की कुंडली में शनि दोष है, तो शनिदेव के इन उपायों से उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आ सकते हैं.शनि देव का गुस्सा शांत करने के लिए ईमानदारी से पूजा-अर्चना करने के साथ-साथ इन उपायों का पालन करना लाभकारी सिद्ध हो सकता है.
करें शनिवार के व्रत का संकल्प
यदि शनि का प्रकोप आपके जीवन पर प्रभाव डाल रहा है, तो 51 शनिवार तक व्रत रखना लाभदायक हो सकता है. इन शनिवारों में शनि मंत्रों का जाप करने से शनि दोष का प्रभाव कम हो सकता है. यदि 51 शनिवार व्रत कठिन हो तो 19 शनिवार तक यह व्रत करने से भी शनिदेव की कृपा मिल सकती है और उनकी नाराज़गी दूर होती है.
करें शनि मंत्र का जाप
शनिदेव का आशीर्वाद पाने के लिए कुछ विशेष मंत्रों का जाप सहायक माना गया है. “ऊं प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:” इस मंत्र का जाप प्रतिदिन 5 माला करने से शनि दोष में कमी आ सकती है. इसके अलावा महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी शनि के दोष को शांत करने में सहायक माना जाता है. इस जाप से शनिदेव की कृपा प्राप्त होती है और जीवन में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
तिल का तेल करें अर्पित
शनिदेव की पूजा में तिल का तेल या सरसों का तेल अर्पित करना अति शुभ माना गया है.स शनिवार के दिन शनिदेव पर यह तेल चढ़ाने से और काले वस्त्रों का दान करने से शनि दोष के प्रभाव से मुक्ति पाई जा सकती है. इसके अतिरिक्त किसी गरीब को भोजन और वस्त्र दान करने से भी शनिदेव प्रसन्न होते हैं.
पीपल के पेड़ की पूजा करें
जिनकी कुंडली में शनि कमजोर होता है, उन्हें शनिवार को पीपल के पेड़ की पूजा करनी चाहिए. पीपल को जल अर्पित करने से और उसकी जड़ में तेल का दीपक जलाने से शनिदेव प्रसन्न होते हैं. मान्यता है कि ऐसा करने से शनि दोष का प्रभाव धीरे-धीरे कम होता है, और व्यक्ति के जीवन में आर्थिक समृद्धि आती है.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.