मणिपुर में नहीं थम रही हिंसा, ड्रोन से हमले में महिला की मौत
राज्य में दो जनजातियों के बीच जारी संघर्ष थमने का नाम नहीं ले रहा. अब कुकी-जो समुदाय के लिए अलग प्रशासन की मांग ठुकराए जाने पर बवाल शुरू हो गया है.

पूर्वोत्तर का मणिपुर लगातार हिंसा की आग में जल रहा है. सीएम बीरेन सिंह द्वारा कुकी-जो समुदाय के लिए अलग प्रशासन की मांग ठुकराए जाने के बाद एक बार से फिर राज्य में बवाल शुरू हो गई है. इंफाल के बाहरी इलाकों में कई हिंसक गतिविधियां हुई हैं. इसमें एक महिला की मौत हो गई, जबकि करीब आधा दर्जन लोग बुरी तरह से जख्मी हो गए. हालात बिगड़ते देख राज्य सरकार ने पुलिस पार्टियों को अलर्ट रहने और किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा गया है.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इन घटनाओं में दो पुलिसकर्मियों को भी काफी चोटें आई हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक राज्य के कडंगबंद इलाके में ड्रोन से बमबारी हुई है. एक घर के ऊपर बम गिराया गया है. लोगों ने इस घटना को अपने मोबाइल कैमरे में कैद करते हुए वीडियो बनाया है. यह वीडियो इस समय सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है. वीडियो में बम से हमले के बाद लोग अपनी जान बचाने के लिए भागते हुए दिख रहे हैं. स्थानीय लोगों का दावा है कि इस हमले में 31 वर्षीय महिला नगामबम सुरबाला बुरी तरह से घायल हो गई. आनन फानन में उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया है.
रविवार दोपहर बाद शुरू हुए हमले
इस हमले में सुरबाला की बेटी भी गंभीर रूप से घायल हुई है. प्रभावित लोगों का आरोप है कि क्षेत्र में हमलों की शुरुआत रविवार की दोपहर करीब ढाई बजे हुई थी. बता दें कि मणिपुर में कांगपोकपी कुकी जनजाति की आबादी बहुतायत में है. वहीं इम्फाल पश्चिम में मैतेई विरादरी के लोगों की बहुलता है. करीब सवा साल इन दोनों जनजातियों के बीच संघर्ष चल रहा है. इस दौरान कई बार यह संघर्ष हिंसक भी हो चुका है. इस हिंसक संघर्ष के लिए दोनों ही जनजातियों के अपने अपने तर्क हैं. नौबत यहां तक आ गई है कि इन्हें नियंत्रित कर पाना सरकार के लिए भी काफी मुश्किल हो गया है. ऐसे हालात में यहां अर्द्धसैनिक बल और सेना तक उतारनी पड़ी है.