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Guru Gochar 2025: 12 साल बाद मिथुन राशि में गुरु का गोचर, जानें सभी 12 राशियों पर प्रभाव

वैसे तो देवगुरु बृहस्पति का गोचर एक से दूसरी राशि में करीब 12 महीनों के बाद होता है लेकिन इस बार गुरु अतिचारी होकर दो बार अपनी चाल में बदलाव करने वाले हैं. 14 मई के बाद गुरु 19 अक्टूबर को कर्क राशि में आ जाएंगे.

Guru Gochar 2025: 12 साल बाद मिथुन राशि में गुरु का गोचर, जानें सभी 12 राशियों पर प्रभाव
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State Mirror Astro
By: State Mirror Astro

Published on: 12 May 2025 12:55 PM

14 मई 2025 को देवगुरु बृहस्पति वृषभ राशि की अपनी यात्रा को विराम देते हुए बुध की राशि मिथुन में प्रवेश करेंगे. साल 2025 के बड़े ग्रहों के गोचर में यह दूसरा राशि परिवर्तन है. इसके पहले 29 मार्च को शनि ग्रह करीब ढाई वर्षों के बाद अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ से मीन राशि में प्रवेश कर चुके हैं.

वैसे तो देवगुरु बृहस्पति का गोचर एक से दूसरी राशि में करीब 12 महीनों के बाद होता है लेकिन इस बार गुरु अतिचारी होकर दो बार अपनी चाल में बदलाव करने वाले हैं. 14 मई के बाद गुरु 19 अक्टूबर को कर्क राशि में आ जाएंगे. कर्क राशि में गुरु यहां उच्च के होते हैं. फिर 12 नवंबर 2025 को गुर कर्क राशि में रहते हुए वक्री हो जाएंगे और 03 दिसंबर को फिर से मिथुन राशि में गोचर करेंगे.

गुरु की अतिचारी चाल

देवगुरु बृहस्पति किसी एक राशि में करीब 13 महीनों तक रहते हैं. लेकिन साल 2025 में गुरु का गोचर बहुत ही महत्वपूर्ण रहने वाला होगा क्योंकि इस बार गुरु मिथुन राशि में परिवर्तन करते ही अतिचारी हो जाएंगे. यानी गुरु की चाल तेज हो जाएगी जिसके कारण गुरु जल्दी जल्दी राशि परिवर्तन करेंगे और अपनी चाल में भी बदलाव देखने को मिलेगा. गुरु का अतिचारी होना वर्षों बाद होता है. गुरु करीब 8 वर्षों तक अतिचारी रहेंगे. गुरु अतिचारी होकर दो बार राशि परिवर्तन करेंगे और दो बार चाल में बदलाव करेंगे.

गुरु का अतिचारी होने से 12 राशियों पर प्रभाव

मेष राशि

मेष राशि वालों के लिए गुरु का गोचर अच्छा सिद्ध हो सकता है. लाभ के अवसरों में वृद्धि और और कार्यों में लगातार सफलता हासिल होगी.

वृषभ राशि

इस राशि के लोगों के लिए गुरु का मिथुन राशि में गोचर शुभ और अनुकूल साबित होगा. आर्थिक स्थितियों में लगातार सुधार देखने को मिलेगा. धन लाभ के अवसरों में वृद्धि होने के प्रबल संकेत हैं. विवाह के योग बन सकते हैं.

मिथुन राशि

गुरु का गोचर मिथुन राशि में ही हो रहा है. ऐसे में आपकी सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी. लाभ के अवसर मिलेंगे जिससे कार्यक्षेत्र में आपको एक नया मुकाम हासिल होगा.

कर्क राशि

नौकरीपेशा जातकों के लिए गुरु का मिथुन राशि में गोचर किसी वरदान से कम नहीं है. धन लाभ के अवसरों में वृद्धि हो सकती है. कोई नया काम शुरू कर सकते हैं. गुरु का गोचर आपके लिए किसी वरदान से कम नहीं है.

सिंह राशि

गुरु का गोचर सिंह राशि वालों के लिए अच्छा साबित होगा. सुखों में वृद्धि के योग हैं. धन के मामले में आपको अच्छा लाभ मिलेगा. मान-सम्मान में इजाफा देखने को मिलेगा.

कन्या राशि

गुरु का गोचर कन्या राशि वालों के लिए अच्छा रहेगा. जीवन में उन्नति के अवसरों में वृद्दि होगी. पुरानी परेशानियों से निजात पाने का समय अब आ गया है.

तुला राशि

गुरु का गोचर आपके जीवन से धन संबंधी परेशानियों से दूर करने के लिए रहेगा. लाभ के अवसरों में वृद्धि होगी. नए अवसरों की प्राप्ति आपको मिल सकती है. भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा.

वृश्चिक राशि

वृश्चिक राशि के जातकों के लिए गुरु का गोचर मिलाजुला अवसर लेकर आ सकता है. नौकरीपेशा जातकों को लाभ और प्रमोशन के अवसर दिला सकता है. चिंताओं से मुक्ति मिलेगी.

धनु राशि

गुरु का गोचर धनु राशि वालों के लिए अच्छा रहेगा. लगातार एक के बाद एक खुशखबरी सुनने को मिल सकती है. व्यापार में अच्छी कामयाबी मिल सकती है. आपके विरोधी पस्त नजर आएंगे.

मकर राशि

गुरु का मिथुन राशि में गोचर किसी बड़ी कामयाबी की तरफ संकेत दे रहा है. मकर राशि के जातकों को लाभ के अवसरों में बेहतरीन मौके मिल सकते हैं. सुख-सुविधाओं में पहले के मुकाबले ज्यादा इजाफा देखने को मिलेगा.

कुंभ राशि

कुंभ राशि वालों के लिए गुरु का करीब 13 महीनों के बाद राशि परिवर्तन लाभ के बेहतरीन अवसरों में वृद्दि करवाने में मदद करवा सकता है. इच्छाओं की पूर्ति होगी. भाग्य का भरपूर साथ मिलेगा. धन लाभ के मौके में इजाफा होगा.

मीन राशि

मीन राशि वालों के लिए गुरु का गोचर किसी वरदान से कम नहीं हो सकता है. लाभ के अवसरों में वृद्धि हो सकती है. भौतिक सुख-सुविधाओं में इजाफा और नई योजनाओं में अच्छा सफलता मिल सकती है.

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