वॉटर रिटेंशन से छुटकारा दिलाएंगी ये चीजें, अपनी थाली में करें शामिल
वॉटर रिटेंशन एक ऐसी स्तिथि है, जिसके दौरान शरीर में पानी या नमक की मात्रा बढ़ जाती है। इसके कारण शरीर में सूजन आने लगती है और वजन बढ़ता है।

वॉटर रिटेंशन किडनी की बीमारियों, हृदय रोग, हॉर्मोनल बदलाव, पीरियड्स और अस्वस्थ डाइट के कारण हो सकता है। इससे पैरों में सूजन आती है, शरीर में दर्द होता है और त्वचा खिची हुई दिखती है। वॉटर रिटेंशन एक ऐसी स्तिथि है, जिसके दौरान शरीर में पानी या नमक की मात्रा बढ़ जाती है। इसके कारण शरीर में सूजन आने लगती है और वजन बढ़ता है। आप खान-पान में ये खाद्य पदार्थ शामिल करके वॉटर रिटेंशन से छुटकारा पा सकते हैं।
आपको कुछ ऐसे खानपान के बारे में बताते हैं, जिनकी मदद से आप वॉटर रिटेनशन से छुटकारा पा सकते हैं।
गाजर
गाजर एंटीऑक्सीडेंट, विटामिन-A, विटामिन-K और पोटेशियम से भरपूर सब्जी है। यह शरीर को प्राकृतिक रूप से डिटॉक्सीफाई करती है और वॉटर रिटेंशन से राहत दिलाती है। यह सब्जी किडनी के स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है और पेशाब के माध्यम से टॉक्सिंस और अतिरिक्त तरल पदार्थों को बाहर निकालने में मदद करती है।
खीरा
खीरा वॉटर रिटेंशन से छुटकारा पाने के में काफी असरदार साबित हो सकता है। इसमें 95 प्रतिशत पानी होता है और यह शरीर को हाइड्रेट करता है।इसके सेवन से शरीर के विषाक्त पदार्थ और अतिरिक्त तरल पदार्थ दूर हो जाते हैं। खीरों में कैफिक एसिड होता है, जो पाचन तंत्र की सूजन को कम करता है और वॉटर रिटेंशन से राहत दिलाता है।
तरबूज
तरबूज शरीर को हाइड्रेट करने वाला फल है, जिसमें 92 प्रतिशत पानी होता है। इसमें मौजूद अमीनो एसिड एल-सिट्रीलाइन नाइट्रिक ऑक्साइड संश्लेषण को बढ़ाता है, जिससे रक्त वाहिकाओं को आराम मिलता है।इसके कारण शरीर की सूजन कम होती है और वॉटर रिटेंशन से राहत मिलती है।
क्रैनबेरी
क्रैनबेरी छोटी लाल रंग की बेरी होती हैं, जिनका स्वाद खट्टा-मीठा होता है। यह फल कई तरह के विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट से समृद्ध होता है। इसे आहार का हिस्सा बनाकर आप वॉटर रिटेंशन को कम कर सकते हैं। क्रैनबेरी में नॉनडायलाइजेबल सामग्री (NDM) होती है, जो किडनी, मूत्राशय और मूत्र पथ के संक्रमण का उपचार करती है।