Diwali 2025 : लाखों मीम्स और ट्रोलिंग के बाद भी सबकी पसंद सोन पापड़ी! हर साल देती काजूकतली को मात
यह खासकर बच्चों वाले घरों के लिए बहुत अट्रैक्टिव है क्योंकि बच्चे अक्सर सिर्फ़ मिठाई से ज्यादा चॉकलेट, चिप्स और रंग-बिरंगे स्नैक्स पसंद करते हैं. इसी वजह से हैम्पर्स धीरे-धीरे यंग जनरेशन में भी लोकप्रिय हो रहे हैं.

दिवाली जल्दी ही आने वाली है और इसके साथ ही giftsका मौसम भी शुरू हो गया है और जब भी भारतीयों के दिमाग में त्योहार के समय कुछ खास गिफ्ट्स का ख्याल आता है, तो सबसे पहले जो चीज़ याद आती है, वह है सोन पापड़ी. जी हां, वही परतदार, मीठी और मुंह में घुल जाने वाली मिठाई, जिसे बिना दिवाली की कल्पना अधूरी लगती है. अगर आप सोचें, 'दिवाली पर सोन पापड़ी नहीं तो क्या? तो यह बिल्कुल वैसा ही है जैसे शाहरुख खान के बिना 'दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे' की कल्पना करना. सोन पापड़ी सिर्फ़ एक मिठाई नहीं रह गई है. यह अब मीम्स, जोक्स और कभी-कभी हल्की निराशा का भी कारण बन गई है. फिर भी, आलोचनाओं और ट्रोलिंग के बावजूद, यह दिवाली पर सबसे ज़्यादा बिकने वाली मिठाइयों में से एक बनी हुई है.
लेकिन, अब एक नया ट्रेंड धीरे-धीरे गिफ्ट्स देने के तरीके को बदल रहा है और यह कोई गुलाब जामुन या रसमलाई जैसी मिठाई नहीं है. यह है गिफ्ट हैम्पर्स. गिफ्ट हैम्पर्स की लोकप्रियता बढ़ रही है क्योंकि ये न सिर्फ देखने में अट्रैक्टिव होते हैं, बल्कि इनमें वैराइटी भी होती है. एक हैम्पर में सिर्फ मिठाई नहीं, बल्कि चॉकलेट, चिप्स, जूस, स्नैक्स या डेकोरेटिव आइटम भी हो सकते हैं. उदाहरण के लिए, 300 रुपये का एक गिफ्ट हैम्पर सोन पापड़ी के 300 रुपये के डिब्बे से ज़्यादा ख़ास लगता है, क्योंकि इसमें हर किसी के लिए कुछ न कुछ होता है.
गिफ्ट हैम्पर्स का न्यू ट्रेंड
यह खासकर बच्चों वाले घरों के लिए बहुत अट्रैक्टिव है क्योंकि बच्चे अक्सर सिर्फ़ मिठाई से ज्यादा चॉकलेट, चिप्स और रंग-बिरंगे स्नैक्स पसंद करते हैं. इसी वजह से हैम्पर्स धीरे-धीरे यंग जनरेशन में भी लोकप्रिय हो रहे हैं. आजकल ये हर शेप और वैराइटी में आते हैं. कुछ हैम्पर केवल चॉकलेट पर फोकस्ड होते हैं, कुछ में जूस और स्नैक्स होते हैं, और कुछ में त्योहारों की सजावट के साथ मिठाइयां भी शामिल होती हैं. हैम्पर न केवल सुंदर और अट्रैक्टिव होते हैं, बल्कि उन्हें पाने वाले व्यक्ति को यह एहसास भी दिलाते हैं कि कोई उनके लिए स्पेशल गिफ्ट ले रहा है.
सोन पापड़ी अभी भी दिवाली का पसंदीदा
हालांकि गिफ्ट हैम्पर्स पॉपुलर हो रहे हैं, लेकिन सोन पापड़ी अभी भी त्योहारों के समय उपहार देने का सबसे पसंदीदा ऑप्शन बनी हुई है. रिपोर्ट के अनुसार, हल्दीराम का सोन पापड़ी बाज़ार में लगभग 37 प्रतिशत हिस्सेदारी रखता है. 2017 में ब्रांडेड सोन पापड़ी का बाज़ार लगभग 7.3 मिलियन डॉलर (लगभग 648 करोड़ रुपये) था. 2023 तक यह दोगुना होकर 14.9 मिलियन डॉलर (लगभग 1,300 करोड़ रुपये) हो गया. इससे साफ़ पता चलता है कि त्योहारों के मौसम में चाहे गिफ्ट हैम्पर्स कितने भी पॉपुलर क्यों न हों, सोन पापड़ी भारतीय घरों में सबसे भरोसेमंद और पसंदीदा दिवाली गिफ्ट बनी हुई है. त्योहारी बिक्री के दौरान सबसे ऊपर सोन पापड़ी रहती है, उसके बाद गुलाब जामुन, रसगुल्ला और बेसन लड्डू आते हैं. काजू कतली पांचवें स्थान पर है.
सोन पापड़ी की खासियत
1. लंबी शेल्फ लाइफ: सोन पापड़ी जल्दी खराब नहीं होती. इसलिए इसे दूर रहने वाले रिश्तेदारों को भेजने या अचानक आए मेहमानों के लिए रखना बहुत आसान है.
2. किफ़ायती: यह एक ख़ास तोहफ़े जैसा लगता है, लेकिन आपकी जेब पर भारी नहीं पड़ता. 300-400 रुपये का एक डिब्बा आपको ख़ास महसूस कराता है, वो भी बहुत ज़्यादा खर्च किए बिना.
3. साफ़-सुथरी पैकेजिंग: कई ब्रांड इसे खूबसूरती से पैक करते हैं, जिससे यह तुरंत उपहार के लिए तैयार हो जाता है. इसका सुंदर और साफ़ लुक इसे और भी आकर्षक बनाता है.
4. नए और लज़ीज़ स्वाद: क्लासिक सोन पापड़ी से लेकर चॉकलेट या पिस्ता स्वाद तक, यह लगातार विकसित होती रहती है. यह युवा खरीदारों को आकर्षित करती है और पुराने प्रशंसकों को भी खुश रखती है.
इसलिए चाहे आप परंपरागत मिठाई पसंद करें या आधुनिक गिफ्ट हैम्पर, दिवाली पर सोन पापड़ी हमेशा भारतीय घरों में सबसे प्रिय और भरोसेमंद उपहार बनी रहती है.