Ozempic Vulva का यह कैसा असर? वेट लॉस में इसका इस्तेमाल करने वाली महिलाओं के प्राइवेट पार्ट पर बढ़ी परेशानी
जब इन महिलाओं ने अपनी तकलीफ सोशल मीडिया पर शेयर की, तो इस पर बड़ी बहस शुरू हो गई. कई लोग कहने लगे कि वजन घटाने वाली यह दवा महिलाओं के शरीर पर गलत असर डाल रही है. लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना कुछ और है. डॉक्टर्स का कहना है कि ओजेम्पिक जैसी दवाइयों से सीधा असर प्राइवेट पार्ट पर नहीं पड़ता.
आज के समय में लाखों लोग बढ़ते वजन से परेशान हैं और वजन घटाने के लिए दवाइयों से लेकर कई तरह के उपाय अपना रहे हैं. हाल के दिनों में ओजेम्पिक (Ozempic) नाम की दवा का चलन बहुत तेजी से बढ़ा है. यह दवा मूल रूप से टाइप-2 डायबिटीज को कंट्रोल करने के लिए बनाई गई थी, लेकिन अब लोग इसे वजन कम करने के लिए भी इस्तेमाल करने लगे हैं.
सोशल मीडिया पर इन दिनों 'ओजेम्पिक वल्वा (Ozempic Vulva)' नाम का शब्द खूब चर्चा में है. इसका कारण यह है कि कई महिलाएं, जिन्होंने यह दवा ली है, उन्होंने दावा किया है कि उन्हें प्राइवेट पार्ट से जुड़ी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा. इनमें वजाइनल ड्राइनेस (सूखापन), ढीलापन, खिंचाव और संबंध बनाते समय दर्द जैसी समस्याएं शामिल हैं. इन महिलाओं का कहना है कि दवा लेने के बाद उनके प्राइवेट पार्ट की लचक (flexibility) कम हो गई है और उन्हें ऐसा लग रहा है जैसे उनका शरीर जल्दी बूढ़ा हो रहा हो.
सोशल मीडिया पर बहस तेज
जब इन महिलाओं ने अपनी तकलीफ सोशल मीडिया पर शेयर की, तो इस पर बड़ी बहस शुरू हो गई. कई लोग कहने लगे कि वजन घटाने वाली यह दवा महिलाओं के शरीर पर गलत असर डाल रही है. लेकिन हेल्थ एक्सपर्ट्स का मानना कुछ और है. डॉक्टर्स का कहना है कि ओजेम्पिक जैसी दवाइयों से सीधा असर प्राइवेट पार्ट पर नहीं पड़ता. बल्कि असली कारण है तेजी से वजन घटना. जब किसी व्यक्ति का वजन बहुत तेजी से घटता है, तो शरीर की संरचना (body structure) में बड़ा बदलाव आता है. शरीर के अलग-अलग हिस्सों, खासकर जहां फैट जमा रहता है, वहां की बनावट बदल जाती है. यही बदलाव प्राइवेट पार्ट की बाहरी बनावट पर भी असर डाल सकता है. इस वजह से महिलाओं को ढीलापन या बदलाव महसूस हो सकता है.
इसके पीछे दावा कारण नहीं
इसके अलावा कुछ महिलाएं सूखापन, जलन या दर्द महसूस करती हैं. लेकिन डॉक्टर्स का कहना है कि यह समस्या सीधी दवा की वजह से नहीं होती, बल्कि इसके पीछे कई और कारण होते हैं जैसे- हार्मोनल बदलाव, शरीर में पानी की कमी (डिहाइड्रेशन), पोषण संबंधी कमी और बहुत कम खाना या जरूरी विटामिन और हेल्दी फैट्स की कमी. अगर खाने में पौष्टिक तत्व न हों, तो शरीर कमजोर पड़ जाता है और कई बार यह असर प्राइवेट पार्ट पर भी दिखाई देता है.
क्या करना चाहिए?
हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है कि वजन घटाने की प्रक्रिया में केवल वजन कम करने पर ध्यान देना गलत है. इसके साथ-साथ पूरे शरीर, स्किन, हार्मोन, पोषण और पानी की मात्रा पर भी ध्यान देना चाहिए. अगर किसी महिला को प्राइवेट पार्ट से जुड़ी कोई दिक्कत महसूस हो रही है, तो उन्हें चुप रहने की बजाय डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. डॉक्टर की सलाह पर कुछ मेडिकल ट्रीटमेंट्स जैसे – लैबिया पफिंग, लैबियाप्लास्टी, RF, PRP थेरेपी आदि लिए जा सकते हैं.
इसके अलावा कुछ आसान उपाय भी मददगार हो सकते हैं जैसे:
पेल्विक फ्लोर एक्सरसाइज करना
पर्याप्त लुब्रिकेशन का इस्तेमाल
बैलेंस्ड और नुट्रिशयस फ़ूड
पर्याप्त मात्रा में पानी पीना
और सबसे ज़रूरी, वजन घटाने की प्रक्रिया को धीरे-धीरे अपनाना
क्या हो सकता है नतीजा?
ओजेम्पिक जैसी दवाइयों से वजन तो कम हो सकता है, लेकिन अगर यह बहुत तेजी से घटे तो शरीर पर इसके कई अप्रत्यक्ष प्रभाव दिख सकते हैं. इसलिए वजन घटाने की दवा लेने से पहले डॉक्टर की सलाह लेना बेहद जरूरी है. साथ ही, केवल वजन पर नहीं बल्कि पूरे स्वास्थ्य पर ध्यान देना सबसे ज्यादा जरुरी है.





