Mangla Gauri Vrat 2025: सावन का पहला मंगला गौरी व्रत आज, जानिए पूजा महत्व और शुभ मुहूर्त
15 जुलाई 2025 को सावन का पहला मंगला गौरी व्रत रखा जा रहा है. इस व्रत का महत्व श्रावण सोमवार जितना ही है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन मां पार्वती की पूजा करने से दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि, पति की लंबी आयु और अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद मिलता है. अविवाहित कन्याओं को मनचाहा वर मिलता है और संतान की इच्छा पूरी होती है. व्रत का शुभ मुहूर्त 11:59 बजे से 12:55 बजे तक है. मंत्र: "ॐ श्री गौरी शंकराय नमः".

15 जुलाई 2025 को सावन का पहला मंगला गौरी व्रत है. जैसे श्रावण माह में हर सोमवार का विशेष महत्व होता है उसी प्रकार हर सावन मंगलवार का महत्व होता है. सावन सोमवार पर भगवान शिव की पूजा करने का विधान होता है वहीं सावन मंगलवार के दिन गौरी व्रत रखा जाता है. सावन मंगला गौरी व्रत में मां पार्वती की पूजा विधि-विधान के साथ किया जाता है. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन मंगला गौरी व्रत रखने और पूजा-अर्चना करने से दांपत्य जीवन में सुख-समृद्धि आती है और तरह की परेशानियों से छुटकारा मिलता है. आइए जानते हैं मंगला गौरी व्रत का महत्व, पूजा विधि और शुभ मुहूर्त.
सावन मंगला गौरी व्रत का महत्व
श्रावण माह में जितना महत्व सावन सोमवा व्रत का होता है उतना ही मंगला गौरी का भी. धार्मिक मान्यताओं के अनुसार सावन माह में मंगला गौरी व्रत रखने अखंड सौभाग्य की प्राप्ति होती है. सुहागिन महिलाएं इस दिन व्रत रखकर मां गौरी की पूजा करती हैं और इससे मां पार्वती और भगवान शिव का आशीर्वाद मिलता है. मंगला गौरी व्रत करने से पति को लंबी आयु, सुखी वैवाहिक जीवन का आशीर्वाद मिलता है. इसके अलावा मंगला गौरी व्रत रखने से अविवाहित कन्याओं को मनचाहा वर की प्राप्ति होती है. वहीं जिन दांपत्य लोगों को संतान प्राप्त करने की इच्छा होती है वे इस व्रत को रखती हैं. इसके अलावा जिन लोगों की कुंडली में मंगल दोष होता है वे भी मंगला गौरी व्रत रखते हैं जिससे मंगल के दोष के प्रभाव में कमी आती है.
मंगला गौरी व्रत शुभ मुहूर्त
मंगला गौरी व्रत के दिन माता पार्वती संग भगवान शिव की पूजा करने के लिए अभीजीत मुहूर्त अच्छा माना जाता है. 15 जुलाई को अभीजीत मुहूर्त 11 बजकर 59 मिनट से लेकर 12 बजकर 55 मिनट तक रहेगा.
सावन मंगला गौरी व्रत कब-कब
- पहला सावन मंगला गौरी व्रत- 15 जुलाई 2025
- दूसरा सावन मंगला गौरी व्रत- 22 जुलाई 2025
- तीसरा सावन मंगला गौरी व्रत- 29 जुलाई 2025
- चौथा सावन मंगला गौरी व्रत- 05 अगस्त 2025
मंत्र:-
"ॐ श्री गौरी शंकराय नमः"
"ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं गौरी मंगला याय नमः"
मंगला गौरी उपाय
- माता गौरी को सुहाग की चीजें करें अर्पित
- कुंवारी कन्याओं को पूजन और उपहार दें.
- मां गौरी को गुलाल और कुमकुम करें अर्पित
- मंगला गौरी व्रत कथा और करें विधिपूर्वक आरती