मोबाइल के अधिक इस्तेमाल का आंखों से लेकर नींद तक पर पड़ता है असर
आजकल बिना मोबाइल के किसका काम चलता है? कुछ लोग तो टॉइलेट जाने में भी मोबाइल नहीं छोड़ते हैं।

आजकल बिना मोबाइल के किसका काम चलता है? कुछ लोग तो टॉइलेट जाने में भी मोबाइल नहीं छोड़ते हैं। अगर आप भी बहुत अधिक मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं, तो इन नुकसान के बारे में जान लीजिए।
गर्दन और पीठ में दर्द
मोबाइल फोन इस्तेमाल करते समय हमारी गर्दन झुकी रहती है और कंधे भी झुक जाते हैं। इसके कारण आपकी गर्दन में दर्द हो सकता है और आपकी रीढ़ की हड्डी भी झुक सकती है। मोबाइल के अधिक इस्तेमाल से टेक्स्ट नेक नामक बीमारी हो सकती है, जिसके कारण गर्दन में दर्द होता है और आपके शरीर की मुद्रा बिगड़ सकती है।
मोबाइल की लत
आपने लोगों को कहते सुना होगा कि मोबाइल के अधिक इस्तेमाल से उसकी लत लग जाती है। यह बात काफी हद तक सच है, क्योंकि सभी आज-कल मोबाइल फोन पर निर्भर हो गए हैं।बार-बार मोबाइल को खोलना या चलाते रहना आपके दैनिक जीवन, सामाजिक मेलजोल और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकता है।एक अध्ययन में कहा गया है कि मस्तिष्क गतिविधि पर प्रभाव के मामले में मोबाइल फोन की लत अन्य पदार्थों की लत के समान होती है।
नींद में दिक्कत
ज्यादातर लोग रात को सोते समय भी मोबाइल का इस्तेमाल करते हैं। इस खराब आदत के कारण नींद में बाधा आ सकती है और आप बीमार पड़ सकते हैं।नेचर एंड साइंस ऑफ स्लीप द्वारा प्रकाशित अध्ययन से पता चलता है कि लाइट बंद होने के 30 मिनट बाद तक मोबाइल का उपयोग करने से नींद की गुणवत्ता प्रभावित होती है और दिनभर सुस्ती महसूस होती है।लैपटॉप और मोबाइल के अधिक इस्तेमाल से हड्डियों की बीमारियां भी होती है।
आखों पर असर
लंबे समय तक छोटी स्क्रीन पर देखने से आंखों पर तनाव पड़ सकता है। इस समस्या को आमतौर पर डिजिटल आई स्ट्रेन या कंप्यूटर विजन सिंड्रोम कहा जाता है।मोबाइल फोन की स्क्रीन से नीली रोशनी निकलती है, जिससे आंखों में असुविधा होती है। इससे दृष्टि धुंधली हो जाती है, आखें सूख जाती हैं, सिरदर्द होता है और ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई हो सकती है। इस लत के कारण आपकी आखों में दर्द और जलन भी हो सकती है।