कान की मालिश से मिल सकता है माइग्रेन जैसे भयानक दर्द में आराम
अगर आप अपनी हथेलियों पर थोड़ा तेल डालकर कान की मालिश करते हैं तो इससे कान पर मौजूद एक्यूप्रेशर पॉइंट सक्रिय हो जाते हैं, जिससे कई समस्याओं का प्राकृतिक इलाज हो सकता है।

एक्युप्रेशर एक ऐसी पद्धति है जिससे हम शरीर की कई समस्याओं से प्राकृतिक रूप से निजात पा सकते हैं। साथ ही आपको बता दें कि कान की मालिश एक तरह की थेरेपी होती है, जिसे चिकित्सक भाषा में ऑरिकुलर थेरेपी या ईयर रिफ्लेक्सोलॉजी कहा जाता है। अगर आप अपनी हथेलियों पर थोड़ा तेल डालकर कान की मालिश करते हैं तो इससे कान पर मौजूद एक्यूप्रेशर पॉइंट सक्रिय हो जाते हैं, जिससे कई समस्याओं का प्राकृतिक इलाज हो सकता है।
सुबह-सुबह तरोताजा महसूस करने के लिए आप चाय या कॉफी की जगह कान की मालिश का इस्तेमाल कर सकते हैं। अगली बार सुबह उठने के लिए आप चाय छोड़क अपने कानों को थोड़ा जोर से रगड़ें, जिससे तंत्रिका उत्तेजित होकर दिमाग के सेल्स को सक्रिय कर देती हैं और आपको तरोताजा महसूस करा सकती हैं।
आजकल हर किसी की जिंदगी में किसी न किसी तरह का तनाव मौजूद है। ऐसे में हर कोई ज्यादा सोचने और तनाव जैसे मानसिक विकारों का शिकार बन चुका है, जिसके कारण पूरी सेहत पर बुरा असर पड़ सकता है। हालांकि, कान की मालिश से इन मानसिक विकारों से भी राहत मिल सकती है। लाभ के लिए मालिश करते समय कान के हिस्सों पर हल्के हाथों से दबाव डालें।
मांसपेशियों के दर्द को कम करने के लिए भी कान की मालिश करना एक बेहतरीन तरीका हो सकता है। इसके लिए कान के लोब (नरम वाले हिस्से) को धीरे से खींचते हुए मालिश करें। इस तरह से ब्लड सर्कुलेशन बढ़ता है और तंत्रिकाओं को तेज करने में मदद मिल सकती है। इससे शरीर में एंडोर्फिन नामक दर्द निवारक हार्मोन जारी होते हैं, जो मांसपेशियों के दर्द को कम कर सकते हैं।
अगर हम कहें कि कान की मालिश से आप वजन घटा सकते हैं तो शायद आप यकीन न करें। भले ही आपको इस बात पर यकीन न हो, लेकिन कान की मालिश से वजन घटा में भी मदद मिल सकती है।अगर आप स्वस्थ भोजन और एक्टिव लाइफस्टाइल का पालन करते हुए रोज कुछ मिनट कान की मालिश वजन कम करने में मदद करती है। हालांकि, इस बात का कोई वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है, लेकिन रिफ्लेक्सोलॉजी विशेषज्ञों का ऐसा मानना है कि यह थेरेपी वजन घटाने में मददगार है।