जया किशोरी से जानें पीरियड्स में मंदिर जाना चाहिए या नहीं?
पीरियड्स में महिलाओं को किचन में जाने से रोका जाता है. इतना ही नहीं, मंदिर जाने की भी मनाही होती है. कहा जाता है कि महिलाएं इस दौरान अशुद्ध होती हैं. इसलिए उनका पवित्र जगहों पर जाना वर्जित होता है. अब इस पर जया किशोरी ने इसका कारण बताया है.

हर महीने महिलाओं को पीरियड होते हैं. इस दौरान महिलाओं के शरीर से खून निकलता है. भले ही आज हम 21वीं सदी में पहुंच गए हो, लेकिन अभी भी महिलाओं को पीरियड्स के दौरान अलग तरीके से देखा जाता है. इतना ही नहीं, पीरियड्स से जुड़े कई नियम भी बन चुके हैं. इनमें पीरियड्स होने पर अचार न छूने से लेकर मंदिर जाने तक की मनाही शामिल है.
आपने भी बड़े-बुजुर्गों से सुना होगा क महिलाओं को पीरियड्स के दौरान मंदिर नहीं जाना चाहिए. मान्यता है कि इस दौरान महिलाएं अशुद्ध हो जाती हैं. इस कारण से उन्हें मंदिर जाने से मनाही होती है. इस बात पर कथावाचक जया किशोरी ने बताया है कि आखिर ऐसा क्यों कहा जाता है.
आराम करने की दी जाती है सलाह
जया किशोरी ने कहा है कि पीरियड्स के दौरान महिलाओं के शरीर में कमजोरी होती है. इसके चलते उन्हें इस दौरान आराम करने और घर में रहने की सलाह दी जाती है.
लोगों ने बदली धारणा
जया किशोरी का कहना है कि पूजा में शुद्धता का ध्यान दिया जाता है. लेकिन पुराने समय में पीरियड्स के दौरान महिलाएं कपड़ों का इस्तेमाल करती थीं. गंदा कपड़ा बीमारी का कारण बन सकता है. धीरे-धीरे लोगों ने इसे अपने हिसाब से बदलकर रुढ़िवादी सोच बना दिया. इसके कारण नियम भी बन गए हैं.
पीरियड्स में अचार छूना
पहले के समय पीरियड्स के दौरान साफ-सफाई पर कम ध्यान दिया जाता था. क्योंकि उस समय महिलाएं कपड़े का इस्तेमाल करती थीं, जिसे स्वच्छ नहीं माना जाता है. आज हमारे पास ऐसी कई चीजें हैं जिनसे हम अपने आप को स्वच्छ रख सकते हैं. लेकिन पहले ऐसा नहीं था. जिसके कारण इस समय अगर कोई महिला अचार छू लेती थी, तो वह खराब हो जाता था. लेकिन इसका संबंध केवल स्वच्छता से है. अचार खराब होने का कोई दूसरा कारण नहीं है. धीरे-धीरे इस बात को गलत तरीके से लिया जाने लगा और फिर यह धारणा बनी कि पीरियड्स में महिलाओं को अचार नहीं छूना चाहिए.