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गर्मियों में पीरियड्स क्यों लगते हैं ज़्यादा पेनफुल? जानिए सीज़नल सिंड्रोम की सच्चाई

हाइड्रेशन सिर्फ़ प्यास बुझाने के लिए नहीं है, ये आपकी पीरियड हेल्थ का गुप्त हथियार है. डॉ. शर्मा बताती हैं कि पानी की कमी से खून गाढ़ा हो सकता है.

गर्मियों में पीरियड्स क्यों लगते हैं ज़्यादा पेनफुल? जानिए सीज़नल सिंड्रोम की सच्चाई
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रूपाली राय
Edited By: रूपाली राय

Published on: 10 Jun 2025 6:26 PM

'डॉक्टर, जैसे ही गर्मी आती है, पीरियड्स बेकाबू हो जाता है'... ये शिकायत सीनियर गयनेकोलॉजिस्ट डॉ. वैशाली शर्मा (एमडी, AIIMS) को रोज़ाना सुनने को मिलती है. क्या यह सिर्फ़ एक भ्रम है? नहीं, ये गर्मियों की एक सच्ची, गहराई से जुड़ी बॉडी रिएक्शन है और साइंस इसकी गवाही देता है.

आपका पीरियड साइकिल एक कॉम्प्लिकेटेड हार्मोनल ऑर्केस्ट्रा है, जिसमें एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन की भूमिका प्रमुख होती है. लेकिन जैसे ही टेम्प्रेचर चढ़ता है, शरीर अपने तापमान को कंट्रोल करने में जुट जाता है. पसीना, नींद की कमी, और छुपी हुई डिहाइड्रेशन ये सब आपके हार्मोन को अनबैलेंसड कर सकते हैं. नतीजा? यूट्रीन लाइनिंग अनियमित रूप से गिरती है और पीरियड्स भारी, दर्दनाक और थकाने वाले लग सकते हैं.

बढ़ता है ब्लड फ्लो

हाइड्रेशन सिर्फ़ प्यास बुझाने के लिए नहीं है, ये आपकी पीरियड हेल्थ का गुप्त हथियार है. डॉ. शर्मा बताती हैं कि पानी की कमी से खून गाढ़ा हो सकता है, जिससे थक्के बनते हैं और ऐंठन बढ़ती है. चूंकि गर्भाशय भी एक मांसपेशी है, डिहाइड्रेटेड मसल्स में ज़्यादा ऐंठन होती है. गर्मी में आपकी ब्लड वेसल्स फैल जाती हैं, एक प्रोसेस जिसे वासोडिलेशन कहते हैं. यह सिर्फ़ स्किन तक सीमित नहीं रहता, यूट्रेस भी इसका शिकार होता है. जिसके बाद वहां ब्लड फ्लो ज़्यादा होता है और पीरियड्स और भारी महसूस होते हैं.

क्या करें?

पानी पिएं – नियमित रूप से, प्यास लगने का इंतज़ार न करें

अपने सोने और खाने का समय स्थिर रखें

हल्की कसरत जारी रखें, लेकिन खुद को ज़्यादा न थकाएं

गर्मियों में अपने शरीर के सिग्नल को नज़रअंदाज़ न करें

गर्मी के मौसम में भारी पीरियड्स सिर्फ़ एक 'कही-सुनी बात' नहीं हैं. यह शरीर और पर्यावरण के बीच चल रही एक बारीक लेकिन असरदार जंग है और अगर आप इसे समझ लें, तो लड़ाई जीतना आसान हो सकता है.

हेल्‍थ
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