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सोचने भर से होंगे सारे काम! अमेरिकी कंपनी ने Alexa पर किया सफल प्रयास, जानिए कैसे करता है काम?

Amazon Alexa Brain Implant: अमेरिकी कंपनी सिंक्रोन ने एलेक्सा पर सफल प्रयास कर इतिहास रच दिया है, जिसमें व्यक्ति बिना हिल-डुले अपने सारे काम सिर्फ सोचने मात्र से कर सकता है.

सोचने भर से होंगे सारे काम! अमेरिकी कंपनी ने Alexa पर किया सफल प्रयास, जानिए कैसे करता है काम?
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( Image Source:  Meta AI )
सचिन सिंह
सचिन सिंह

Updated on: 22 Dec 2025 12:09 AM IST

Amazon Alexa Brain Implant: अमेरिकी कंपनी ने इंसान के इस सपने को साकार कर दिखा दिया, जिसमें मनुष्य के सोचने भर से उसके सारे काम यूं ही चुटकियों में हो जाएंगे. ऐसा ही एक सफल प्रयास अमेरिकी मस्तिष्क-कम्प्यूटर इंटरफेस निर्माता सिंक्रोन ने कर दिखाया है. कंपनी की ये सफलता दुनियाभर के कई लोगों के लिए आने वाले समय में वरदान साबित हो सकता है. जो लोग हिल-डुल नहीं सकते हैं, उनकी दूसरों पर निर्भरता को खत्म कर सकता है.

सिंक्रोन ने इसका सफल प्रयोग 64 वर्षीय एक मरीज पर किया गया, जो एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (ALS) नामक बीमारी से पीड़ित है और हिल-डुल नहीं सकता है. उसने मस्तिष्क की रक्त धमनी में प्रत्यारोपण की सहायता से अमेज़न फायर टैबलेट को सोचना मात्र से चलाने में सफलता हासिल कर ली.

दिमाग में लगाया चिप और बदली जिंदगी

सिंक्रोन ने इस व्यक्ति के मस्तिष्क में एक छोटा सा चिप लगाया है, जिसके जरिए व्यक्ति दिमाग में सोचकर ही अमेजन एलेक्सा को कंट्रोल कर सकता है. ऐसे में वह अमेजन एलेक्सा के सारे फीचर्स का आसानी से उपयोग कर सकता है. व्यक्ति प्रत्यारोपण की सहायता से अमेज़न फायर टैबलेट पर प्रतीकों को मानसिक रूप से टैप करने में सक्षम था.

न्यूयॉर्क स्थित कंपनी के मुताबिक, मरीज़ अपने दिमाग का इस्तेमाल करके एलेक्सा को वीडियो कॉल करने, संगीत बजाने, शो स्ट्रीम करने, लाइटिंग जैसे स्मार्ट होम डिवाइस को मैनेज करने, ऑनलाइन शॉपिंग करने और किताबें पढ़ने के लिए कह सकता था. व्यक्ति एमियोट्रोफिक लेटरल स्क्लेरोसिस (ALS) से ग्रसित है, जो एक अपक्षयी तंत्रिका रोग है जो मांसपेशियों की कमज़ोर बनाता है.

मरीज ने जताई अपनी खुशी

मार्क नामक इस व्यक्ति ने एक प्रेस रिपोर्ट में कहा कि वह अपनी चिजों को मैनेज नहीं कर पा रहा था. लेकिन इस डिवाइस की मदद से मुझे वह स्वतंत्रता वापस मिलती जा रही है जो मैं खो रहा था. कंपनी ने बताया कि परीक्षण का उद्देश्य यह दिखाना था कि ग्राहक कैसे अपने दिमाग का उपयोग करके एलेक्सा जैसे उपकरणों जैसे कि डोर कैमरा, प्लग और थर्मोस्टैट्स के साथ स्मार्ट घरों को नियंत्रित कर सकते हैं.

सिंक्रोन के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी टॉम ऑक्सले ने कहा, 'जबकि कई स्मार्ट होम डिवाइस आवाज या छूने से काम करती है, हम सीधे मस्तिष्क से नियंत्रण संकेत भेज रहे हैं. मरीज अपने घर में मौजूद उपकरणों के साथ बिना आवाज के केवल सोचकर ही इसका उपयोग आसानी से कर सकते हैं.

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