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क्या आप भी रखते हैं कांच का सामान? जानें वास्तु के ये नियम और पाएं घर में समृद्धि!

वास्तु शास्त्र में कांच के सामान को घर की सजावट में अहम माना जाता है. सही दिशा में रखे जाने पर यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, लेकिन गलत दिशा में रखने से यह नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है. कांच एक पारदर्शी पदार्थ है, जो प्रकाश को प्रतिबिंबित करता है.

क्या आप भी रखते हैं कांच का सामान? जानें वास्तु के ये नियम और पाएं घर में समृद्धि!
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स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 12 Nov 2024 7:47 PM

Glass Ke Upay: वास्तु शास्त्र में कांच के सामान को घर की सजावट में अहम माना जाता है. सही दिशा में रखे जाने पर यह घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है, लेकिन गलत दिशा में रखने से यह नकारात्मक प्रभाव भी डाल सकता है. कांच एक पारदर्शी पदार्थ है, जो प्रकाश को प्रतिबिंबित करता है और घर को सुंदर और सकारात्मक बनाता है.

कांच का सामान रखने की सही दिशा

कांच का सामान रखने के लिए पूर्व दिशा सबसे शुभ मानी जाती है. यह दिशा सूर्य से जुड़ी होती है, जो ऊर्जा का प्रमुख स्रोत है. कांच के सामान को इस दिशा में रखने से घर में शांति और समृद्धि बनी रहती है. इसके अलावा, उत्तर दिशा भी कांच का सामान रखने के लिए उत्तम मानी जाती है, क्योंकि यह दिशा धन और समृद्धि से जुड़ी है. इस दिशा में कांच का सामान रखने से घर में आर्थिक स्थिति मजबूत होती है.

इन दिशाओं से बचें

दक्षिण दिशा में कांच का सामान रखने से नकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह बढ़ सकता है, जो घर में तनाव और असंतुलन पैदा कर सकता है. इसी तरह, पश्चिम दिशा में भी कांच का सामान रखना वास्तु दोष का कारण बन सकता है, जिससे रिश्तों में खटास आ सकती है और सुख-शांति में कमी आ सकती है.

दर्पण का सही स्थान

दर्पण का भी वास्तु में विशेष स्थान है. उत्तर और पूर्व दिशा में दर्पण लगाना शुभ माना जाता है, क्योंकि इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है. वहीं, दक्षिण दिशा में दर्पण से नकारात्मक ऊर्जा बढ़ सकती है, इसलिए इसे वहां से बचाना चाहिए.

कांच के फर्नीचर और सजावटी सामान

कांच के फर्नीचर को लिविंग रूम या ड्राइंग रूम में रखना शुभ होता है. कांच के सजावटी सामान जैसे शोपीस और फोटो फ्रेम को उत्तर या पूर्व दिशा' में रखने से घर में सकारात्मक वातावरण बना रहता है.


डिस्क्लेमर: यह लेख सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. हम इसके सही या गलत होने की पुष्टि नहीं करते.

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