Begin typing your search...

दूधेश्वरनाथ और चौपला वाले हनुमान जी को नहीं लगेगा मिठाई का भोग, क्या है वजह?

तिरुपति लड्डू विवाद सामने आने के बाद दूधेश्वरनाथ पीठाधीश्वर नारायण गिरी ने मंदिर में बाजार की मिठाई के भोग पर प्रतिबंध लगा दिया है. उन्होंने भक्तों को भगवान को भोग लगाने के लिए फल और नारियल चढ़ाने का सुझाव दिया है.

दूधेश्वरनाथ और चौपला वाले हनुमान जी को नहीं लगेगा मिठाई का भोग, क्या है वजह?
X
दूधेश्वर नाथ मंदिर
स्टेट मिरर डेस्क
By: स्टेट मिरर डेस्क

Published on: 25 Sept 2024 7:35 PM

तिरुपति के लड्डू का विवाद अभी थमा भी नहीं कि नया मामला उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद से आ गया है. यहां भगवान शिव के सिद्धपीठ दूधेश्वर नाथ मंदिर और चौपला वाले हनुमान मंदिर में बाजार की मिठाई से भोग लगाने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इस संबंध में मंदिर के महंत और जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर नारायण गिरी ने भक्तों अपील की है. आग्रह किया है कि कोई भी भक्त आज के बाद मंदिर में बाजार की मिठाई भोग स्वरुप अर्पित ना करें. उन्होंने भगवान को भोग चढ़ाने के लिए कुछ विकल्प भी सुझाए हैं. बताया कि यह निर्णय बाजार में हो रहे मिलावट के चलते लिया गया है.

अब तक इन दोनों मंदिरों में भक्त बाजार से लड्डू पेड़ा आदि मिठाइयों का भोग खूब लगाते रहे हैं. इस बीच तिरुपति के लड्डू का मामला सामने आने के बाद दूधेश्वरनाथ पीठाधीश्वर नारायण गिरी ने आशंका जताई कि इन मिठाइयों में दूषित चीजों की मिलावट हो सकती है. चूंकि यह प्रसाद भगवान को तो भोग में चढ़ता ही है, भक्त भी इसे ग्रहण करते हैं. इससे भक्तों का धर्म भ्रष्ट होने की संभावना है. इन्हीं आशंकाओं को देखते हुए उन्होंने साफ तौर पर बाजार की मिठाइयों के भोग पर प्रतिबंध लगा दिया है. उन्होंने इन दोनों मंदिरों से जुड़े भक्तों से आग्रह किया है कि वह बाजार की मिठाई से भगवान को भोग ना लगाएं.

प्रसाद का ये होगा विकल्प

नारायण गिरी ने दूधेश्वर नाथ मंदिर में भोले नाथ के भोग के लिए केवल फल और श्रीफल (नारियल) का प्रसाद चढा़ने का विधान किया है. इसके अलावा चौपला वले हनुमान जी को गुड़-चना, धागे वाली मिश्री या फल का प्रसाद चढ़ाने को कहा है. कहा कि इन पदार्थों में मिलावट संभव नहीं है. इसलिए इन्हें भगवान को भोग स्वरुप अर्पित करने में कोई दिक्कत नहीं है. यदि कोई भक्त चाहे तो भगवान के भोग के लिए अपने घर में पवित्र अवस्था में भी भोग तैयार कर यहां ला सकता है. उन्होंने भक्तों से अपील करने के साथ ही पुजारियों को निर्देश दिया है कि इस व्यवस्था को कड़ाई से लागू किया जाए.

तिरुपति लड्डू विवाद के चलते फैसला

बता दें कि इस समय तिरुपति के लड्डू का विवाद काफी गर्म है. पिछले दिनों जानकारी आई थी कि तिरुपति में गाय की चर्बी से बना घी सप्लाई हो रहा था और इसी घी से बने लड्डू भक्तों को दिए जाते थे. यहां तक कि राममंदिर की प्राण प्रतिष्ठा में भी यहां से लड्डू भेजे गए थे. मामला तूल पकड़ने के बाद तिरुपति ट्रस्ट ने घी सप्लाई करने वाली एजेंसी को तो बदल दिया, लेकिन अब दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग हो रही है. ज्योतिष मठ के शंकराचार्य अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती ने तो यहां तक कह दिया कि इस घटना के पीछे बड़ी साजिश हो सकती है.

अगला लेख