Margshirsh 2024: कब से शुरू होगा मार्गशीर्ष मास? इस पवित्र महीने में अपनाएं ये नियम और पाएं आशीर्वाद
हिंदू धर्म में मार्गशीर्ष मास का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है. यह हिंदू पंचांग का नौवां महीना है, जिसे अगहन मास के नाम से भी जाना जाता है. मार्गशीर्ष मास को विशेष रूप से भगवान श्रीकृष्ण और शंख पूजा के लिए समर्पित माना जाता है.

Shani Dosh Upay: शनिवार का दिन भगवान शनि को समर्पित होता है. इस दिन शनि देव की पूजा और उपासना करने से कुंडली में शनि दोष को शांत किया जा सकता है. शनि देव का गुस्सा काफी खतरनाक माना जाता है, लेकिन सही तरीके से पूजा और उपाय करने से उनका आशीर्वाद भी प्राप्त किया जा सकता है.
शनिवार का व्रत रखें
शनि दोष को शांत करने के लिए 51 शनिवार का व्रत रखना लाभकारी माना जाता है. इस दौरान भगवान शनि के मंत्रों का जाप करें. अगर 51 शनिवार तक व्रत रखना संभव न हो, तो लगातार 19 शनिवार व्रत कर सकते हैं. इससे भी शनि दोष में कमी आती है.
मंत्रों का जाप करें
शनि देव को प्रसन्न करने के लिए 'ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनये नम:' मंत्र का जाप करें. इस मंत्र का पांच माला तक जाप करना शुभ होता है. इसके अलावा, महामृत्युंजय मंत्र का जाप भी शनि दोष से राहत दिला सकता है. साथ ही, हनुमान और शिवजी की पूजा करने से भी विशेष लाभ मिलता है.
शनि देव पर तेल अर्पित करें
शनिवार के दिन शनि देव पर तिल या सरसों का तेल चढ़ाना शुभ माना जाता है. इसके साथ ही काले वस्त्र और काले तिल का दान करें. यह उपाय शनि दोष को शांत करने में अत्यधिक प्रभावी होता है.
पीपल के पेड़ की पूजा करें
पीपल के पेड़ की पूजा करने से शनि दोष का प्रभाव कम होता है. इस दिन पीपल के पेड़ पर जल अर्पित करें और उसकी परिक्रमा करें. पीपल का पेड़ हिंदू धर्म में पवित्र माना जाता है और इसकी पूजा से जीवन की समस्याओं में कमी आती है.
शनि देव की पूजा में रखें यह ध्यान
शनि देव की कृपा पाने के लिए मन को साफ और कर्मों को शुद्ध रखना आवश्यक है. सच्ची लगन और श्रद्धा के साथ किए गए ये उपाय निश्चित ही लाभकारी सिद्ध होते हैं और शनि दोष के प्रभाव को समाप्त करते हैं.
डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.